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लोकसेवा आयोग के बाहर अब भी डटे प्रतियोगी, बोले- PCS प्री की तरह RO-ARO परीक्षा भी एक दिन में हो

UPPSC EXAMS DATE CONTROVERSY: एक दिन पहले सीएम योगी के हस्तक्षेप पर आयोग ने पीसीएस प्री परीक्षा एक दिन में कराने का किया था ऐलान.

लोकसेवा आयोग के बाहर अब भी डटे प्रतियोगी.
लोकसेवा आयोग के बाहर अब भी डटे प्रतियोगी. (Photo Credit; ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : 2 hours ago

प्रयागराज : उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग के बाहर प्रतियोगी छात्रों का आंदोलन पांचवें दिन भी जारी है. हालांकि चार दिन तक जहां आयोग के बाहर छात्र-छात्राओं की संख्या हजारों में थी, वहीं अब इसमें कमी आई है. प्रदर्शनकारियों का दावा है कि उनका आंदोलन जैसे चार दिन तक चलता रहा है, उसी तरह से तब तक चलेगा जब तक उनकी दूसरी मांग RO-ARO भर्ती परीक्षा को एक दिन में कराने की पूरी नहीं हो जाती. इससे पहले आयोग ने सीएम योगी के निर्देश पर पीसीएस प्री 2024 परीक्षा एक दिन में कराने की मांग स्वीकार कर ली थी.

लोकसेवा आयोग के बाहर अब भी डटे प्रतियोगी. (Video Credit; ETV Bharat)

पांचवें दिन भी धरना-प्रदर्शन : यूपी लोक सेवा आयोग के बाहर प्रतियोगी छात्र-छात्राएं पीसीएस प्री 2024 और आरओ-एआरओ भर्ती परीक्षा 2023 को एक दिन एक शिफ्ट में करवाने और नॉर्मलाइजेशन हटाने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं. गुरुवार शाम आयोग की तरफ से पीसीएस प्री परीक्षा को एक दिन में करवाने की घोषणा कर दी गई, जिसके बाद बाहर जुटी भीड़ में कमी हो गई. गुरुवार को दिन में बीते चार दिनों के मुकाबले आयोग के बाहर जुटे प्रतियोगियों की संख्या में कमी आ गई. वहीं आयोग के बाहर मौजूद प्रतियोगी छात्रों का कहना है कि सरकार ने उनकी एक मांग मान ली है, लेकिन दूसरी मांग पर फैसला नहीं लिया गया है.जब तक उनकी दूसरी मांग भी नहीं मानी जाती है तब तक वो आयोग के बाहर धरना प्रदर्शन करते रहेंगे.

सीएम योगी को करना पड़ा हस्तक्षेप: प्रतियोगी छात्र-छात्राओं के लगातार चल रहे प्रदर्शन और विरोधी दलों के इस मुद्दे को उठाने के बाद योगी सरकार को झुकना पड़ा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने छात्रों की इन मांगों का संज्ञान लेते हुए आयोग को निर्देश दिया कि वह छात्रों के साथ संवाद स्थापित कर आवश्यक निर्णय ले. आयोग ने मुख्यमंत्री के निर्देश पर छात्रों से संवाद किया और उनकी मांगों पर विचार करते हुए तय किया कि पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा 2024 पूर्व की भांति एक ही दिन में आयोजित की जाएगी.

आरओ/एआरओ परीक्षा के लिए समिति का गठन: मुख्यमंत्री की पहल पर यूपीपीएससी ने समीक्षा अधिकारी (आरओ) और सहायक समीक्षा अधिकारी (एआरओ) परीक्षा-2023 को स्थगित करते हुए उसकी पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए एक समिति का गठन किया है. यह समिति सभी पहलुओं पर गहन अध्ययन कर अपनी विस्तृत रिपोर्ट शीघ्र प्रस्तुत करेगी, जिससे इन परीक्षाओं की शुचिता और विश्वसनीयता को सुनिश्चित किया जा सके.

प्रतियोगी दोनों मांगें पूरी कराने पर डटे : वैसे तो आयोग ने प्रतियोगियों की एक मांग मान ली लेकिन इससे बात पूरी बनी नहीं. छात्र-छात्राएं इसे आधी जीत मान रहे हैं. उनका कहना है कि छात्रों को बांटकर आंदोलन खत्म करवाने के लिए आयोग ने सिर्फ पीसीएस प्री 2024 को ही एक दिन में करवाने का फैसला माना है. लेकिन वे दोनों मांगें माने जाने तक आयोग के बाहर डटे रहने की बात कह रहे हैं. प्रतियोगी छात्र छात्राओं का कहना है कि उनकी दोनों परीक्षाओं को एक दिन एक पाली में करवाने की मांग थी, जिसको पूरा करवाने के लिए वो आयोग के सामने अपनी मांग को लेकर बैठे रहेंगे. इसी क्रम में पांचवें दिन भी उनका आंदोलन जारी है.

यह भी पढ़ें : छात्रों के आंदोलन के सामने झुकी योगी सरकार; अब एक दिन में होगी PCS प्री, RO-ARO पर अब भी अड़े हैं स्टूडेंट

प्रयागराज : उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग के बाहर प्रतियोगी छात्रों का आंदोलन पांचवें दिन भी जारी है. हालांकि चार दिन तक जहां आयोग के बाहर छात्र-छात्राओं की संख्या हजारों में थी, वहीं अब इसमें कमी आई है. प्रदर्शनकारियों का दावा है कि उनका आंदोलन जैसे चार दिन तक चलता रहा है, उसी तरह से तब तक चलेगा जब तक उनकी दूसरी मांग RO-ARO भर्ती परीक्षा को एक दिन में कराने की पूरी नहीं हो जाती. इससे पहले आयोग ने सीएम योगी के निर्देश पर पीसीएस प्री 2024 परीक्षा एक दिन में कराने की मांग स्वीकार कर ली थी.

लोकसेवा आयोग के बाहर अब भी डटे प्रतियोगी. (Video Credit; ETV Bharat)

पांचवें दिन भी धरना-प्रदर्शन : यूपी लोक सेवा आयोग के बाहर प्रतियोगी छात्र-छात्राएं पीसीएस प्री 2024 और आरओ-एआरओ भर्ती परीक्षा 2023 को एक दिन एक शिफ्ट में करवाने और नॉर्मलाइजेशन हटाने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं. गुरुवार शाम आयोग की तरफ से पीसीएस प्री परीक्षा को एक दिन में करवाने की घोषणा कर दी गई, जिसके बाद बाहर जुटी भीड़ में कमी हो गई. गुरुवार को दिन में बीते चार दिनों के मुकाबले आयोग के बाहर जुटे प्रतियोगियों की संख्या में कमी आ गई. वहीं आयोग के बाहर मौजूद प्रतियोगी छात्रों का कहना है कि सरकार ने उनकी एक मांग मान ली है, लेकिन दूसरी मांग पर फैसला नहीं लिया गया है.जब तक उनकी दूसरी मांग भी नहीं मानी जाती है तब तक वो आयोग के बाहर धरना प्रदर्शन करते रहेंगे.

सीएम योगी को करना पड़ा हस्तक्षेप: प्रतियोगी छात्र-छात्राओं के लगातार चल रहे प्रदर्शन और विरोधी दलों के इस मुद्दे को उठाने के बाद योगी सरकार को झुकना पड़ा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने छात्रों की इन मांगों का संज्ञान लेते हुए आयोग को निर्देश दिया कि वह छात्रों के साथ संवाद स्थापित कर आवश्यक निर्णय ले. आयोग ने मुख्यमंत्री के निर्देश पर छात्रों से संवाद किया और उनकी मांगों पर विचार करते हुए तय किया कि पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा 2024 पूर्व की भांति एक ही दिन में आयोजित की जाएगी.

आरओ/एआरओ परीक्षा के लिए समिति का गठन: मुख्यमंत्री की पहल पर यूपीपीएससी ने समीक्षा अधिकारी (आरओ) और सहायक समीक्षा अधिकारी (एआरओ) परीक्षा-2023 को स्थगित करते हुए उसकी पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए एक समिति का गठन किया है. यह समिति सभी पहलुओं पर गहन अध्ययन कर अपनी विस्तृत रिपोर्ट शीघ्र प्रस्तुत करेगी, जिससे इन परीक्षाओं की शुचिता और विश्वसनीयता को सुनिश्चित किया जा सके.

प्रतियोगी दोनों मांगें पूरी कराने पर डटे : वैसे तो आयोग ने प्रतियोगियों की एक मांग मान ली लेकिन इससे बात पूरी बनी नहीं. छात्र-छात्राएं इसे आधी जीत मान रहे हैं. उनका कहना है कि छात्रों को बांटकर आंदोलन खत्म करवाने के लिए आयोग ने सिर्फ पीसीएस प्री 2024 को ही एक दिन में करवाने का फैसला माना है. लेकिन वे दोनों मांगें माने जाने तक आयोग के बाहर डटे रहने की बात कह रहे हैं. प्रतियोगी छात्र छात्राओं का कहना है कि उनकी दोनों परीक्षाओं को एक दिन एक पाली में करवाने की मांग थी, जिसको पूरा करवाने के लिए वो आयोग के सामने अपनी मांग को लेकर बैठे रहेंगे. इसी क्रम में पांचवें दिन भी उनका आंदोलन जारी है.

यह भी पढ़ें : छात्रों के आंदोलन के सामने झुकी योगी सरकार; अब एक दिन में होगी PCS प्री, RO-ARO पर अब भी अड़े हैं स्टूडेंट

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