देहरादून: कांग्रेस पार्टी ने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आईएफएस रैंक के अफसर पर महिला उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग उठाई है. पार्टी की मुख्य प्रवक्ता गरिमा दसोनी का कहना है कि प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मेंबर सेक्रेटरी आईएफएस रैंक के अधिकारी ने विभाग में ही कार्यरत महिला का उत्पीड़न किया है.
आईएफएस रैंक के अफसर पर महिला उत्पीड़न का आरोप: जिसका उत्पीड़न हुआ उसने पुलिस महानिदेशक को लिखित शिकायत दी है. उन्होंने कहा कि भाजपा शासन काल में महिलाओं के उत्पीड़न की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं. ऐसे में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के ऑफिस में हुई घटना को दबाने की पूरी कोशिश की जा रही है. उन्होंने कहा कि यह पहली बार नहीं है जब इस आईएफएस अधिकारी के खिलाफ किसी महिला ने शिकायत की हो. महिला ने उत्तराखंड के डीजीपी को इस मामले में लिखित शिकायत दी है. इसके बावजूद आनन फानन में 24 घंटे के अंदर अधिकारी को पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड से हटाकर वन विभाग के हेड क्वार्टर में अटैच कर दिया गया. उन्होंने सवाल उठाया कि क्या अंकिता भंडारी की तरह इस बेटी की चीख भी अनसुनी रह जाएगी.
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से हटाया जा चुका अफसर: दरअसल मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर शासन ने आईएफएस रैंक के अफसर पर लगे आरोपों के चलते प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सदस्य सचिव के पद से हटाकर वन मुख्यालय स्थित हॉफ कार्यालय में अटैच कर दिया. इस अफसर पर विभाग में कार्यरत महिला ने अभद्रता का आरोप लगाया है. ऐसे में कांग्रेस पार्टी ने इस मामले में सख्त कार्रवाई की मांग उठाई है.
गढ़ रत्न नरेंद्र नेगी के अपमान का लगाया आरोप: कांग्रेस पार्टी ने सरकार पर गढ़ रत्न नरेंद्र नेगी के अपमान का आरोप लगाया है. पार्टी की प्रदेश प्रवक्ता का कहना है कि पद्मश्री के लिए नरेंद्र नेगी का नाम उत्तराखंड से केंद्र को भेजा जाना था. इसके लिए नरेंद्र सिंह नेगी से उनका बायोडाटा भी मांगा गया. परंतु जैसे ही मूल निवास और भू कानून को लेकर नेगी का वीडियो वायरल हुआ, वैसे ही पद्मश्री से उनका नाम हटा दिया गया. उन्होंने इसे खेदजनक बताया है और कहा कि नरेंद्र सिंह नेगी के योगदान को कभी नहीं भुलाया जा सकता है.
ये भी पढ़ें: इस बार प्रतिनियुक्ति को लेकर चर्चाओं में वन विभाग, डेप्यूटेशन और मूल विभाग दोनों में जिम्मेदारी संभाल रहे अधिकारी
ये भी पढ़ें: देवभूमि में बढ़ता जा रहा महिलाओं से दरिंदगी का ग्राफ, उधमसिंह नगर और देहरादून टॉप पर