बलरामपुर: बलरामपुर के कलेक्टर ने मरीजों से बदसलूकी करने वाले नर्सों पर बड़ी कार्रवाई की है. जिले के राजपुर में एक छात्रावास की अधीक्षिका हॉस्टल के बच्चों का इलाज कराने पहुंची थी. नर्सों पर इलाज के दौरान शिक्षिका से बदतमीजी का आरोप लगा. यह पूरी घटना की जानकारी जैसे ही कलेक्टर को लगी उन्होंने एक्शन लिया और नर्सों को सस्पेंड कर दिया.
राजीव पड़हा हॉस्टल के बच्चों और शिक्षिका से बदसलूकी: बलरामपुर के राजपुर में राजीव पहड़ा छात्रावास संचालित है. यह पूर्व सांसद नंद कुमार साय के नाम पर चल रहा है. यहां के चार बच्चे इलाज के लिए अपने टीचर के साथ राजीव पड़हा हॉस्टल में गुरुवार को पहुंचे थे. शिक्षिका के मुताबिक इलाज के दौरान उनके साथ नर्सों ने बदसलूकी की. नर्स के पास से पर्ची बनवाने के बाद सभी लोग डॉक्टर के पास गए. वहां से आने के बाद इंजेक्शन लगाने के लिए पर्ची नर्स को दे दिया. इनमें चार में से दो पर्ची नर्स ने कहीं रख दिया इन बच्चों और मैडम पर नर्स पर्ची गुमाने का आरोप लगाकर चिल्लाने लगी
नर्सों पर आरोप मरीज को अस्पताल में आने से किया मना: हद तो तब हो गई जब नर्सों ने शिक्षिका और बच्चों को अस्पताल में आने से मना कर दिया. इस घटना का वीडियो वहां मौजूद लोगों ने बना लिया. जिसके बाद इसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. इसी वीडियो और शिकायत के आधार पर कलेक्टर ने शनिवार को नर्सों के निलंबन की कार्रवाई की है. नर्स आंचल सिंह और रजनी तिर्की को निलंबित किया गया है.
पहले नर्सों से मांगा गया जवाब, फिर की गई कार्रवाई: इस पूरी घटना पर राजपुर विकासखंड के चिकित्सा अधिकारी रामप्रसाद ने मामले में संज्ञान लिया. उसके बाद दोनों नर्सों को नोटिस जारी कर उनका पक्ष मांगा गया. जवाब के बाद दोनों नर्सों को कलेक्टर ने सस्पेंड किया है. कलेक्टर के आदेश में यह जिक्र है कि नर्सों ने मरीजों के साथ बदतमीजी की है. जो उनके दायित्वों के प्रति घोर लापरवाही को दर्शाता है. यह छत्तीसगढ़ सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के नियमों के विपरीत है. इसलिए उनके ऊपर कार्रवाई की जाती है.
नोट: ईटीवी भारत इस वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता