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CM योगी ने 1950 युवाओं को सौंपा सरकारी नौकरी का अप्वाइमेंट लेटर, कहा- 2017 के पहले ऐसा संभव नहीं था

सबसे अधिक पंचायत अधिकारी की नियुक्ति, लोकभवन में आयोजित कार्यक्रम में नियुक्ति पत्र वितिरत करने के बाद सीएम योगी ने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा,

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युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपता सीएम योगी. (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : 3 hours ago

लखनऊ: दीपावली के पहले युवाओं को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उपहार प्रदान किया. योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को लोकभवन में आयोजित कार्यक्रम में गुरुवार को 1950 नवचयनित युवाओं को नियुक्ति पत्र दिया गया. इसमें उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने 1526 ग्राम पंचायत अधिकारी, 360 ग्राम विकास अधिकारी (समाज कल्याण), 64 समाज समाज कल्याण पर्यवेक्षक चयनित किए गए हैं.

इस दौरान सीएम ने कहा कि कुछ अभ्यर्थियों ने 2017 के पहले भी आवेदन किया होगा. सक्षम व समर्थ होने के बावजूद सिर्फ इसलिए चयन नहीं हुआ होगा, क्योंकि उनकी पहुंच और अभिभावक के पास इतना पैसा नहीं था कि नियुक्ति करा सकें. सब कुछ होने के बावजूद उन्हें चयन प्रक्रिया से बाहर कर दिया जाता था. लेकिन पिछले सात-साढ़े सात वर्ष में चयन प्रक्रिया में किसी के साथ भेदभाव नहीं हुआ. हमारी सरकार में सरकारी, निजी क्षेत्र और संविदा के आधार पर नियुक्तियां ईमानदारी से बढ़ीं तो यूपी हर क्षेत्र में तेजी से दौड़ता दिखाई दे रहा है.

सरकार ने दीं सात लाख सरकारी नौकरीः सीएम योगी ने उम्मीद जताई कि जितनी निष्पक्षता व पारदर्शिता से नियुक्ति मिली है, पूरा कार्यकाल इसी निष्पक्षता व पारदर्शी तरीके से बढ़ता जाएगा तो यूपी देश की नंबर एक की अर्थव्यवस्था बनेगा. सीएम ने कहा कि साढ़े सात वर्ष में हमारी सरकार ने सरकारी सेवाओं में लगभग सात लाख भर्ती संपन्न की है. प्रदेश के अंदर सुरक्षा का बेहतर माहौल देने के कारण निजी क्षेत्र में भी लाखों नौजवानों के लिए नौकरी की संभावना बढ़ाई गईं. प्रदेश का युवा पहले नौकरी-रोजगार के लिए देश-दुनिया में भटकता था. आज अपने प्रदेश, क्षेत्र व जनपद में नौकरी मिल रही है. घर के कार्यों के साथ-साथ सर्विस और परिवार की देखभाल भी कर रहा है.

घर के पास ही युवाओं को दी नौकरीः जिन ग्राम पंचायत राज अधिकारियों व पंचायतीराज विभाग से जुड़े अभ्यर्थियों का चयन हुआ है, उन्हें कमोबेश नियुक्ति पत्र उसी जिले में प्राप्त हुआ है, जहां के वे रहने वाले हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने प्रदेश के अंदर समग्र विकास के लिए जो रूपरेखा तैयार की थी. उसमें भर्ती प्रक्रिया भी पारदर्शी तरीके से हो सके, यह उसका प्रमुख भाग था. क्योंकि अच्छे, सक्षम व योग्य अभ्यर्थियों का चयन नहीं होगा तो सरकार की योजनाओं को धरातल पर उतारने के लिए जिस तंत्र को कार्य करना है, वह स्वयं पैरालाइज हो जाएगा. ऐसी स्थिति पैदा न हो, इसके लिए 2017 में ही तय किया गया कि जितने भी आयोग व बोर्ड हैं, वह निष्पक्षता व पारदर्शी तरीके से आरक्षण के नियमों का पालन करते हुए भर्ती प्रक्रिया संपन्न करें.

गांव से जुड़ी समस्या का समाधान गांव में ही मिलेः मुख्यमंत्री ने कहा कि अब यूपी के 57 हजार से अधिक ग्राम पंचायतों में ग्राम सचिवालय लगभग बन चुके हैं. इनमें ऑप्टिकल फाइबर, इंटरनेट, वाई-फाई की सुविधा उपलब्ध कराई जा चुकी है. ग्राम पंचायत सहायक के रूप में कंप्यूटर ऑपरेटर नियुक्त किया जा चुका है. गांव से जुड़ी समस्या का समाधान गांव में ही मिले. आय, जाति, निवास प्रमाण पत्र आदि सुविधाएं वहीं ऑनलाइन प्राप्त हों. प्रधान व अन्य लोगों के साथ बैठकर ग्राम पंचायत की साल भर की कार्ययोजना तैयार की जाए. केवल केंद्रीय व राज्य वित्त की धनराशि से ही विकास कार्यों को बढ़ा सकें, ऐसा न हो खुद के रिसोर्स और आत्मनिर्भरता के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए हमारे स्तर पर क्या प्रयास हो सकते हैं, यह भी देखना होगा.

