सीकर : जिले में सर्दी का सितम जारी है. फतेहपुर में तापमापी का पारा जमाव बिंदु से उबरने के एक दिन बाद ही फिर से माइनस में चला गया. उत्तरी हवाएं चलने के कारण सीकर में कड़ाके की सर्दी पड़ रही है. मौसम विभाग ने शेखावाटी के तीनों जिलों सहित प्रदेश के कई अन्य जिलों में चार दिन तक शीत लहर का अलर्ट जारी किया है. सीकर में सूर्योदय से उत्तरी हवाओं की रफ्तार कुछ कम हुई है. पिछले सप्ताह 6 दिन तापमान लगातार माइनस रहा था. जमाव बिंदु से नीचे रहे पारे से अंचल का जर्रा-जर्रा जमा नजर आया था. नलों व खुले में रखे बर्तनों का पानी भी बर्फ में तब्दील हो गया था. वाहनों, फसलों, पौधों और घास के अलावा मिट्टी पर भी ओस की बूंदे बर्फीली परतों में बदल गई थी.
बाजार में सन्नाटा : सर्दी का असर जनजीवन पर भी नजर आया. लोग सुबह में देर तक रजाई में दुबके रहे. गर्म कपड़ों में लदे होने के साथ जहां-तहां हीटर व आग जलाने की जुगत करते दिखे. सुबह व शाम की सैर करने वाले लोगों की संख्या में भी अच्छी खासी कमी देखी गई. रात को बाजार में भी जल्दी सन्नाटा छा गया. हालांकि, दोपहर में धूप खिलने से आमजन को राहत मिली.
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सर्दी से फसलों को होगा लाभ : मौसम के करवट लेने से किसानों के चेहरों पर खुशी की लहर दौड़ गई है. तापमान में कमी आने और सर्दी में तेजी से रबी की फसलों को फायदा होगा. फिलहाल रबी की फसलें अंकुरण और बढ़वार की स्थिति में हैं. दिसंबर के शुरुआत में तापमान ज्यादा होने के कारण रबी की फसलों के खराब होने या उपज गिरने की चिंता में डूबे किसानों के लिए अब राहत की खबर है. मैदानी क्षेत्रों में तेज सर्दी रबी की फसल के लिए वरदान की तरह है.
मध्यरात्रि के बाद ओस गिरने से फसलों की अतिरिक्त सिंचाई भी हो रही है. कृषि विशेषज्ञों की मानें तो सर्दी बढ़ने से गेहूं व सरसों की फसल को फायदा होगा, जबकि उद्यानिकी फसलों के तेज सर्दी से झुलसने की आशंका बनी रहती है. ऐसे में किसानों ने आगामी दिनों में जमाव बिंदु से नीचे पारा जाने की आशंका को लेकर सर्दी से बचाव की जुगत करनी शुरू कर दी है.