पंडरिया: कवर्धा के पंडरिया में कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व धूमधाम से मनाया गया. खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव में बच्चों की टोली डीजे के धुन पर झूमते गाते नजर आए. कई जगहों पर सोमवार रात को कृष्ण जन्माष्टमी की पूजा की गई. वहीं कई जगह मंगलवार को श्रीकृष्ण के बाल रूप की पूजा हुई. गांव की गलियों में जगह जगह मटकी फोड़ का आयोजन हुआ. दही हांडी फोड़ने के दौरान युवाओं को कई बार कोशिश करनी पड़ी लेकिन गोविंद भी हार नहीं माने और मटकी फोड़ कार्यक्रम के साथ जन्माष्टमी का पर्व संपन्न हुआ.
पंडरिया में कृष्ण जन्माष्टमी: धार्मिक मान्यतानुसार, जन्माष्टमी की पूजा मध्यरात्रि में करना सबसे शुभ माना जाता है. इस दिन मंदिरों और घरों में सजावट की जाती है और श्रीकृष्ण के जीवन से जुड़ीं झाकियां लगाई जाती हैं. ऐसी मान्यता है कि जन्माष्टमी में विधि पूर्वक पूजन करने से घर में सुख शांति के साथ सफलता मिलती है. मंगलवार को पंडरिया में दोपहर 3 बजकर 55 मिनट पर और रात पूजन रात 12 बजे से देर रात 12 बजकर 44 मिनट पर भगवान श्रीकृष्ण की पूजा हुई.
रायपुर में सबसे बड़े दही हांडी कार्यक्रम का आयोजन: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के गुढ़ियारी में सबसे ऊंची मटकी फोड़ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. इस प्रतियोगिता में रायपुर सहित अन्य जिलों की गोविंदाओं की टोली मटकी फोड़ने पहुंची. गोविंदाओं की महिला टोली ने भी दही हांडी कार्यक्रम में अपना दम दिखाया.सार्वजनिक दही हांडी उत्सव समिति की तरफ से आयोजित इस कार्यक्रम में सीएम विष्णुदेव साय मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए. सीएम ने मंच पर बंधी हुई मटकी को फोड़ा और प्रतियोगिता की शुरुआत की.