गांवों को बनाएं आत्मनिर्भर व स्मार्टः सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश में 17 सिटी स्मार्ट बन रहे हैं. क्या ग्राम पंचायतें भी स्मार्ट हो सकती हैं? इसके लिए अनेक कार्य हो सकते हैं. ग्राम पंचायत में जनसहभागिता से साफ-सफाई, कूड़ा निस्तारण की व्यवस्था हो. पॉवर कॉरपोरेशन से बात करके महत्वपूर्ण स्थानों पर स्ट्रीट लाइट व सीसीटीवी कैमरा लगा सकें. इससे सुरक्षा भी होगी तो रात में लाइट भी जलेंगी. सेंसर या ग्राम पंचायत के किसी कर्मचारी की ड्यूटी लगाएं कि समय पर ऑन-ऑफ हों. गांवों में पब्लिक एड्रेस सिस्टम लगा दें. केंद्र सरकार के स्तर पर जब कोई प्रतियोगिता होगी तो यूपी की ग्राम पंचायतें अग्रणी भूमिका के साथ दिखनी चाहिए. इसमें हमारी ग्राम पंचायतों को भी पुरस्कार प्राप्त होना चाहिए.

थारू समुदाय का युवक भी निष्पक्षता से पा रहा नियुक्तिः सीएम योगी ने कहा कि समाज कल्याण विभाग की बहुत बड़ी जिम्मेदारी है. यह 21 लाख विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति दे रहा है. सामूहिक विवाह कार्यक्रम, पेंशन या अन्य वेलफेयर स्कीम अनुसूचित जाति-जनजाति के नौजवानों को नई दिशा देती है. यह कार्यक्रम मजबूती से बढ़ते दिखने चाहिए. सीएम ने कहा कि आज लखीमपुर खीरी के जनजाति समुदाय (थारू) के नौजवान ने भी नियुक्ति पत्र प्राप्त किया है. बड़ी संख्या में बेटियों की उपस्थिति महिला सशक्तिकरण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम को दिखाता है.

कार्यक्रम में ये रहे मौजूदः कार्यक्रम में पंचायती राज मंत्री ओमप्रकाश राजभर, समाज कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) असीम अरुण, समाज कल्याण राज्यमंत्री संजीव कुमार गोंड, मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह, कृषि उत्पादन आयुक्त मोनिका एस. गर्ग, अपर मुख्य सचिव (पंचायती राज) नरेंद्र भूषण, प्रमुख सचिव (समाज कल्याण) डॉ. हरिओम, प्रमुख सचिव (नियुक्ति व कार्मिक) एम. देवराज, अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के प्रभारी अध्यक्ष ओएन सिंह आदि मौजूद रहे.

सीएम के हाथों इन्हें मिला नियुक्ति पत्र
सभी नवचयनितों को मुख्यमंत्री ने नियुक्ति पत्र प्रदान किया. ग्राम पंचायत अधिकारी पद पर चयनित अवनीश तिवारी को बाराबंकी में नियुक्ति मिली है. आमिर अली सिद्दीकी को हरदोई, रूबी मिश्रा को महोबा, नीतेश सिंह को गोरखपुर, अखिलेश सिद्धार्थ को अयोध्या, निधि को गोरखपुर, अरविंद सिंह राणा को अमेठी, दिनेश कुमार मौर्य को वाराणसी में नियुक्ति मिली है. ग्राम विकास अधिकारी पद पर दिव्या को कन्नौज, गोरखपुर में कन्हैया लाल गौतम, सुल्तानपुर में प्राची पाठक नियुक्त की गई हैं.

लखनऊ: दीपावली के पहले युवाओं को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उपहार प्रदान किया. योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को लोकभवन में आयोजित कार्यक्रम में गुरुवार को 1950 नवचयनित युवाओं को नियुक्ति पत्र दिया गया. इसमें उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने 1526 ग्राम पंचायत अधिकारी, 360 ग्राम विकास अधिकारी (समाज कल्याण), 64 समाज समाज कल्याण पर्यवेक्षक चयनित किए गए हैं.

इस दौरान सीएम ने कहा कि कुछ अभ्यर्थियों ने 2017 के पहले भी आवेदन किया होगा. सक्षम व समर्थ होने के बावजूद सिर्फ इसलिए चयन नहीं हुआ होगा, क्योंकि उनकी पहुंच और अभिभावक के पास इतना पैसा नहीं था कि नियुक्ति करा सकें. सब कुछ होने के बावजूद उन्हें चयन प्रक्रिया से बाहर कर दिया जाता था. लेकिन पिछले सात-साढ़े सात वर्ष में चयन प्रक्रिया में किसी के साथ भेदभाव नहीं हुआ. हमारी सरकार में सरकारी, निजी क्षेत्र और संविदा के आधार पर नियुक्तियां ईमानदारी से बढ़ीं तो यूपी हर क्षेत्र में तेजी से दौड़ता दिखाई दे रहा है.

