रायपुर: छत्तीसगढ़ में शराब पर सियासत का दौर काफी पुराना है. जब रमन सिंह की सरकार थी तब भी शराबबंदी पर सियासत होती थी. जब भूपेश बघेल की सरकार आई तब भी शराबबंदी की मांग को लेकर हंगामा मचा. अब विष्णुदेव साय के सरकार में शराब पर आबकारी विभाग के एप को लेकर घमासान छिड़ा हुआ है. आबकारी विभाग ने बुधवार को शराब और उससे जुड़ी जानकारी को लेकर मनपसंद एप लॉन्च किया था. तब से इस पर राजनीति घमासान तेज हो गया है. भूपेश बघेल इस ऐप के बहाने राज्य सरकार को निशाने पर लेने लगे. उसके बाद बीजेपी ने उनके खिलाफ काउंटर अटैक किया है.
बुधवार को हुआ मनपसंद एप लॉन्च: छत्तीसगढ़ के आबकारी विभाग ने बुधवार को मनपसंद नाम से आबकारी विभाग का एक एप लॉन्च किया. जिसके जरिए शराब के ग्राहक शराब की सप्लाई, दुकानों, ब्रांड और कीमत से जुड़ी जानकारी प्राप्त कर सकेंगे. इसके जरिए ग्राहक अपने पसंदीदा ब्रांड की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए विभाग को सूचित भी कर सकते हैं, अगर वहां कोई ब्रांड उपलब्ध नहीं है. इस एप के जरिए शराब दुकानों से जुड़ी शिकायतें भी विभाग में दर्ज कराई जा सकती हैं.
भूपेश बघेल ने साय सरकार पर किया अटैक: बुधवार को लॉन्चिंग के बाद भूपेश बघेल ने गुरुवार से साय सरकार पर अटैक करना शुरू कर दिया. उन्होंने सोशल मीडिया साइट एक्स पर बीजेपी सरकार की आलोचना की है. उन्होंने लिखा कि"बीजेपी कह रही है कि इससे लोगों को "सबसे अच्छी" शराब पिलाई जाएगी. स्कूल_बंद_स्कॉच_शुरू (स्कूल बंद और स्कॉच शुरू) योजना के तहत, बीजेपी का नया नारा है "हमने बनाया है, हम ही पिलाएंगे." पिछले साल के विधानसभा चुनावों के दौरान बीजेपी का नारा था 'हमने बनाया है, हम ही सवारेंगे'.
अजय चंद्राकर का एक वीडियो भी किया ट्वीट: भूपेश बघेल ने अजय चंद्राकर का एक वीडियो को भी ट्वीट कर शेयर किया. जिसके बाद इस वीडियो को लेकर सियासी हंगामा मच गया. इस वीडियो को लेकर अजय चंद्राकर ने भूपेश बघेल पर आरोप लगाया कि उनके वीडियो को एडिट कर शेयर किया गया है. इन सब घटनाक्रम के बाद दुर्ग के भिलाई में बीजेपी विधायक रिकेश सेन ने पूर्व सीएम भूपेश बघेल के खिलाफ सुपेला थाने में शिकायत दर्ज कराई है.
सोर्स: पीटीआई