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कांग्रेस की पांच सीटों पर अब भी सस्पेंस बरकरार, बीजेपी ने कसा सियासी तंज

loksabha election 2024 लोकसभा चुनाव 2024 के रण में बीजेपी ताल ठोककर उतर गई है. बीजेपी ने तो अपना नारा भी बुलंद कर दिया है कि अबकी बार 400 पार. कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ में सिर्फ छह सीटों पर प्रत्याशियों के नामों की घोषणा की है. पांस सीटों पर अभी तक पार्टी ने सस्पेंस बनाकर रखा है. कहीं ऐसा न हो कि प्रत्याशियों के नामों का ऐलान करने में देरी उसे भारी पड़ जाए. 11 loksabha seats in chhattisgarh

loksabha election 2024
पांच सीटों पर सस्पेंस बरकरार
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By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Mar 15, 2024, 10:15 PM IST

Updated : Mar 15, 2024, 10:48 PM IST

पांच सीटों पर सस्पेंस बरकरार

रायपुर: शनिवार को लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो जाएगा. बीजेपी ने छत्तीसगढ़ की सभी 11 सीटों पर सबसे पहले प्रत्याशियों के नामों का ऐलान कर दिया. नामों का ऐलान कर पार्टी ने एक तरह से सियासी माइलेज शुरु में ही ले लिया. बीजेपी से पिछड़ने के बाद कांग्रेस ने भी आनन फानन में छह सीटों पर अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए. पार्टी ने छह प्रत्याशी घोषित करने के बाद पांच सीटों पर अपना सस्पेंस बरकरार रखा. अब सवाल ये उठ रहा है कि आखिरी कांग्रेस की रणनीति है क्या. क्या पार्टी को तगड़ा उम्मीदवार नहीं मिल रहा है. या फिर पार्टी ये तय नहीं कर पा रही है कि उसे टिकट देना किसको है.

कांग्रेस की पांच सीटों पर सस्पेंस: कांग्रेस की दूसरी सूची में भी छत्तीसगढ़ की पांच सीटों पर प्रत्याशियों के नाम घोषणा नहीं की जा सकी. पीसीसी चीफ सहित पांच सीटों पर टिकट फाइनल नहीं होने की वजह कांग्रेस की अंदरुनी राजनीति गरमा गई है. भाजपा प्रत्याशियों की घोषणा के बाद कांग्रेस की सीटों पर पूरी तरह से समीकरण बदलते नजर आ रहे हैं. बस्तर, सरगुजा, रायगढ़, बिलासपुर और कांकेर में प्रत्याशियों के नामों की घोषणा होनी अभी बाकी है. इन पांचों सीटों पर उम्मीदवारों के नाम को लेकर पार्टी में मंथन जारी है. संभावना जताई जा रही है कि एक-दो दिनों में कांग्रेस प्रदेश की बची हुई पांचों लोकसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर देगी.

कांग्रेसी सूची का इंतजार: जिन पांच सीटों पर उम्मीदवारों के नामों का ऐलान होना है उसमें दीपक बैज का नाम भी शामिल है. पार्टी दीपक बैज को कांकेर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा सकती है. पार्टी के भीतरा बीरेश ठाकुर का नाम भी चर्चा में चल रहा है. बस्तर से पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री मोहन मरकाम या फिर हरीश लखमा को पार्टी टिकट दे सकती है. बिलासपुर लोकसभा सीट की बात की जाए तो यहां से संतोष कौशिक, प्रमोद नायक और राजेन्द्र शुक्ला में से किसी एक नाम पर आलाकमान मुहर लगा सकती है. सरगुजा से पूर्व मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम और शशि सिंह का नाम सामने आ रहा है. रायगढ़ लोकसभा सीट से भी कई नाम चर्चा में है जिसमें लालजीत राठिया ,चक्रधर सिदार और रामनाथ सिदार का नाम शामिल है.

