नई दिल्ली: कांग्रेस ने गुरुवार को केंद्र सरकार पर दिल्ली के किसानों को अनदेखी करने का आरोप लगाया. दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरविंद सिंह लवली ने कहा कि केंद्र सरकार अनाधिकृत रूप से लैंड रिफार्म बिल का उल्लंघन कर दिल्ली देहात के 19 गांवों की कृषि भूमि एक निजी कंपनी को अलॉट कर गलत कर रही है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस किसानों की इस लड़ाई में उनके साथ मजबूती के साथ खड़ी है.
लवली ने कहा कि तीन महीनों से अपने खेतों को बचाने के लिए धरने पर बैठे किसानों की लड़ाई को कांग्रेस सड़कों पर उतरकर लड़ेगी. तीन काले कानूनों को किसानों पर थोपने का असफल प्रयास करके पंजाब और हरियाणा के किसानों को नुकसान पहुंचाने के बाद बीजेपी सरकार दिल्ली के किसानों को नुकसान पहुंचाना चाहती है.
अरविंद लवली ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा किसानों की लड़ाई लड़ी है. राहुल गांधी ने भूमि अधिग्रहण बिल लाकर किसानों के हितों को सुरक्षित किया था. इसके अलावा केन्द्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के साथ मिलकर एक लंबी लड़ाई लड़ी थी. उन्होंने कहा कि धरने पर बैठे किसानों का बचाव करने की बजाय दिल्ली पुलिस और सरकार खेतों में खड़ी फसलों को बर्बाद करने में प्राइवेट पावर प्लांट बनाने के लिए काम कर रही है.
कांग्रेस नेता ने कहा कि 3 फरवरी को रामलीला मैदान में होने वाले न्याय संकल्प सम्मेलन में हमने किसान न्याय को भी एजेंडा बनाया है. कांग्रेस दिल्ली के 365 गांवों के किसानों के हितों की लड़ाई लड़ेगी. केन्द्र और दिल्ली सरकार औचंदी सहित 19 गांवों के किसानों की कृषि की जमीन को हड़पने के लिए अडानी पावर के साथ मिलीभगत कर रही. बिना कानूनी प्रक्रिया के सरकार हाई टेंशन तार लगवाने के बाद किसानों की जमीन औने पौने दामों में खरीदी जाएगी. वहीं, निजी कंपनी के पावर प्लांट बनने के बाद बिजली कंपनी को मुनाफा कमाने के लिए दिल्ली व देश के लोगों महंगे दामों में बिजली बेचा जाएगा.