जोधपुर. जोधपुर लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस प्रत्याशी करण सिंह उचियारड़ा का कहना है कि मौजूदा सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत (गज्जू बन्ना) ने कोई काम नहीं करवाया. इतना ही नहीं उचियारड़ा लगातार उनको बाहरी भी बताते हुए कह रहे हैं कि वे नहीं चाहते कि यहां मारवाड़ में कोई दूसरा राजपूत नेता नहीं बने. वे अकेले ही यहां नेता बने रहना चाहते हैं.
प्रत्याशी घोषित होने के बाद ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए उचियारड़ा ने कहा कि इस बार का चुनाव काफी रोचक होगा और हमारी जीत होगी. भाजपा के धर्म के मुदृदे पर उचियारड़ा ने कहा कि यह व्यक्तिगत मामला है. मैं हर दिन मां भगवती का नाम लेकर ही दिन की शुरूआत करता हूं, तो यह जरूरी नहीं कि मैं यह बात सबको बताउं. उचियारड़ा का कहना है कि मुद्दा होना चाहिए विकास, युवाओं को रोजगार, लेकिन इस पर कोई बात नहीं करता है. मैं नेता होकर एमपी नहीं बनना चाहता, मैं सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में काम करना चाहता हूं. जिससे हमेशा जनता के बीच रह सकूं. ऐसे लोगों के काम आ सकूं, जिनका कोई सहारा नहीं है.
अकेले नेता बने रहना चाहते हैं शेखावत: उचियारड़ा अपने चुनाव प्रचार के पहले दिन से ही भाजपा में शेखावत को लेकर स्थानीय राजपूत नेताओं में चल रही अंदरुनी खींचतान को लेकर हावी हैं. वे कहते हैं कि यह खींचतान चुनाव को प्रभावित करेगी. क्योंकि गज्जू बना चाहते हैं कि दिल्ली में मोदी नेता रहें और यहां पर कोई आगे नहीं आए. चाहे बाबूसिंह राठौड़, गजेंद्र सिंह खींवसर या प्रतापपुरी हों, वे किसी को आगे नहीं आने देना नहीं चाहते हैं.
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नहीं बनी एलिवेटेड रोड: करण सिंह ने कहा कि 10 साल में वर्तमान मंत्री ने क्या काम करवाया? जोधपुर का विकास अशोक गहलोत ने करवाया है. हमने ढाई साल पहले सुना था कि जोधपुर के लिए एलिवेटेड रोड स्वीकृत हो गई है. लेकिन आज तक नजर नहीं आई. अब सुन रहे हैं कि डीपीआर बन रही है. इनके विधायक ही कह रहे हैं कि काम नहीं हो रहे हैं, अब जनता केा सोचना है. उन्होंने 10 साल बाहरी को मौका दिया, पांच साल मुझे देकर देखना चाहिए.
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एक इंजन तो फ्रीज है: भाजपा की डबल इंजन की सरकार से विकास के दावे के सवाल पर उन्होंने कहा कि राजस्थान का इंजन तो फ्रीज जो गया है. उपमुख्यमंत्री के निजी सहायक दो दिन में बदल जाते हैं. अधिकारियों के लगातार तबादले हो रहे हैं. सब काम दिल्ली से हो रहे हैं. चुनाव में किए वादों पर कुछ नहीं हुआ. पेट्रोल-डीजल के भावों की समीक्षा क्यों नहीं की गई, जनता इन सब बातों को ध्यान में रखकर वोट करेगी.