बीजेपी के दिग्गज हैं मैदान में: जिन पांच सीटों पर कांग्रेस ने अबतक सस्पेंस बनाकर रखा है उसपर बीजेपी के दिग्गज नेता मैदान में हैं. बस्तर से महेश कश्यप को पार्टी ने उम्मीदवार बनाया है. कांकेर से भोजराज नाग भाजपा प्रत्याशी हैं. बिलासपुर लोकसभा सीट से पार्टी आलाकमान ने तोखन साहू पर भरोसा जताया है. सरगुजा से चिंतामणि महाराज को पार्टी ने मौका दिया है. चिंतामणि महाराज विधानसभा चुनाव के दौरान ही कांग्रेस से नाराज हो गए थे. हाल ही चिंतामणि महाराज ने बीजेपी की दामन थामा है. बीजेपी में आते ही पार्टी ने उनको उम्मीदवार घोषित कर दिया.

हमें तो सभी 11 सीटों पर कमल खिलाना है. कांग्रेस ने अभी तक क्यों अपने पत्ते नहीं खोले हैं ये तो वही बता सकते हैं. पार्टी लोकसभा चुनाव में बेहतर प्रदर्शन करेगी और हम सभी सीटें जीतेंगे. - विष्णु देव साय, मुख्यमंत्री, छत्तीसगढ़


भूपेश बघेल ने पाटन की जनता को धोखा क्यों दिया इस बात का जवाब देना चाहिए. अभी आप वहां से निर्वाचित जन प्रतिनिधि हैं,आपके पास जन सेवा का पूरा आधार है. भूपेश बघेल जी आप वहां काम कर सकते हैं आप वहां से छोड़कर भाग क्यों गए. - विजय शर्मा, डिप्टी सीएम, छत्तीसगढ़


कांग्रेस पार्टी संगठन के दम पर चुनाव लड़ती है. संगठन कार्य करता है . चुनाव के लिए तैयारी सिर्फ कैंडिडेट नहीं बल्कि हर लोकसभा का कार्यकर्ता करता है वह हमारा कैंडिडेट है. 6 टिकट हो गई है, पांच टिकट शेष है.आजकल में कभी भी नाम का ऐलान हो जाएगा. कांग्रेस पार्टी ज्यादा से ज्यादा लोकसभा सीटों पर चुनाव जीतेगी. हमारे मजबूत प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं. हमने 5 साल प्रदेश में बेहतर और मजबूती के साथ काम किया है उसका फायदा लोकसभा चुनाव में जरूर मिलेगा. भाजपा की 9 साल की नाकामियों को भी जनता के बीच ले जाने का काम किया जाएगा. मुझे लगता है की झूठ बोलकर एक दो बार आप सफल हो सकते हैं बार-बार सफल नहीं हो सकते. - विकास उपाध्याय, राष्ट्रीय सचिव,कांग्रेस

भाजपा ने अपनी सभी 11 में से 11 सीटों के नाम की घोषणा कर दी है. यह घोषणा उन्होंने काफी पहले कर दी थी और भाजपा पूरी स्ट्रेटजी के साथ काम कर रही है. नाम की घोषणा होते ही उम्मीदवार ओर पार्टी जनता तक पहुंच रही है. मोदी की गारंटी की जानकारी दे रही है. सियासी माइलेज लेते हुए उसने तेजी से काम शुरू कर दिया है, इसके अच्छे परिणाम भी भाजपा को मिल सकते हैं. कांग्रेस की पांच सीटों पर नामों का ऐलान होना अभी बाकी है. कांग्रेस की रणनीति क्या है वो क्या मंथन कर रहे हैं कुछ साफ नहीं हो पा रहा है. लोकसभा चुनाव में क्षेत्र बड़ा होता है. प्रत्याशी को अगर समय कम मिला तो वो कैसे क्षेत्र को कवर करेगा. तीस से चालीस दिन में आठ आठ विधानसभा को नापना मुश्किल होगा. संवाद जनता से कैसे करेंगे. कई सवाल हैं जिनका जवाब सभी लोग जानना चाहते हैं. फिलहाल तो कांग्रेस की स्थिति कमजोर ही नजर आ रही है. - उचित शर्मा, वरिष्ठ पत्रकार

कांग्रेस की रणनीति पर सवाल: छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के सबसे बड़े नेता और स्टार प्रचारक भूपेश बघेल हैं. बघेल को राजनांदगांव से टिकट देकर पार्टी ने एक लोकसभा सीट तक सीमित कर दिया. चुनाव के दौरान कांग्रेस पार्टी को इसका नुकसान हो सकता है. पांच साल भूपेश सीएम रहें. जनता के बीच जाते रहे. जनता के बीच उनकी अच्छी छवि भी है. भूपेश अगर छत्तीसगढ़ में प्रचार करते सभी सीटों के लिए तो कांग्रेस को फायदा होता.

