रांची: जमीन घोटाले में 21 जून को ईडी ने जमीन माफिया कमलेश कुमार के ठिकानों पर छापेमारी की थी, उसी रात कांके अंचल अधिकारी जयकुमार राम ने सबूतों के साथ छेड़छाड़ की थी. रात में कांके सीओ ने अपने लॉगिन आईडी का इस्तेमाल कर कांके के चामा और रिंग रोड के इलाके की 20 जमीनों में 17 की जमाबंदी के रिकॉर्ड डिलीट कर दिए थे.
गुरुवार को ईडी ने जयकुमार राम से पूछताछ की तो उसने जमीन की जमाबंदी डिलीट करने की बात कबूली, सीओ ने बताया कि कमलेश कुमार के यहां छापेमारी के बाद वह डर गया था कि वह भी ईडी के रडार पर आ जाएगा, इसलिए भयवश उसने जमाबंदी का रिकॉर्ड डिलीट कर दिया. इसके बाद अहले सुबह ही समन कर जयकुमार राम को एजेंसी के कार्यालय बुलाया था. गुरुवार दिन के 11 बजे से देर शाम तक ईडी ने कांके सीओ से पूछताछ की है.
एनआईसी कार्यालय से हुई रिकवरी
ईडी की टीम जयकुमार राम को लेकर गुरुवार की दोपहर प्रोजेक्ट भवन स्थित एनआईसी के कार्यालय पहुंची. यहां से ईडी ने उन सारी जमाबंदियों का रिकॉर्ड हासिल किया, जिसे कांके अंचल अधिकारी ने डिलीट कर दिया था.
ईडी अफसरों के पास था मोबाइल-फोन पर आया जमाबंदी के बदले पैसों का ऑफर
ईडी की टीम ने बुधवार शाम सीओ जयकुमार राम और सीआई चितरंजन टुडू के मोबाइल जब्त किए थे. ईडी के द्वारा जब्ती के बाद सीओ जयकुमार राम के मोबाइल पर जमीन दलालों के फोन आ रहे थे. एक दलाल ने एक जमीन की जमाबंदी के बदले 10 लाख का ऑफर तब के सीओ को दिया था. ईडी के अफसरों ने खुद को कांके सीओ बताकर ही बात करना शुरू किया और दलाल को सीओ कार्यालय आने को कहा, लेकिन अंचल में ईडी के पहुंचने की सूचना तब तक फैल चुकी थी, ऐसे में जमीन दलाल नहीं आया.
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