चित्तौड़गढ़. मेवाड़ के प्रसिद्ध कृष्ण धाम श्री सांवलिया सेठ के हर महीने खुलने वाले भंडार की राशि करोड़ों में पहुंचती है. इस कारण इसे अमीरों का भगवान माना जाता रहा है, लेकिन जिस प्रकार से इस बार सिक्कों की राशि निकली है, उससे कहा जा सकता है कि सांवरिया के दरबार में अमीर ही नहीं गरीब भी पहुंचते हैं.
पांचवें व अंतिम राउंड की गणना के बाद ठाकुरजी के भंडार से कुल 15 करोड़ 58 लाख 50 हजार 284 रुपए प्राप्त हुए. भंडार और ऑनलाइन प्राप्त राशि को मिलाकर इस बार अब तक कि सर्वाधिक 19 करोड़ 7 लाख रुपए से अधिक की राशि निकली.
बता दें कि भगवान श्री सांवलिया सेठ का भंडार 4 जुलाई को श्री सांवलिया सेठ के दो दिवसीय मासिक मेले के पहले दिन कृष्ण पक्ष चतुर्दशी को खोला गया था. पहले चरण में भंडार से 07 करोड़ 70 लाख 41 हजार, दूसरे चरण में 04 करोड़ 35 लाख 40 हजार और तीसरे में 02 करोड़ 78 लाख 60 हजार रुपए की राशि प्राप्त हुई थी. तीसरे चरण में शेष बचे नोटों की गिनती में 62 लाख 01 हजार रुपए की राशि प्राप्त हुई. पांचवें चरण में केवल सिक्कों की गिनती बाकी थी.
अंतिम चरण में भंडार से 12 लाख 08 हजार 284 के सिक्के निकले. मंदिर मंडल के प्रशासनिक अधिकारी द्वितीय नंदकिशोर टेलर के अनुसार पांचों चरणों की गणना के बाद श्री सांवलिया सेठ के भंडार से कुल 15 करोड़ 58 लाख 50 हजार 284 रुपए की राशि प्राप्त हुई है. इस माह ठाकुरजी के भंडार व भेंट कक्ष कार्यालय में प्राप्त राशि को मिलाकर कुल 19 करोड़ 07 लाख 63 हजार 755 रुपए का चढ़ावा प्राप्त हुआ. इधर, श्री सांवलियाजी मंदिर मंडल भेंट कक्ष कार्यालय में नकद व मनीआर्डर के रूप में 03 करोड़ 49 लाख 13 हजार 471 रुपए की राशि प्राप्त हुई. साथ ही भंडार से 305 ग्राम सोना तथा 27 किलो 250 ग्राम चांदी निकली है वहीं, श्री सांवलियाजी मंदिर मंडल भेंट कक्ष कार्यालय में 200 ग्राम 500 मिलीग्राम सोना तथा 61 किलो 627 ग्राम चांदी भेंट स्वरूप प्राप्त हुई. अंतिम चरण की गणना के दौरान मंदिर मंडल बोर्ड के अध्यक्ष भैंरुलाल गुर्जर, बोर्ड सदस्य संजय कुमार मण्डोवरा, ममतेश शर्मा, अशोक कुमार शर्मा, श्रीलाल कुलमी, भैंरुलाल सोनी आदि मौजूद थे.