रायपुर: किसान आंदोलन का आज चौथा दिन है. किसान संगठनों ने शुक्रवार 16 फरवरी को भारत बंद का आह्वान किया गया था. भारत बंद का समर्थन कांग्रेस ने भी किया था. हालांकि छत्तीसगढ़ में बंद का कोई खास असर नहीं देखने को मिला. इस बंद को चैंबर ऑफ कॉमर्स का समर्थन नहीं मिला. छत्तीसगढ़ बंद को लेकर शुक्रवार को वरिष्ठ कांग्रेस नेता धनेंद्र साहू ने शुक्रवार को गांधी चौक स्थित कांग्रेस भवन में प्रेस वार्ता ली. इस दौरान उन्होंने किसानों से पीएम के डरने की बात कही. साथ ही कांग्रेस की सरकार बनने पर किसानों का उपज एमएसपी में खरीदी का वादा किया.
प्रधानमंत्री किसान विरोधी: प्रेसवार्ता के दौरान कांग्रेस नेता धनेंद्र साहू ने कहा कि "आज किसान संगठनों की ओर से भारत बंद का ऐलान किया गया था. इस बंद का समर्थन कांग्रेस पार्टी ने भी किया है. आखिर देश के प्रधानमंत्री या भाजपा सरकार किसानों से डरती क्यों है? उनसे बात क्यों नहीं करती है. भाजपा ने केंद्र में सरकार बनते ही स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को लागू करने की बात कही थी, लेकिन अब तक या तो रिपोर्ट भी लागू नहीं हो पाई. किसानों की आमदनी को दोगुनी करने की बात भी भारतीय जनता पार्टी ने कही थी लेकिन उनकी आमदनी दो गुनी तो नहीं हुई लेकिन खर्च 3 से 4 गुना जरूर बढ़ गए हैं. प्रधानमंत्री बोलते कुछ है और करते कुछ है. कुल मिलाकर प्रधानमंत्री किसान विरोधी है."
देश के प्रधानमंत्री किसानों से क्यों डरती है. आखिर किसानों से बात क्यों नहीं करना चाहती. केंद्र में कांग्रेस की सरकार बनेगी तो किसानों का उपज एमएसपी में खरीदी की जाएगी. केंद्र की सरकार ने अब तक किसान संगठनों के हित में बनाई गई है. स्वामीनाथन के आयोग की रिपोर्ट को भी सार्वजनिक नहीं किया गया है. केंद्र में कांग्रेस की सरकार बनती है तो स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट की कुछ बची हुई सिफारिश को कांग्रेस की सरकार लागू करेगी.-धनेंद्र साहू, वरिष्ठ कांग्रेस नेता
दो साल पहले के आंदोलन में 700 लोगों की हो गई थी मौत: साथ ही कांग्रेस नेता धनेंद्र साहू ने कहा कि, "देश के तमाम रास्तों में सरकार ने किसानों के प्रदर्शन को रोकने के लिए तमाम तरह के हथकंडे अपना रखे हैं. देश के किसानों को दिल्ली में जाकर प्रदर्शन करने से रोका जा रहा है. जंतर-मंतर में जाकर देशभर के लोग धरना और प्रदर्शन करते हैं. केंद्र की भाजपा सरकार किसानों को दिल्ली से 100 किलोमीटर पहले रोक रही है. 2 साल पहले भी किसानों का एक बड़ा आंदोलन हुआ था. इस आंदोलन में लगभग 700 लोगो की मौत हो गई थी. इस घटना के बाद देश के प्रधानमंत्री ने किसानों से मुलाकात की और एक समिति गठित की लेकिन इस समिति की आज तक एक भी बैठक नहीं हुई है."
बता दें कि किसान आंदोलन पिछले तीन दिनों से जारी है. आज चौथा दिन है. किसान संगठनों की ओर से शुक्रवार को भारत बंद का आह्वान किया गया था. हालांकि इस बंद का कोई खास असर नहीं दिखा.