अलवर. शहर के शिशु अस्पताल में पिछले दिनों प्लास्टर गिरने की घटना से सबक लेकर प्रशासन अब एक्शन में है. रविवार को अलवर जिला कलेक्टर आशीष गुप्ता ने शिशु अस्पताल का निरीक्षण कर अस्पताल प्रशासन को साफ-सफाई रखने व बेड बढ़ाने के निर्देश दिए. निरीक्षण के दौरान जिला कलेक्टर आशीष गुप्ता के साथ पीएमओ सुनील चौहान व सीएमएचओ योगेंद्र शर्मा मौजूद रहे.
कलेक्टर आशीष गुप्ता ने कहा कि राजकीय गीतानंद शिशु चिकित्सालय जिले का एक महत्वपूर्ण एसेट है. कुछ समय पहले शिशु अस्पताल में एसएनसीयू में रिपेयरिंग का कार्य हुआ था. उसका निरीक्षण किया गया कि किस तरह की क्वालिटी रही है. इसके साथ ही तैयार हुआ एक वार्ड भी है. हालांकि अभी वह क्रियान्वित नहीं हो पाया है. अस्पताल प्रशासन को इसके निर्देश दिए हैं कि जल्द से जल्द वार्ड को भी शुरू किया जाए. जिससे यहां आने वाले मरीजों को इलाज की बेहतर सुविधाएं मिल सकें.
जिला कलेक्टर ने कहा कि बेबी वार्मर की कुछ मशीन शिशु चिकित्सालय में है. आने वाले समय में उपकरणों की जरूरत पड़ने पर अस्पताल प्रशासन से चर्चा कर इस संबंध में आगे अवगत कराया जाएगा. कलेक्टर ने निरीक्षण के दौरान कहा कि अस्पताल में साफ-सफाई व बेड बनाने की निर्देश दिए हैं. जिला कलेक्टर आशीष गुप्ता ने कहा कि बीते दिनों शिशु अस्पताल की छत से गिरे प्लास्टर की घटना से सीख लेते हुए चार दिन पहले आरएमएस की मीटिंग आयोजित की गई. जिसमें इस विषय पर गहन चर्चा की गई. इसके बाद प्रपोजल पास करके आगे भेज दिया गया है. जल्द ही तीनों सरकारी अस्पतालों की छत के रेनोवेशन का कार्य शुरू होगा.
भरतपुर व हरियाणा के मरीज आते हैं इलाज के लिए: पीएमओ सुनील चौहान ने बताया कि अलवर शहर के सरकारी अस्पतालों में अलवर जिले के मरीज ही नहीं बल्कि भरतपुर व हरियाणा तक से मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं. अस्पताल प्रशासन की कोशिश रहती है कि यहां आने वाले मरीजों को बेहतर इलाज की सुविधा मिल सके.