रायपुर: 31 दिसंबर 2024 को छत्तीसगढ़ में करीब 3 हजार सहायक शिक्षकों को साय सरकार ने बर्खास्त कर दिया. उसके बाद से सहायक शिक्षक नौकरी में बहाली की मांग को लेकर लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. 1 जनवरी 2025 से शिक्षकों का विरोध प्रदर्शन चल रहा है. शिक्षक बर्खास्तगी का आदेश वापस लेने और नौकरी देने की मांग कर रहे हैं. उनकी इस मांग का का कांग्रेस ने भी समर्थन किया है. सरकार से नौकरी वापस दिलाए जाने की मांग की है. प्रदर्शन कर रहे हैं सहायक शिक्षकों के समर्थन में पीसीसी चीफ दीपक बैज भी उतर आए हैं.
दीपक बैज ने शिक्षकों की मांग को जायज बताया: बीएड डिग्रीधारी शिक्षकों के विरोध प्रदर्शन को पीसीसी चीफ दीपक बैज ने जायज बताया. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने नौकरी देने का काम किया था और वर्तमान की भाजपा सरकार नौकरी छीनने का काम कर रही है. दीपक बैज ने बर्खास्त सहायक शिक्षकों की मांग को जनता तक पहुंचाने का वादा भी किया है. इस दौरान सहायक शिक्षकों ने दीपक बैज सहित उपस्थित जनप्रतिनिधियों को रक्षा सूत्र बांधा और नौकरी की सुरक्षा का आश्वासन लिया.
आप जो भी प्रदर्शन कर रहे हैं, उसका वीडियो हमें भेजिए. हम उसे अपने सोशल मीडिया के जरिए देश भर में पहुंचाएंगे. जिससे सरकार तक आपकी आवाज पहुंच सके.-दीपक बैज, पीसीसी चीफ
हमें जब तक नौकरी नहीं मिलेगी तक तक हम लगातार विरोध प्रदर्शन करते रहेंगे. हमारा आंदोलन जारी रहेगा: आंदोलनकारी सहायक शिक्षक संघ
साय सरकार ने कब जारी किया था आदेश: 31 दिसंबर 2024 को बीईएड डिग्रीधारी सहायक शिक्षकों की बर्खास्तगी का आदेश राज्य सरकार की ओर से जारी किया गया है. इसके तहत लगभग 3000 सहायक शिक्षकों को नौकरी से निकाल दिया गया. इसके बाद से ही यह सहायक शिक्षक लगातार अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करते आ रहे हैं. सहायक शिक्षक नवा रायपुर के तूता धरना स्थल पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. वह लगातार अलग अलग तरीकों से अपनी मांगों को सरकार तक पहुंचा रहे हैं. इसके तहत बीजेपी कार्यालय घेराव, जल शमाधि और शव यात्रा निकालकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. सहायक शिक्षकों ने अर्धनग्न प्रदर्शन भी किया.