फिरोजाबाद: शनिवार को फिरेजाबाद में आचार संहिता उल्लंघन के 10 साल पुराने एक मामले में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी ठाकुर विश्व दीप सिंह ने शनिवार को कोर्ट में सरेंडर किया. वहां उन्हें जमानत मिल गई. साल 2014 में ठाकुर विश्वदीप सिंह बहुजन समाज पार्टी की टिकट पर चुनाव लड़े थे. इस दौरान उन पर आरोप लगा था कि उन्होंने नामांकन के जुलूस के दौरान आचार संहिता उल्लंघन किया था. पुलिस ने जब उन्हें रोकने की कोशिश की, तो समर्थनों ने जमकर नारेबाजी भी की.
आपको बता दें कि भारतीय जनता पार्टी ने इस बार ठाकुर विश्वदीप सिंह को फिरोजाबाद लोकसभा का प्रत्याशी बनाया है. ठाकुर विश्वदीप सिंह साल 2014 में बहुजन समाज पार्टी की टिकट पर चुनाव लड़े थे, लेकिन हार गए थे. ठाकुर विश्वदीप के वकील राजेश कुलश्रेष्ठ के मुताबिक 2014 में इनके खिलाफ आचार संहिता उल्लंघन का एक मामला दर्ज हुआ था. वह तत्कालीन एसएचओ ने उत्तर कोतवाली में दर्ज कराया था.
इस मामले में बीजेपी प्रत्याशी को अदालत में पेश होना था. शनिवार को ठाकुर विश्वदीप सिंह सीजेएम कोर्ट में पेश हुए. वहां से मुख्य न्याययिक दंडाधिकारी मीनाक्षी सिन्हा ने पत्रावली का अवलोकन करने के बाद इन्हें जमानत दे दी. फिरोजाबाद में 7 मई को वोट डाले जाएंगे. इस चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया 12 अप्रैल से शुरू होकर 19 अप्रैल तक चली थी. ठाकुर विश्वदीप सिंह ने लाव लश्कर के साथ 19 अप्रैल को नामांकन किया था और शनिवार को उन्होंने कोर्ट में सरेंडर किया.