नई दिल्ली: दिल्ली की अहम मानी जाने वाली उत्तर पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट से इस बार कांग्रेस ने पूर्व सांसद डॉ. उदित राज को मैदान में उतारा है. उदित को कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का बेहद करीबी माना जाता है. वह उत्तर पश्चिम दिल्ली से बीजेपी के टिकट पर लोकसभा चुनाव जीते. 2014 से 2019 तक सांसद रहे. 2019 में टिकट नहीं मिलने पर उन्होंने बीजेपी से इस्तीफा दे दिया और कांग्रेस में शामिल हो गए. अभी वह कांग्रेस में KKC और अनऑग्रेनाइज्ड वर्कर्स एम्पलाई कांग्रेस के अध्यक्ष भी हैं. आईए जानते हैं उनका क्या कहना है...
सवाल: आपको कांग्रेस ने उत्तर पश्चिम से जिम्मेदारी दी है. इस पर आप क्या कहना चाहेंगे?
जवाब: सबसे पहले मैं पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, सोनिया गांधी और पार्टी के सभी शीर्ष नेतृत्व का में धन्यवाद करता हूं, जो पार्टी ने मेरे ऊपर भरोसा जताया है. मैं पार्टी के लिए समर्पित हूं और पूरी मजबूती के साथ चुनाव लड़ूंगा. इस बार उत्तर पश्चिम दिल्ली की सीट कांग्रेस पार्टी जीतने जा रही है. मैं पूरी तरह से आश्वस्त हूं.
सवाल: इस इलाके से आप पहले भी सांसद रह चुके हैं. चुनाव में आपके सामने मुद्दे कौन से हैं, क्या चुनौतियां हैं?
जवाब: उत्तर पश्चिम दिल्ली में सबसे बड़ी समस्या मेट्रो की है. साथ ही इलाके में बड़े कॉलेज भी नहीं है. चुनाव जीतने के बाद कुतुबगढ़ और बवाना तक मेट्रो ले जाने का प्रयास रहेगा. उसके लिए मैं लड़ाई लडूंगा. यहां बड़े यूनिवर्सिटी के ब्रांचेस होनी चाहिए. इसके लिए काम करेंगे. लैंड पूलिंग पॉलिसी लाई गई थी. अभी तक उसे धरातल पर नहीं लाया गया है. उसे धरातल पर लाने का काम भी हम करेंगे.
सवाल: कांग्रेस ने सबसे ज्यादा लेट उम्मीदवार उतारा है. आपके सामने बीजेपी के योगेंद्र चंदोलिया पहले से ही तैयारी कर चुके हैं. क्या कुछ चुनौतियां देखते हैं ?
जवाब: मैं कोई चुनौती मानता नहीं हूं. क्षेत्र में आप खुद जाकर देख सकते हैं कि मैंने जो कार्य काम साल 2014 में किया है उस पर जनता से वोट मांगेंगे. मेरे सामने कोई चुनौती नहीं है. बीजेपी के उम्मीदवार लाखों वोटों से इस बार हारने जा रहे हैं, क्योंकि मैं वहां पर धरातल पर काम करता था. जनता मुझे जानती है.
सवाल: बीजेपी ने संकल्प पत्र जारी किया है और कह रही है कि एनडीए 400 पार जाएगा. दिल्ली में सातों सीट जीतेगी ?
जवाब: जो संकल्प पत्र बीजेपी ने जारी किया है वह जुमला पत्र है. इसमें बेरोजगारी को दूर करने के लिए कोई बात नहीं है. कांग्रेस ने 30 लाख नौकरी देने का वादा किया है. कांग्रेस एमएसपी की गारंटी देने जा रही है. बीजेपी ने किसानों की कर्ज माफी पर संकल्प पत्र में कुछ नहीं बोला है. इनके संकल्प पत्र में एक राष्ट्र एक चुनाव आते ही संविधान खत्म करने की बात कही गई है. हमने गरीबी दूर करने की बात कही है. इन्होंने सिर्फ पूंजीपति, उद्योगपतियों को बढ़ाने का काम किया है.
सवाल: आम आदमी पार्टी और कांग्रेस इस बार मिलकर चुनाव लड़ रही है. क्या इस बार आपको फायदा मिलेगा?
जवाब: दिल्ली में जो गठबंधन आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच हुआ है इसका बिल्कुल साफ तौर पर फायदा होगा. आम आदमी पार्टी के वोट कांग्रेस को ट्रांसफर होंगे और कांग्रेस के वोट आम आदमी पार्टी को ट्रांसफर होंगे. दिल्ली में गठबंधन सातों सीटें जीतने वाला है. आम आदमी पार्टी और कांग्रेस का वोट परसेंट को मिलाया जाए तो इस पर 70% बन गया है.
सवाल: अगर आप चुनाव जीतते हैं तो पहली प्राथमिकता क्या रहेगी?
जवाब: पहली प्राथमिकता इलाके में कॉलेज बनवाना रहेगा. आम लोगों की समस्या का समाधान किया जाएगा. हम सबसे पहले कार्य करेंगे क्षेत्र की जनता से राय लेंगे और क्षेत्र की जनता की जो परेशानियां हैं उनका सबसे पहले निदान किया जाएगा.
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