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पांच सीटों पर सस्पेंस बरकरार

रायपुर: शनिवार को लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो जाएगा. बीजेपी ने छत्तीसगढ़ की सभी 11 सीटों पर सबसे पहले प्रत्याशियों के नामों का ऐलान कर दिया. नामों का ऐलान कर पार्टी ने एक तरह से सियासी माइलेज शुरु में ही ले लिया. बीजेपी से पिछड़ने के बाद कांग्रेस ने भी आनन फानन में छह सीटों पर अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए. पार्टी ने छह प्रत्याशी घोषित करने के बाद पांच सीटों पर अपना सस्पेंस बरकरार रखा. अब सवाल ये उठ रहा है कि आखिरी कांग्रेस की रणनीति है क्या. क्या पार्टी को तगड़ा उम्मीदवार नहीं मिल रहा है. या फिर पार्टी ये तय नहीं कर पा रही है कि उसे टिकट देना किसको है.

कांग्रेस की पांच सीटों पर सस्पेंस: कांग्रेस की दूसरी सूची में भी छत्तीसगढ़ की पांच सीटों पर प्रत्याशियों के नाम घोषणा नहीं की जा सकी. पीसीसी चीफ सहित पांच सीटों पर टिकट फाइनल नहीं होने की वजह कांग्रेस की अंदरुनी राजनीति गरमा गई है. भाजपा प्रत्याशियों की घोषणा के बाद कांग्रेस की सीटों पर पूरी तरह से समीकरण बदलते नजर आ रहे हैं. बस्तर, सरगुजा, रायगढ़, बिलासपुर और कांकेर में प्रत्याशियों के नामों की घोषणा होनी अभी बाकी है. इन पांचों सीटों पर उम्मीदवारों के नाम को लेकर पार्टी में मंथन जारी है. संभावना जताई जा रही है कि एक-दो दिनों में कांग्रेस प्रदेश की बची हुई पांचों लोकसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर देगी.

कांग्रेसी सूची का इंतजार: जिन पांच सीटों पर उम्मीदवारों के नामों का ऐलान होना है उसमें दीपक बैज का नाम भी शामिल है. पार्टी दीपक बैज को कांकेर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा सकती है. पार्टी के भीतरा बीरेश ठाकुर का नाम भी चर्चा में चल रहा है. बस्तर से पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री मोहन मरकाम या फिर हरीश लखमा को पार्टी टिकट दे सकती है. बिलासपुर लोकसभा सीट की बात की जाए तो यहां से संतोष कौशिक, प्रमोद नायक और राजेन्द्र शुक्ला में से किसी एक नाम पर आलाकमान मुहर लगा सकती है. सरगुजा से पूर्व मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम और शशि सिंह का नाम सामने आ रहा है. रायगढ़ लोकसभा सीट से भी कई नाम चर्चा में है जिसमें लालजीत राठिया ,चक्रधर सिदार और रामनाथ सिदार का नाम शामिल है.

बीजेपी के दिग्गज हैं मैदान में: जिन पांच सीटों पर कांग्रेस ने अबतक सस्पेंस बनाकर रखा है उसपर बीजेपी के दिग्गज नेता मैदान में हैं. बस्तर से महेश कश्यप को पार्टी ने उम्मीदवार बनाया है. कांकेर से भोजराज नाग भाजपा प्रत्याशी हैं. बिलासपुर लोकसभा सीट से पार्टी आलाकमान ने तोखन साहू पर भरोसा जताया है. सरगुजा से चिंतामणि महाराज को पार्टी ने मौका दिया है. चिंतामणि महाराज विधानसभा चुनाव के दौरान ही कांग्रेस से नाराज हो गए थे. हाल ही चिंतामणि महाराज ने बीजेपी की दामन थामा है. बीजेपी में आते ही पार्टी ने उनको उम्मीदवार घोषित कर दिया.

