गोड्डाः लोकसभा चुनाव परिणाम घोषित होने बाद बुधवार को प्रदीप यादव ने बयान दिया है. उन्होंने कहा कि चुनाव जरूर हारे हैं, लेकिन पिछले चुनाव के मुकाबले पांच प्रतिशत वोट बढ़ा है. लेकिन परिणाम अपने पक्ष में नहीं आ पाया. उन्होंने कहा कि कहीं न कहीं हम सब से चूक हुई है. जनता का मैंडेट अपने पक्ष में रहते हुए भी हम सब चोरी को रोकने में नाकाम रहे.
जनबल पर धनबल भारी पड़ाः प्रदीप यादव
प्रदीय यादव ने कहा कि भाजपा ने वोटरों को अपनी ओर करने के लिए धर्म का खेल खेला. जिसमें उन्हें थोड़ी सफलता भी मिली है. प्रदीप यादव ने कहा कि लोकसभा चुनाव में जनबल पर धनबल भारी पड़ा, सेवा पर मेवा भारी पड़ा. इस कारण महगठबंधन के हाथों से जीत फिसल गई. सभी चीजों की गहराई से समीक्षा की जाएगी. हमसे चूक हुई है. इसकी समीक्षा की जाएगी.
गोड्डा में भाजपा ने कांग्रेस को हराया
बताते चलें कि गोड्डा लोकसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी निशिकांत दुबे ने कांग्रेस प्रत्याशी प्रदीप यादव को एक लाख से अधिक मतों से हराकर चौथी बार सांसद बने हैं. वहीं कांग्रेस प्रत्याशी प्रदीप यादव की हार के बाद विधानसभावार मतों को जोड़-घटाव शुरू हो गया है. साथ ही चौक चराहों पर चर्चा शुरू हो चुकी है
गोड्डा लोकसभा में छह विधानसभा आते हैं
बता दें कि गोड्डा लोकसभा में कुल छह विधानसभा हैं. जिसमें चार विधायक और मंत्री इंडिया गठबंधन के हैं. वहीं दो विधायक भाजपा के हैं. मतों का हिसाब देखें तो चार विधानसभा में भाजपा को इस लोकसभा चुनाव में ज्यादा वोट मिले हैं. वहीं एक विधानसभा में कांग्रेस को बढ़त मिली है, जबकि एक में दोनों पार्टियां लगभग बराबरी पर रही.
टोटल पोस्टल बैलेट वोट
- निशिकांत दुबे को 4221 मत
- प्रदीप यादव को 5223 मत
जरमुंडी विधानसभा
- निशिकांत दुबे को 107082 मत
- प्रदीप यादव की 62684 मत
देवघर विधानसभा
- निशिकांत दुबे को 153449 मत
- प्रदीप यादव को 111711 मत
पोड़ैयाहाट विधानसभा
- निशिकांत दुबे को 101676
- प्रदीप यादव को 93136 मत
गोड्डा विधानसभा
- निशिकांत दुबे 107698 मत
- प्रदीप यादव को 90601 मत
मधुपुर विधानसभा
- निशिकांत दुबे को 119956 मत
- प्रदीप यादव को 128833 मत
महगामा विधानसभा
- निशिकांत दुबे को 99018
- प्रदीप यादव को 99139 मत
जरमुंडी से बीजेपी को सर्वाधिक 44398 वोटों की बढ़त
वहीं विधानसभा वार वोट प्रतिशत पर गौर करें तो जरमुंडी विधानसभा से भी बीजेपी को सर्वाधिक 44398 वोटों की बढ़त मिली है. जबकि जरमुंडी से ही विधायक बादल पत्रलेख हैं, जो झारखंड सरकार में कृषि मंत्री हैं.
देवघर विधानसभा में इस बार बीजेपी का वोट प्रतिशत घटा
वहीं देवघर विधानसभा से इस बार बीजेपी को 41779 मत मिले हैं. हालांकि पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा को यहां से सर्वाधिक 75 हजार वोटों की बढ़त मिली थी. देवघर विधानसभा से भाजपा के विधायक नारायण दास हैं.
अपने ही घर पोड़ैयाहाट में पिछड़े प्रदीप
वहीं पोड़ैयाहाट विधानसभा से खुद कांग्रेस प्रत्याशी प्रदीप यादव पांच बार के विधायक हैं. लेकिन प्रदीप अपने घर में ही भाजपा से 8540 मतों से पिछड़ गए.
गोड्डा विधानसभा से बीजेपी को 17097 वोटों की बढ़त
वहीं गोड्डा विधानसभा सीट से भाजपा को इस बार के चुनाव में बढ़त मिली है. भाजपा को यहां से 17097 वोट मिले हैं. गोड्डा विधानसभा सीट से भाजपा के विधायक अमित मंडल हैं.
मधुपुर से कांग्रेस को महज 8877 मत मिले
वहीं मधुपुर विधानसभा की बात करें तो राज्य सरकार के मंत्री हाफिजूल अंसारी इस सीट से विधायक हैं. मुस्लिम बहुल इलाका रहने के कारण कांग्रेस को यहां से बड़ी बढ़त की उम्मीद थी, लेकिन प्रदीप यादव को यहां से महज 8877 मत मिले हैं.
महगामा से प्रदीप को महज 121 मतों की बढ़त
वहीं महगामा विधानसभा से कांग्रेस की विधायक दीपिका पांडेय सिंह विधायक हैं. दीपिका को ही पहले गोड्डा लोकसभा से टिकट मिला था. फिर कार्यकर्ताओं के विरोध के बाद टिकट बदल कर प्रदीप यादव को दे दिया गया था. यह भी मुस्लिम बहुल इलाका माना जाता है. उम्मीद थी कि कांग्रेस को यहां से 25 हजार से अधिक वोटों की बढ़त मिलेगी, लेकिन यहां से महज 121 मत की बढ़त मिली.
हार की समीक्षा की जाएगीः प्रदीप यादव
इस संबंध में गोड्डा लोकसभा से कांग्रेस प्रत्याशी सह पोड़ैयाहाट विधायक प्रदीप यादव ने कहा कि निश्चित रूप से हार की समीक्षा होगी. प्रदीप यादव ने दावा किया कि पिछले चुनाव के मुकाबले 1.5 लाख ज्यादा मत हासिल किया है. उन्होंने कहा मुझे चुनाव में 591327 मत मिले हैं. प्रदीप यादव ने चुनाव के बाद जनता और गठबंधन के साथियों का धन्यवाद किया है.
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