पिथौरागढ़: सरकार स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने के लाख दावे कर रही है, लेकिन जमीनी हकीकत ठीक उलट है. वहीं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गंगोलीहाट सिर्फ रेफर सेंटर बनकर रह गया है. जिस कारण लोगों को बेहतर इलाज के लिए जिला मुख्यालय या शहरों का रुख करना पड़ रहा है.
गंगोलीहाट विकास खंड में वर्तमान में लगभग 1 लाख जनसंख्या है. जिनके उपचार की जिम्मेदारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गंगोलीहाट पर है. लेकिन यहां पर स्वास्थ्य सुविधाओं के नाम कुछ भी नहीं है सिर्फ यहां पर प्राथमिक उपचार ही यहां मिल रहा है. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गंगोलीहाट में एक्स-रे मशीन पिछले एक वर्ष से धूल फांक रही है तो अल्ट्रासाउंड की मशीनें पिछले चार वर्षों से बंद पड़ी हुई हैं. लाखों की मशीनें बंद कमरों में पड़ी हैं. गंगोलीहाट के लोगों को एक्सरे और अल्ट्रासाउंड कराने के लिए बेरीनाग या जिला मुख्यालय पिथौरागढ़ दौड़ना पड़ता है.
पढ़ें-झोलाछाप डॉक्टर ने गर्भवती का किया ऑपरेशन, केस बिगड़ा तो खड़े किए हाथ, जच्चा-बच्चा की मौत
पूर्व में यहां पर स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर कई बार व्यापारियों से लेकर विभिन्न संगठन आंदोलन तक कर चुके हैं. लेकिन इसके बाद भी आज तक स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर नहीं किया गया है.क्षेत्रीय भाजपा विधायक फकीर राम टम्टा ने बताया कि गंगोलीहाट सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाया जा रहा है. यहां पर एक्सरे और अल्ट्रासाउंड की सुविधा भी मरीजों को जल्द मिलेगी. वहीं सीएमओ पिथौरागढ़ डॉ.एच एस ह्यांकी ने कहा कि गंगोलीहाट सीएचसी में एक्सरे मशीन शुरू करने के लिए कार्रवाई की जा रही है, जिसे जल्द शुरू कर दिया जाएगा. अल्ट्रासाउंड सुविधा और डॉक्टरों की नियुक्ति के लिए शासन को पत्र भेजा गया है. शासन के आदेश के बाद जल्द डॉक्टरों की भी नियुक्ति कर दी जाएगी.