शिमला: हिमाचल प्रदेश में लोकसभा चुनाव के साथ 6 विधानसभा सीटों के लिए उपचुनाव होने हैं. कांग्रेस के 6 बागी विधायक को अयोग्य घोषित किए जाने के बाद से धर्मशाला, लाहौल स्पीति, सुजानपुर, बड़सर, गगरेट और कुटलैहड़ विधानसभा सीट खाली है. वहीं, तीन निर्दलीय विधायकों के इस्तीफा देने से नालागढ़, देहरा और हमीरपुर सीट पर चुनाव होने को लेकर चर्चा है. ऐसे में सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू के करीबी माने जाने वाले जगपाल सिंह राणा ने नालागढ़ विधानसभा सीट से कांग्रेस के टिकट के लिए अपनी दावेदारी ठोकी है.
हिमाचल में तीन निर्दलीयों ने भी अपनी विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. जिसके बाद देहरा, नालागढ़ और हमीरपुर में भी उपचुनाव होने हैं. ऐसे में नालागढ़ से कांग्रेस नेताओं ने टिकट के लिए दावेदारी जतानी शुरू कर दी है. समाजसेवी और सीएम सूक्खु के करीबी माने जाने वाले जगपाल सिंह राणा ने भी टिकट के लिए अपनी दावेदारी पेश कर दी है. बीते दिन जगपाल सिंह शिमला पहुंचे और मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सूक्खु से नालागढ़ में राजनीतिक हालातों पर चर्चा की. जगपाल राणा समाजसेवी हैं और कांग्रेस के साथ जुड़े हैं. भारत जोड़ो यात्रा के दौरान उन्होंने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के साथ 300 किलोमीटर तक की यात्रा की है. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सूक्खु के साथ भी लंबे समय से जुड़े हैं.
शिमला जगपाल सिंह राणा ने कहा, वह नालागढ़ क्षेत्र में पिछले 10 सालों से एनजीओ चला रहे हैं और नशे के खिलाफ जागरूकता अभियान करने के साथ युवाओं को खेलों के प्रति रुचि बढ़े इस पर काम कर रहे हैं. नालागढ़ में लखविंदर राणा पहले कांग्रेस में थे, लेकिन ठीक चुनाव से पहले उन्होंने कांग्रेस को धोखा देकर भाजपा में शामिल हो गए थे और वहां से निर्दलीय जीते केएल ठाकुर ने कांग्रेस की सरकार को समर्थन दिया था, लेकिन वह भी भाजपा में शामिल हो गए हैं.
उन्होंने कहा अब यह दोनों नेता मंचों पर जाकर रोना रोने का काम कर रहे हैं. जबकि विकास और जनता के मुद्दों को लेकर कोई भी बात नहीं कर रहे हैं. ये नेता जनता का रोना नहीं देख रहे और खुद रोकर सहानुभूति लेने में जुटे हैं. यह दोनों नेता ही दल बदलने का ही काम करते आए हैं. विकास की कहीं भी कोई बात नहीं कर रहा है. उन्होंने कहा नालागढ़ से चुनाव लड़ने को लेकर वे तैयार हैं. वे जनता के जो मुद्दे हैं, उन पर चुनाव लड़ेंगे. यदि कांग्रेस उन पर विश्वास जताती है तो वह निश्चित रूप से ही इसकी क्षेत्र में जीत दर्ज कर सकती है.
उन्होंने कहा इसको लेकर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह से भी चर्चा हुई है. उन्हें नालागढ़ की पूरी स्थिति से अवगत करवा दिया गया है. बागी नेताओं पर भी उन्होंने निशाना साधा और कहा कि हिमाचल में खासकर विधायकों को खरीद फरोख्त की परंपरा नहीं रही है. लेकिन अब सब्जी की तरह विधायक खरीदे बेचे जा रहे हैं. इस चुनाव में कांग्रेस को अपनी ही पार्टी के कार्यकर्ताओं को टिकट देनी चाहिए और मुख्यमंत्री ने भी नए चेहरों को मौका देने की बात कही है. उन्होंने कहा कि सुखविंदर सिंह को अपना आदर्श मानते हैं और जो भी आदेश उनकी तरफ से और कांग्रेस का होगा वह उसे बखूबी निभाने का प्रयास करेंगे.
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