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लोकसभा चुनाव में तमाम मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाएगी कांग्रेस और बीजेपी, रणनीति बनाने में जुटे नेता - Uttarakhand politics

Loksabha Elections 2024 आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस और बीजेपी ने तैयारियां तेज कर दी है. साथ ही दोनों पार्टियां तमाम मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाने की रणनीति पर कार्य कर रही है. वहीं भाजपा और कांग्रेस राष्ट्रीय मुद्दों पर भी विशेष फोकस कर रही हैं. जिससे जनता को अपनी ओर आकर्षित किया जा सके.

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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Feb 20, 2024, 9:32 AM IST

Updated : Feb 20, 2024, 10:09 AM IST

लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस और बीजेपी ने कसी कमर

देहरादून: आगामी लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज किए जाने को लेकर राजनीतिक पार्टियां, रणनीति को तैयार कर उसको धरातल पर उतार रही हैं. हाल ही में प्रदेश की दोनों मुख्य पार्टियों भाजपा और कांग्रेस की राष्ट्रीय स्तर की बैठक संपन्न हुई है. जिसमें आगामी चुनाव को लेकर तमाम रणनीति तय की गई है. ऐसे में पार्टी, आलाकमान से मिले तमाम दिशा निर्देशों को धरातल पर उतारने की तैयारी चल रही है.

लोकसभा चुनाव के दौरान राष्ट्रीय मुद्दे काफी अहम हो जाते हैं. यही वजह है कि राजनीतिक पार्टियों राज्य के मुद्दे पर ज्यादा ध्यान न देकर राष्ट्रीय मुद्दों पर ज्यादा फोकस करती हैं, ताकि इसका असर अन्य राज्यों तक हो सके. ऐसे में आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टी स्थानीय मुद्दों के साथ ही राष्ट्रीय मुद्दों पर विशेष जोर दे रही हैं. इसके लिए राजनीतिक दल उन तमाम मुद्दों को समाहित करते हुए रणनीति तैयार कर रही हैं, जिनको लेकर जनता के बीच जाएगी. ताकि प्रदेश की पांचों लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज कर सके.

जैसे-जैसे लोकसभा का चुनाव नजदीक आता जा रहा है, राजनीतिक दलों की बैठकों का सिलसिला भी तेज हो गया है. आए दिन राजनीतिक दल अपनी रणनीतियों को धार दिए जाने को लेकर बैठक आयोजित कर रहे हैं. जिसमें चुनाव जीतने को लेकर तमाम पहलुओं पर चर्चा कर रहे हैं. इसी क्रम में हाल ही में भाजपा का महाधिवेशन दिल्ली में संपन्न हुआ है. इससे पहले भी कांग्रेस की बैठक हो चुकी हैं और हाल ही में प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा, स्क्रीनिंग कमेटी के साथ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारी की बैठक हुई है.
पढ़ें-कांग्रेस ने धामी सरकार की योजनाओं पर साधा निशाना, कहा-धरातल पर नहीं उतर पा रही योजनाएं

भाजपा संगठन या फिर कांग्रेस पार्टी के संगठन संगठनात्मक स्तर की बैठकों का सबसे अहम एजेंडा यही होता है कि किन खास मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाया जाए, ताकि चुनाव में भारी बहुमत के साथ जीत दर्ज किया जा सके. ऐसे में दोनों ही राष्ट्रीय पार्टियां, राष्ट्रीय स्तर पर रणनीतियां तैयार कर रही है जिसे राज्य स्तर पर इंप्लीमेंट कराया जा रहा है. उत्तराखंड राज्य की विषम भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए भी भाजपा और कांग्रेस उन तमाम मुद्दों पर विशेष फोकस कर रही है, जिन मुद्दों से जनता को सीधे टारगेट किया जा सके. हालांकि, उत्तराखंड राज्य शुरू से ही राष्ट्रीय राजनीति से प्रेरित रही है, ऐसे में प्रदेश की दोनों मुख्य पार्टियों भाजपा और कांग्रेस राष्ट्रीय मुद्दों पर विशेष फोकस कर रही हैं.

भाजपा के प्रदेश महामंत्री आदित्य कोठारी ने कहा कि भाजपा का एक स्पष्ट सोच है कि साल 2047 तक देश को विकसित राष्ट्र बनाना है. देश को बढ़ाना और राष्ट्र को मजबूत करना ये बीजेपी का संकल्प है. ऐसे में इन तमाम कामों को पूरा करने के लिए भाजपा संगठन की ओर से एक रोड मैप तैयार किया गया है और ये काम सत्ता में रहकर ही संभव है. साथ ही देश का विकास राष्ट्र की मजबूती राष्ट्र की एकता और अखंडता भाजपा के हाथों में ही सुरक्षित है. लिहाजा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि लोकसभा चुनाव में बीजेपी को 370 सीटें, एनडीए का गठबंधन 400 सीटों को पार करेगा. ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारी बहुमत के साथ केंद्र में अपनी सरकार बनाएंगे.
पढ़ें-अमित शाह के दौरे को लेकर कांग्रेस ने कसा तंज, कहा- अंकिता केस का संज्ञान लें, राजनीतिक बैठकें कर न लौटें

वहीं, कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री नवीन जोशी ने कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस राज्य के जो तमाम ज्वलंत मुद्दे हैं उन मुद्दों के साथ ही राष्ट्रीय मुद्दों को भी शामिल किया जाएगा. जिसे जनता के बीच कांग्रेस ले जाएगी. जिसमें मुख्य रूप से अंकिता भंडारी हत्याकांड, महंगाई, बेरोजगारी, भर्ती घोटाला समेत राज्य से जुड़े तमाम मुद्दों को जनता के बीच कांग्रेस लेकर जाएगी. इसी क्रम में किसानों से जुड़े आंदोलन समेत तमाम अन्य राष्ट्रीय मुद्दे को कांग्रेस जनता के बीच जाएगी. भाजपा से जनता का मोह भंग हो गया है, जिसके बाद लोग कांग्रेस की ओर देख रहे हैं.

लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस और बीजेपी ने कसी कमर

देहरादून: आगामी लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज किए जाने को लेकर राजनीतिक पार्टियां, रणनीति को तैयार कर उसको धरातल पर उतार रही हैं. हाल ही में प्रदेश की दोनों मुख्य पार्टियों भाजपा और कांग्रेस की राष्ट्रीय स्तर की बैठक संपन्न हुई है. जिसमें आगामी चुनाव को लेकर तमाम रणनीति तय की गई है. ऐसे में पार्टी, आलाकमान से मिले तमाम दिशा निर्देशों को धरातल पर उतारने की तैयारी चल रही है.

लोकसभा चुनाव के दौरान राष्ट्रीय मुद्दे काफी अहम हो जाते हैं. यही वजह है कि राजनीतिक पार्टियों राज्य के मुद्दे पर ज्यादा ध्यान न देकर राष्ट्रीय मुद्दों पर ज्यादा फोकस करती हैं, ताकि इसका असर अन्य राज्यों तक हो सके. ऐसे में आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टी स्थानीय मुद्दों के साथ ही राष्ट्रीय मुद्दों पर विशेष जोर दे रही हैं. इसके लिए राजनीतिक दल उन तमाम मुद्दों को समाहित करते हुए रणनीति तैयार कर रही हैं, जिनको लेकर जनता के बीच जाएगी. ताकि प्रदेश की पांचों लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज कर सके.

जैसे-जैसे लोकसभा का चुनाव नजदीक आता जा रहा है, राजनीतिक दलों की बैठकों का सिलसिला भी तेज हो गया है. आए दिन राजनीतिक दल अपनी रणनीतियों को धार दिए जाने को लेकर बैठक आयोजित कर रहे हैं. जिसमें चुनाव जीतने को लेकर तमाम पहलुओं पर चर्चा कर रहे हैं. इसी क्रम में हाल ही में भाजपा का महाधिवेशन दिल्ली में संपन्न हुआ है. इससे पहले भी कांग्रेस की बैठक हो चुकी हैं और हाल ही में प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा, स्क्रीनिंग कमेटी के साथ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारी की बैठक हुई है.
पढ़ें-कांग्रेस ने धामी सरकार की योजनाओं पर साधा निशाना, कहा-धरातल पर नहीं उतर पा रही योजनाएं

भाजपा संगठन या फिर कांग्रेस पार्टी के संगठन संगठनात्मक स्तर की बैठकों का सबसे अहम एजेंडा यही होता है कि किन खास मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाया जाए, ताकि चुनाव में भारी बहुमत के साथ जीत दर्ज किया जा सके. ऐसे में दोनों ही राष्ट्रीय पार्टियां, राष्ट्रीय स्तर पर रणनीतियां तैयार कर रही है जिसे राज्य स्तर पर इंप्लीमेंट कराया जा रहा है. उत्तराखंड राज्य की विषम भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए भी भाजपा और कांग्रेस उन तमाम मुद्दों पर विशेष फोकस कर रही है, जिन मुद्दों से जनता को सीधे टारगेट किया जा सके. हालांकि, उत्तराखंड राज्य शुरू से ही राष्ट्रीय राजनीति से प्रेरित रही है, ऐसे में प्रदेश की दोनों मुख्य पार्टियों भाजपा और कांग्रेस राष्ट्रीय मुद्दों पर विशेष फोकस कर रही हैं.

भाजपा के प्रदेश महामंत्री आदित्य कोठारी ने कहा कि भाजपा का एक स्पष्ट सोच है कि साल 2047 तक देश को विकसित राष्ट्र बनाना है. देश को बढ़ाना और राष्ट्र को मजबूत करना ये बीजेपी का संकल्प है. ऐसे में इन तमाम कामों को पूरा करने के लिए भाजपा संगठन की ओर से एक रोड मैप तैयार किया गया है और ये काम सत्ता में रहकर ही संभव है. साथ ही देश का विकास राष्ट्र की मजबूती राष्ट्र की एकता और अखंडता भाजपा के हाथों में ही सुरक्षित है. लिहाजा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि लोकसभा चुनाव में बीजेपी को 370 सीटें, एनडीए का गठबंधन 400 सीटों को पार करेगा. ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारी बहुमत के साथ केंद्र में अपनी सरकार बनाएंगे.
पढ़ें-अमित शाह के दौरे को लेकर कांग्रेस ने कसा तंज, कहा- अंकिता केस का संज्ञान लें, राजनीतिक बैठकें कर न लौटें

वहीं, कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री नवीन जोशी ने कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस राज्य के जो तमाम ज्वलंत मुद्दे हैं उन मुद्दों के साथ ही राष्ट्रीय मुद्दों को भी शामिल किया जाएगा. जिसे जनता के बीच कांग्रेस ले जाएगी. जिसमें मुख्य रूप से अंकिता भंडारी हत्याकांड, महंगाई, बेरोजगारी, भर्ती घोटाला समेत राज्य से जुड़े तमाम मुद्दों को जनता के बीच कांग्रेस लेकर जाएगी. इसी क्रम में किसानों से जुड़े आंदोलन समेत तमाम अन्य राष्ट्रीय मुद्दे को कांग्रेस जनता के बीच जाएगी. भाजपा से जनता का मोह भंग हो गया है, जिसके बाद लोग कांग्रेस की ओर देख रहे हैं.

Last Updated : Feb 20, 2024, 10:09 AM IST
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