सरगुजा: सर्द हवाओं की दस्तक सरगुजा में शुरु हो चुकी है. ठिठुराने वाली हवाओं के चलने से सरगुजा संभाग में पारा तेजी से नीचे पहुंच गया है. नवंबर के तीसरे हफ्ते में ही पारा 8.8 डिग्री तक पहुंच चुका है. मौसम विभाग की मानें तो साल 2014 के बाद पहली बार पारा इतने नीचे नवंबर के तीसरे हफ्ते में पहुंचा है. मौसम विभाग अचानक से तापमान गिरने के पीछे चक्रवातीय परिवर्तन को कारण बता रहा है. सरगुजा संभाग में सर्दी बढ़ने से ग्रामीण इलाके में रहने वाले लोगों की मुसीबत बढ़ गई है.
पारा गिरकर 8.8 डिग्री तक पहुंचा: मौसम वैज्ञानिक मोहन भट्ट का कहना है कि इस वक्त बंगाल की खाड़ी शांत बनी हुई है. बंगाल की खाड़ी की ओर से कोई नमी की मात्रा नहीं आ रही. लगातार पश्चिम और उत्तर से सर्द हवाएं आ रही हैं. बीते दिनों उत्तर भारत में कई जगहों पर बर्फबारी हुई. बर्फबारी के चलते उस ओर से सर्द हवाएं आ रही हैं. आसमान पूरी तरह से साफ है. उत्तर छत्तीसगढ़ का तापमान सर्द हवाओं की वजह से गिरा है. इस सीजन में पहली बार पारा 10 डिग्री के नीचे गया. अभी पहाड़ी इलाकों में पारा और नीचे जाएगा. कोई डिस्टर्बेंस आएगा तो पारा ऊपर जाएगा.
साल 2014 के बाद पहली बार नवंबर के महीने में पारा 9 डिग्री के नीचे पहुंचा है. पहाड़ी क्षेत्रों में पारा और नीचे जाएगा. :अक्षय मोहन भट्ट, मौसम विज्ञानी
दस साल पुराना रिकार्ड टूटा: दस सालों के बाद पहली बार ऐसा हुआ है जब नवंबर में पारा लोगों को सताने लगा है. तीन दिनों के भीतर पारे ने अपना असर दिखाया है. साल 2014 में 18 नवंबर के दिन अंबिकापुर का पारा 9.6 डिग्री दर्ज किया गया. दस सालों के बाद एक बार फिर अंबिकापुर का पारा 8.8 डिग्री पहुंच गया है. मौसम विभाग की मानें तो आने वाले दिनों में अभी पारा और लोगों को सताने वाला है. पारा 9 डिग्री से भी नीचे जाएगा. पारे के नीचे जाने से रोज कमाने खाने वालों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा.