पटना : 20 नवंबर को शिक्षा विभाग बड़े पैमाने पर नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम करने जा रहा है. सक्षमता-1 के सफल 1.87 लाख नियोजित शिक्षकों को विशिष्ट शिक्षक होने का नियुक्ति पत्र दिया जाना है. लेकिन इस कार्यक्रम का शिक्षक संगठन विरोध कर रहे हैं. शिक्षक संगठनों ने ऐलान कर दिया है कि आगामी 20 नवंबर को होने जा रहे नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम का सभी नियोजित शिक्षक विरोध करेंगे. अपने विरोध कार्यक्रम को सफल करने के लिए नियोजित शिक्षक 19 नवंबर की संध्या को प्रखंड मुख्यालय में कैंडल मार्च निकालेंगे.
नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम का विरोध : बिहार राज्य माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेश महासचिव शत्रुघ्न प्रसाद सिंह ने बताया कि नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम का शिक्षक विरोध कर रहे हैं. शिक्षक स्थानांतरण नीति के प्रमंडलीय बाध्यता वाले फैसले से संतुष्ट नहीं है. इसके अलावा विशिष्ट शिक्षक होने पर नियोजित शिक्षकों को वर्षों के सेवा निरंतरता का लाभ नहीं मिल रहा है.
''ऐसे में यह शिक्षक जो वर्षों से कार्यरत हैं वह बीपीएससी पहले और दूसरे चरण के शिक्षकों से जूनियर हो जाएंगे, यह वर्षों से कार्यरत शिक्षकों के सम्मान के साथ खिलवाड़ हैं. इसके विरोध में माध्यमिक शिक्षक संघ आगामी 28 नवंबर को विशाल धरना प्रदर्शन करने जा रहा है. धरना प्रदर्शन के माध्यम से शिक्षक अपनी नाराजगी प्रकट करेंगे.''- शत्रुघ्न प्रसाद सिंह, प्रदेश महासचिव, बिहार राज्य माध्यमिक शिक्षक संघ
'वर्षों से कार्यरत शिक्षकों को चाहिए सेवा निरंतरता का लाभ' : वहीं बिहार शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष केशव कुमार ने बयान जारी कर बताया कि वह लोग नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम का विरोध कर रहे हैं. वर्षों से कार्यरत शिक्षकों को विशिष्ट शिक्षक बनाने के बाद उनकी सेवा निरंतर के लाभ से उन्हें वंचित कर दिया जा रहा है.
''शिक्षक संगठनों ने सक्षमता परीक्षा का विरोध नहीं किया लेकिन उन लोगों का यही विरोध था कि सरकार हर 5 साल पर एक नीति लाती है और वर्षों से उनके कार्य के अनुभव को खा जाती है. 20 तारीख को नियुक्ति पत्र लेकर जो शिक्षक योगदान करेंगे वह 2 साल के प्रोबेशन पीरियड पर रहेंगे और उनका वर्षों का अनुभव खत्म हो जाएगा. इसके साथ ही नियोजित शिक्षक वर्षों से शैक्षणिक कार्य से जुड़े होने के बावजूद नई बहाल हुए बीपीएससी शिक्षकों से जूनियर हो जाएंगे.''- केशव कुमार, प्रदेश अध्यक्ष, बिहार शिक्षक संघ
'कोर्ट भी जाएंगे शिक्षक' : केशव कुमार ने कहा कि सरकार नियुक्ति पत्र वितरण से पहले स्पष्ट करें कि सक्षमता उत्तीर्ण नियोजित शिक्षकों को वर्षों से विद्यालय में पढ़ने के अनुभव को सेवा निरंतरता के रूप में जोड़ा जाएगा. यह शिक्षकों के मान सम्मान की लड़ाई है, जिसमें शिक्षक संघ मजबूती से शिक्षकों के साथ खड़ा है. अगर नियोजित शिक्षकों को सेवा निरंतरता का लाभ नहीं दिया जाता है तो वह इस नियुक्ति पत्र को स्वीकार नहीं करेंगे और माननीय उच्च न्यायालय में जाकर अपनी सेवा निरंतरता का लाभ लेंगे.
ये भी पढ़ें :-
नियोजित शिक्षक को इस दिन मिलेगा नियुक्ति पत्र, नए साल पर ज्वाइनिंग, जानें कितना मिलेगा वेतन?