लखनऊ: सिटी मोंटेसरी स्कूल के संस्थापक डॉ. जगदीश गांधी का रविवार देर रात मेदांता हॉस्पिटल में इलाज के दौरान निधन हो गया. वह 89 वर्ष के थे. दिसंबर के अंतिम सप्ताह में दिल की बीमारी के कारण उन्हें मेदांता हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था. उन्हें बीते 20 दिन से लाइफ केयर यूनिट पर रखा गया था. स्कूल प्रशासन की तरफ से प्राप्त जानकारी के अनुसार रविवार देर रात डॉ. गांधी ने अंतिम सांस ली. उनका पार्थिव शरीर गोमती नगर सेकेंड कैंपस में अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा. गांधी राजधानी लखनऊ के जाने-माने शिक्षाविद होने के साथ ही देश के सबसे प्रतिष्ठित विद्यालय के संस्थापक और डायरेक्टर थे.
सबसे बड़ा स्कूल स्थापित करने का श्रेयः डॉ. जगदीश गांधी ने 1980 में लखनऊ के स्टेशन रोड स्थित किराए के छोटे से मकान में सिटी मोंटेसरी स्कूल की स्थापना की थी. चार दशक के लंबे सफर के बाद सिटी मोंटेसरी स्कूल को डॉ. गांधी न केवल राजधानी का बल्कि दुनिया का एक सबसे बड़ा स्कूल बनाने में सफल रहे. उनके नाम पर किसी एक शहर में सबसे अधिक ब्रांच और रिकॉर्ड बच्चे पढ़ाने का गिनिस वर्ल्ड ऑफ रिकॉर्ड भी दर्ज है. मौजूदा समय में सिटी मोंटेसरी स्कूल की 28 ब्रांच में करीब 7,00,00 से अधिक विद्यार्थी पढ़ रहे हैं.
पश्चिम उत्तर प्रदेश के रहने वाले थे डॉ. जगदीश गांधीः सिटी मोंटेसरी स्कूल के संस्थापक डॉ. जगदीश गांधी मूल रूप से पश्चिम उत्तर प्रदेश के हापुड़ के रहने वाले थे. 1950 में उन्होंने लखनऊ विश्वविद्यालय में प्रवेश लिया था. साल 1952 में उन्होंने लखनऊ विश्वविद्यालय के अध्यक्ष पद का चुनाव जीता था. अध्यक्ष पद का चुनाव जीतने के बाद उनके शपथ ग्रहण समारोह में देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू भी लखनऊ विश्वविद्यालय आए थे. अपने छात्र जीवन के दौरान ही वह शिक्षा के क्षेत्र में काम करने के लिए काफी जाने जाते थे.
डॉ. जगदीश गांधी के निधन की सूचना के बाद शहर के स्कूल प्रबंधकों और उनके चाहने वालों के बीच में शोक की लहर दौड़ गई. डॉ. गांधी के निधन पर अनएडेड स्कूल एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने कहा कि यह एक अपार क्षति है. ईश्वर इस दुख की घड़ी में परिजनों को इस दुख को सहन करने की शक्ति दे. शिक्षा जगत से जुड़े हुए लोगों की संवेदनाएं शोक संतृप्त परिवार के साथ हैं.
ये भी पढ़ेंः डाॅ. जगदीश गांधी को मिला था इंग्लैंड का 'ग्लोबल पायनियर अवार्ड'