हमें तो सभी 11 सीटों पर कमल खिलाना है. कांग्रेस ने अभी तक क्यों अपने पत्ते नहीं खोले हैं ये तो वही बता सकते हैं. पार्टी लोकसभा चुनाव में बेहतर प्रदर्शन करेगी और हम सभी सीटें जीतेंगे. - विष्णु देव साय, मुख्यमंत्री, छत्तीसगढ़


भूपेश बघेल ने पाटन की जनता को धोखा क्यों दिया इस बात का जवाब देना चाहिए. अभी आप वहां से निर्वाचित जन प्रतिनिधि हैं,आपके पास जन सेवा का पूरा आधार है. भूपेश बघेल जी आप वहां काम कर सकते हैं आप वहां से छोड़कर भाग क्यों गए. - विजय शर्मा, डिप्टी सीएम, छत्तीसगढ़


कांग्रेस पार्टी संगठन के दम पर चुनाव लड़ती है. संगठन कार्य करता है . चुनाव के लिए तैयारी सिर्फ कैंडिडेट नहीं बल्कि हर लोकसभा का कार्यकर्ता करता है वह हमारा कैंडिडेट है. 6 टिकट हो गई है, पांच टिकट शेष है.आजकल में कभी भी नाम का ऐलान हो जाएगा. कांग्रेस पार्टी ज्यादा से ज्यादा लोकसभा सीटों पर चुनाव जीतेगी. हमारे मजबूत प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं. हमने 5 साल प्रदेश में बेहतर और मजबूती के साथ काम किया है उसका फायदा लोकसभा चुनाव में जरूर मिलेगा. भाजपा की 9 साल की नाकामियों को भी जनता के बीच ले जाने का काम किया जाएगा. मुझे लगता है की झूठ बोलकर एक दो बार आप सफल हो सकते हैं बार-बार सफल नहीं हो सकते. - विकास उपाध्याय, राष्ट्रीय सचिव,कांग्रेस

भाजपा ने अपनी सभी 11 में से 11 सीटों के नाम की घोषणा कर दी है. यह घोषणा उन्होंने काफी पहले कर दी थी और भाजपा पूरी स्ट्रेटजी के साथ काम कर रही है. नाम की घोषणा होते ही उम्मीदवार ओर पार्टी जनता तक पहुंच रही है. मोदी की गारंटी की जानकारी दे रही है. सियासी माइलेज लेते हुए उसने तेजी से काम शुरू कर दिया है, इसके अच्छे परिणाम भी भाजपा को मिल सकते हैं. कांग्रेस की पांच सीटों पर नामों का ऐलान होना अभी बाकी है. कांग्रेस की रणनीति क्या है वो क्या मंथन कर रहे हैं कुछ साफ नहीं हो पा रहा है. लोकसभा चुनाव में क्षेत्र बड़ा होता है. प्रत्याशी को अगर समय कम मिला तो वो कैसे क्षेत्र को कवर करेगा. तीस से चालीस दिन में आठ आठ विधानसभा को नापना मुश्किल होगा. संवाद जनता से कैसे करेंगे. कई सवाल हैं जिनका जवाब सभी लोग जानना चाहते हैं. फिलहाल तो कांग्रेस की स्थिति कमजोर ही नजर आ रही है. - उचित शर्मा, वरिष्ठ पत्रकार

कांग्रेस की रणनीति पर सवाल: छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के सबसे बड़े नेता और स्टार प्रचारक भूपेश बघेल हैं. बघेल को राजनांदगांव से टिकट देकर पार्टी ने एक लोकसभा सीट तक सीमित कर दिया. चुनाव के दौरान कांग्रेस पार्टी को इसका नुकसान हो सकता है. पांच साल भूपेश सीएम रहें. जनता के बीच जाते रहे. जनता के बीच उनकी अच्छी छवि भी है. भूपेश अगर छत्तीसगढ़ में प्रचार करते सभी सीटों के लिए तो कांग्रेस को फायदा होता.

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Last Updated : Mar 15, 2024, 10:48 PM IST
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