दुर्ग: दुर्ग जिला प्रशासन पर आरोप है कि उसकी नाक के नीचे ठगड़ा बांध में मुरुम का अवैध खनन बिना इजाजत के किया जा रहा है. मीडिया ने जब इस संबंध में जिम्मेदार अफसरों से बात की तो उन्होने खनन को लेकर कहा कि अगर कुछ गलत किया जा रहा है तो कार्रवाई निश्चित होगी. नगर निगम को तो खनन की जानकारी भी मीडिया के जरिए ही मिली. नगर निगम के अफसर ने बताया कि मुरुम का अवैध तरीके से परिवहन किया जा रहा है तो उसपर एक्शन लिया जाएगा.
ठगड़ा बांध में मुरुम का अवैध खनन: दुर्ग केंद्रीय जेल के सामने ठगड़ा बांध है. ठगड़ा बांध में जेसीबी मशीनों के जरिए बड़े पैमाने पर खुदाई का काम चल रहा है. खुदाई के दौरान निकले मुरुम को बड़े पैमाने पर वहां से दूसरी जगह भी भेजा रहा है. इसकी जानकारी नहीं खनिज विभाग को है नहीं नगर निगम की टीम को.
''नगर निगम ने किसी भी प्रकार कोई आदेश इस तरह का दिया है. हमसे केवल एनओसी की मांग की गई थी हमारी ओर से सिर्फ एनओसी दी गई है''. - लोकेश चंद्राकर,कमिश्नर, नगर निगम दुर्ग
''मुरुम परिवहन की एक एप्लीकेशन लगी है. उसकी कॉपी हमारे पास पहुंची है अब हम उसे आगे फारवर्ड करेंगे. आपके माध्यम से हमें ये जानकारी मिली है. अगर बिना ट्रांजिट पास के अगर मुरुम का खनन किया जा रहा है तो हम जरुर कार्रवाई करेंगे.'' - दीपक मिश्रा,उप संचालक,खनिज विभाग दुर्ग
शासन की नाक के नीचे खनन का खेल: लोगों का कहना है कि दुर्ग से भिलाई जाने के लिए कलेक्टर से लेकर एसपी तक ठगड़ा बांध वाले रास्ते का इस्तेमाल करते हैं. लगातार दस दिनों से यहां चौबीसो घंटे खनन का काम किया जा रहा है लेकिन किसी को इसकी जानकारी नहीं है. लोगों का ये भी आरोप है कि शासन की नाक की नीचे इस तरह का खेल चल रहा है और किसी को इसकी जानकारी नहीं है. अफसरों ने जरुर कहा है कि अगर कोई गलत काम हो रहा है तो कार्रवाई जरुर होगी.