अमेठी : जिले में धर्म के नाम पर ठगी का बड़ा खेल सामने आया है. आरोप है कि एक कांग्रेस नेता ने चार लोगों को हज भेजने के नाम पर 18 लाख रुपए ऐंठ लिए. 18 लाख खर्च करने के बाद भी जब पीड़ित बिना हज किए वापस घर आ गए तो पूरे मामले का खुलासा हुआ. एफआईआर में पूर्व केंद्रीय मंत्री के नाम पर रिश्वत लेने की बात सामने आई है. आरोपी कांग्रेस नेता सोशल वेलफेयर ट्रस्ट चलता है. इसी ट्रस्ट के माध्यम से लोगों को मक्का भेजता है. पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है. पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है.
जानकारी के मुताबिक, अमेठी के कमरौली थाना क्षेत्र के इंडस्ट्रियल एरिया में रहने वाला कांग्रेस नेता खुर्शीद अजीज अल अजीज सोशल वेलफेयर के नाम से एक ट्रस्ट चलाता है. इसी ट्रस्ट के माध्यम से लोगों को हज के लिए मक्का भेजता है. बाजार शुकुल थाना क्षेत्र के महोना पश्चिम गांव के रहने वाले इमानुल्ला ने कांग्रेस नेता के माध्यम से अपने माता पिता और बुआ को हज के लिए भेजा. बिना हज यात्रा के ही हज यात्री किसी तरह जान बचा कर वापस घर आ गए. पीड़ित ने कांग्रेस नेता पर 18 लाख की ठगी का आरोप लगाया है. पीड़ित की तहरीर पर कमरौली थाने में पुलिस ने गंभीर धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
पीड़ित इमानुल्ला ने पुलिस को दी तहरीर में आरोप लगाया कि पासपोर्ट में देरी के कारण सरकारी सुविधा नहीं मिल पाई. जिसके बाद वो खुर्शीद अजीज के पास पहुंचे. अजीज ने एक व्यक्ति के हिसाब से 4 लाख पचास हजार रुपए की डिमांड की जबकि, आमतौर पर करीब 7 लाख रुपए लगते हैं. जब उनसे पैसे कम लेने की बात कही गई तो खुर्शीद अजीज ने कहा कि एक लाख रुपए एक व्यक्ति पर बचता है. एक पूर्व मंत्री को भी डेढ़ लाख रुपए देने पड़ते हैं जो वह नहीं देगा इसलिए उनसे वो साढ़े चार लाख रुपए ही लेगा. इमानुल्ला ने पिता अताउल्ला, मां जुबैदा बेगम, दूसरी मां शमा परवीन और बुआ जसीरुल निशा को हज भेजने के लिए खुर्शीद अजीज को दो किश्तों में 17 लाख 20 हजार और 80 हजार रुपए नगद दिए. 17 मई को सभी एयरपोर्ट पहुंचे जहां सभी को टूरिस्ट वीजा दिया गया.
आरोप है कि उनसे कहा गया था कि एयरपोर्ट पर सभी पेपर मिल जाएंगे लेकिन, वहां कोई नहीं मिला और पुलिस ने सख्त हिदायत देते हुए सभी को बॉर्डर के इलाके में छोड़ दिया. किसी तरह उन लोगों ने अपने घर फोन किया, जिसके बाद खुर्शीद अजीज पर दबाव बनाया तो उन्होंने टिकट कराया, जिसके बाद सभी वापस लौटे. पूरे मामले में कमरौली एसएचओ अविनेश कुमार ने बताया कि मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. जांच चल रही है.
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