मथुराः मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को शाम 4:00 बजे मथुरा पहुंचे. सिविल लाइन में बने कार्यालय में उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ परिषद की सातवीं बोर्ड बैठक में हिस्सा लिया. बैठक में 133 करोड़ की 8 परियोजनाओं को मुख्यमंत्री ने स्वीकृति प्रदान की. उपाध्यक्ष शैलजाकांत मिश्र, विधायक और प्रतिनिधियों के साथ मीटिंग खत्म होने के बाद सीएम श्रीकृष्ण जन्मभूमि दर्शन करने के लिए रवाना गए.
वहीं, विकास कार्यों की समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी शैलेन्द्र कुमार सिंह ने सीए योगी को बताया कि कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय चौमुहां एवं मथुरा में विज्ञान लैबों का शुभारम्भ हुआ है. मिशन सुपोषण-100 के अन्तर्गत प्रथम चरण में माह जुलाई 2023 में 599 बच्चों को चिन्हित किया गया था, जिसमें 594 बच्चों को सुपोषित किया गया. द्वितीय चरण में माह जुलाई 2024 में 645 बच्चों को चयनित किया गया, जिसमें से कुल 642 बच्चों को कुपोषण मुक्त कराया गया है. 85 आंगनबाडी केन्द्रों को लर्निंग लैब के रूप में विकसित किया गया. स्वयं सहायता समूह द्वारा ओडीओपी के अन्तर्गत उत्पादों की ब्राण्डिंग, पैकेजिंग एवं विपणन ब्रज उदय के नाम से किया जा रहा है. इन उत्पादों की बिक्री के लिए ताज महल के पूर्वी गेट पर अस्थाई दुकान, मण्डल के सभी प्रमुख होटलों व एंपोरियम, टीएफसी वृन्दावन तथा ईकॉमर्स पोर्टल के माध्यम से बिक्री की जा रही है. नमामि गंगा एवं ग्रामीण जलापूर्ति के अन्तर्गत जल जीवन मिशन-हर घर जल उपलब्ध कराने के लिए कार्य किये जा रहे हैं. योजना के अन्तर्गत 225 एमएलडी कच्चा जल अपर गंगा कैनाल पालरा बुलंदशहर से लिये जाने के लिए कार्य प्रगति पर है. 214 टंकी बनाई जा रही हैं, जिसमें से 133 निर्माणाधीन हैं.
खाद की कालाबाजारी पर रोक लगाएंः मुख्यमंत्री ने जनपद में डीएपी, यूरिया, एनपीके तथा एमओपी के डिमाण्ड के संबंध में जानकारी ली. उन्होंने निर्देश दिये कि जनपद से डीएपी की कालाबाजारी पर रोक लगायें, किसानों को आवश्यकतानुसार डीएपी का वितरण किया जाये, अधिकारी नियमित रूप से केन्द्रों का निरीक्षण करें तथा पडोसी जिलों राज्यों में डीएपी की कालाबाजारी पर अंकुश लगायें. इसके साथ ही सीएम ने सिंचाई विभाग को निर्देश दिये कि सिल्ट सफाई का कार्य ससमय पूर्ण करें और 15 नवम्बर तक नहरों में पानी चला दिया जाये. जिलाधिकारी को निर्देश दिये कि आपदा एवं अन्य कारणों से क्षतिग्रस्त मकान एवं फसलों के नुकसान का भुगतान ससमय किया जाये.
श्रद्धालुओं के लिए सुविधाओं का विकास करेंः मुख्यमंत्री ने बैठक में निर्देश दिये कि जनपद में समग्र विकास की व्यवस्था होनी चाहिए. एक अधिकारियों की टीम अयोध्या एवं काशी का भ्रमण करे और नये विकास के आयमों को विकसित करें. उन्होंने जनपद के विकास हेतु बेहतर रोड, रेल, रोप वे, वॉटर वे आदि की कनेक्टिविटी बढ़ाने के निर्देश दिये. श्रद्धालुओं के लिए पर्याप्त पार्किंग व्यवस्था तथा अच्छे होटल एवं रेस्टोरेंट होने चाहिए. पीपीटी मॉडल पर समाजसेवियों का सहयोग लेते हुए पौराणिक कुण्डों का जीर्णोद्वार कराना सुनिश्चित करें. यमुना जी के शुद्धिकरण पर कठोर कार्यवाही करें तथा नाले सीधे यमुना में न गिरें. इसके साथ ही कानून व्यवस्था को लेकर समीक्षा की. इसके साथ ही 130 करोड़ रुपये की योजनाओं का स्वीकृति मिलने के बाद विकास कार्य तेज करने के निर्देश दिए गए. यमुना रिवर फ्रंट घाट के सौंदरीकरण जल भराव की समस्या और जाम की समस्याओं को लेकर जल्द निस्तारण करने के निर्देश दिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास कार्यों में कहीं भी लापरवाही पाई गई तो अधिकारी के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.
इन परियोजनाओं को मिली मंजूरी
- वृन्दावन में पूर्व में निर्मित टीएफसी विस्तार, अनुमानित लागत 35,00 लाख
- वृन्दावन में पर्यटक सुविधा केन्द्र के समीप मल्टीलेवल कार पार्किंग का निर्माण, अनुमानित लागत 38,00 लाख
- यमुना नदी के विश्राम घाट से केसीघाट तक 6 चयनित स्थलों पर ऑफशोर तटवर्ती सुविधाओं का विकास, अनुमानित लागत 800 लाख
- बरसाना में राधा बिहारी इण्टर कालेज की भूमि पर टीएफसी का निर्माण कार्य पार्ट-2, अनुमानित लागत 2700 लाख
- वृन्दावन स्थित यमुना नदी के दाँये किनारे पर अकूर घाट का निर्माण, अनुमानित लागत 760.98 लाख
- चयनित पौराणिक वनों के स्थल पर 150 हेक्टे. क्षेत्र में ईको रेस्टोरेशन कार्य, अनुमानित लागत 600 लाख
- ग्राम रॉकौली में ईको- रेस्टोरेशन हेतु फेंसिंग का कार्य, अनुमानित लागत 200 लाख
- मथुरा एवं वृन्दावन के बीच प्रेक्षागृह / ऑडिटोरियम के निर्माण कार्य की पुनरीक्षित परियोजना अनुमानित लागत 4304.68 लाख
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