करनाल: हरियाणा मांगे हिसाब (Haryana Maange Hisab) पद यात्रा के तहत कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा करनाल के इंद्री में रहे. यहां उन्होंने लोगों से मुलाकात कर उनका हाल जाना. करनाल से होते हुए ये यात्रा देर शाम कुरुक्षेत्र में पहुंची. जहां जाट धर्मशाला से मुख्य बाजारों में ये यात्रा निकाली गई. इस दौरान उन्होंने लोगों से संवाद किया और बीजेपी पर निशाना साधा.
दीपेंद्र हुड्डा का बीजेपी पर निशाना: दीपेंद्र हुड्डा (Deepender Hooda on BJP) ने कहा कि बीजेपी सरकार के शासनकाल में हरियाणा अपराधों व नशों के मामलों में नंबर वन हो गया है. ये बात सरकारी आंकड़ों में स्पष्ट दिख रही है. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार में हरियाणा विकास के मामलों में नंबर वन रहा था, लेकिन बीजेपी सरकार में हरियाणा अपराध में नंबर वन बन गया है.
विधानसभा चुनाव में जीत का दावा: दीपेंद्र हुड्डा ने दावा किया कि विधानसभा चुनाव में दो मुकाबले हैं. एक मुकाबला कांग्रेस और बीजेपी के बीच है. जिसमें कांग्रेस बीजेपी को हरा कर पूर्ण बहुमत से सरकार बनाने जा रही है. दूसरा मुकाबला इनेलो और जेजेपी का नोटा बटन से है कि किसे ज्यादा वोट मिलेंगे. उन्होंने कहा कि हरियाणा में जेजेपी और इनेलो का जनाधार खत्म हो चुका है.
'बीजेपी ने जनता को पोर्टल में उलझाया': कांग्रेस सांसद ने कहा कि लोकसभा चुनाव में तो हमने बीजेपी को हाफ कर दिया. अब विधानसभा चुनाव बीजेपी का सूपड़ा साफ हो जाएगा. दीपेंद्र ने कहा कि बीजेपी ने अपने दस सालों के शासन काल के दौरान प्रदेश की जनता को पोर्टल में ही उलझाया रखा है. अगर सरकार की ये स्कीमें इतनी ही अच्छी होती, तो बीजेपी ने गुजरात में ये स्कीम क्यों लागू नहीं की.
विनेश फोगाट विवाद पर दी प्रतिक्रिया: विनेश फोगाट विवाद पर दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि विनेश फोगाट हरियाणा का गौरव है. उन्होंने कड़ी मेहनत से इस मुकाम को हासिल किया है. फाइनल में वो खेल नीति का शिकार हो गई. उन्हें हर वो सुविधा मिलनी चाहिए जो सिल्वर मेडलिस्ट को मिलती है. मनीष सिसोदिया पर पूछे गए प्रश्न में उन्होंने कहा कि बीजेपी ओछे हथकंडे अपना कर नेताओं पर केस दर्ज करवा रही है. राजनीति तो केवल नीतियों पर करनी चाहिए. बीजेपी को इन दिनों में ईडी की याद आ जाती है.
'सीएम केवल घोषणाएं कर रहे हैं': उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने बीजेपी से 15 सवाल पूछे हैं, जोकि प्रदेश की जनता का हक भी बनता है. मुख्यमंत्री केवल घोषणा ही कर रहे हैं. इन पर अभी अमल नहीं हो सकता है. आचार संहिता लगने वाली है और ये केवल घोषनाएं ही रह जाएंगी. ओबीसी व एससी समाज के अधिकारों को सरकार अनदेखा कर रही है. कच्ची नौकरियों देकर प्रदेश के युवाओं को बहकाया जा रहा है.