सरकार ने दीं सात लाख सरकारी नौकरीः सीएम योगी ने उम्मीद जताई कि जितनी निष्पक्षता व पारदर्शिता से नियुक्ति मिली है, पूरा कार्यकाल इसी निष्पक्षता व पारदर्शी तरीके से बढ़ता जाएगा तो यूपी देश की नंबर एक की अर्थव्यवस्था बनेगा. सीएम ने कहा कि साढ़े सात वर्ष में हमारी सरकार ने सरकारी सेवाओं में लगभग सात लाख भर्ती संपन्न की है. प्रदेश के अंदर सुरक्षा का बेहतर माहौल देने के कारण निजी क्षेत्र में भी लाखों नौजवानों के लिए नौकरी की संभावना बढ़ाई गईं. प्रदेश का युवा पहले नौकरी-रोजगार के लिए देश-दुनिया में भटकता था. आज अपने प्रदेश, क्षेत्र व जनपद में नौकरी मिल रही है. घर के कार्यों के साथ-साथ सर्विस और परिवार की देखभाल भी कर रहा है.

घर के पास ही युवाओं को दी नौकरीः जिन ग्राम पंचायत राज अधिकारियों व पंचायतीराज विभाग से जुड़े अभ्यर्थियों का चयन हुआ है, उन्हें कमोबेश नियुक्ति पत्र उसी जिले में प्राप्त हुआ है, जहां के वे रहने वाले हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने प्रदेश के अंदर समग्र विकास के लिए जो रूपरेखा तैयार की थी. उसमें भर्ती प्रक्रिया भी पारदर्शी तरीके से हो सके, यह उसका प्रमुख भाग था. क्योंकि अच्छे, सक्षम व योग्य अभ्यर्थियों का चयन नहीं होगा तो सरकार की योजनाओं को धरातल पर उतारने के लिए जिस तंत्र को कार्य करना है, वह स्वयं पैरालाइज हो जाएगा. ऐसी स्थिति पैदा न हो, इसके लिए 2017 में ही तय किया गया कि जितने भी आयोग व बोर्ड हैं, वह निष्पक्षता व पारदर्शी तरीके से आरक्षण के नियमों का पालन करते हुए भर्ती प्रक्रिया संपन्न करें.

गांव से जुड़ी समस्या का समाधान गांव में ही मिलेः मुख्यमंत्री ने कहा कि अब यूपी के 57 हजार से अधिक ग्राम पंचायतों में ग्राम सचिवालय लगभग बन चुके हैं. इनमें ऑप्टिकल फाइबर, इंटरनेट, वाई-फाई की सुविधा उपलब्ध कराई जा चुकी है. ग्राम पंचायत सहायक के रूप में कंप्यूटर ऑपरेटर नियुक्त किया जा चुका है. गांव से जुड़ी समस्या का समाधान गांव में ही मिले. आय, जाति, निवास प्रमाण पत्र आदि सुविधाएं वहीं ऑनलाइन प्राप्त हों. प्रधान व अन्य लोगों के साथ बैठकर ग्राम पंचायत की साल भर की कार्ययोजना तैयार की जाए. केवल केंद्रीय व राज्य वित्त की धनराशि से ही विकास कार्यों को बढ़ा सकें, ऐसा न हो खुद के रिसोर्स और आत्मनिर्भरता के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए हमारे स्तर पर क्या प्रयास हो सकते हैं, यह भी देखना होगा.

गांवों को बनाएं आत्मनिर्भर व स्मार्टः सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश में 17 सिटी स्मार्ट बन रहे हैं. क्या ग्राम पंचायतें भी स्मार्ट हो सकती हैं? इसके लिए अनेक कार्य हो सकते हैं. ग्राम पंचायत में जनसहभागिता से साफ-सफाई, कूड़ा निस्तारण की व्यवस्था हो. पॉवर कॉरपोरेशन से बात करके महत्वपूर्ण स्थानों पर स्ट्रीट लाइट व सीसीटीवी कैमरा लगा सकें. इससे सुरक्षा भी होगी तो रात में लाइट भी जलेंगी. सेंसर या ग्राम पंचायत के किसी कर्मचारी की ड्यूटी लगाएं कि समय पर ऑन-ऑफ हों. गांवों में पब्लिक एड्रेस सिस्टम लगा दें. केंद्र सरकार के स्तर पर जब कोई प्रतियोगिता होगी तो यूपी की ग्राम पंचायतें अग्रणी भूमिका के साथ दिखनी चाहिए. इसमें हमारी ग्राम पंचायतों को भी पुरस्कार प्राप्त होना चाहिए.

थारू समुदाय का युवक भी निष्पक्षता से पा रहा नियुक्तिः सीएम योगी ने कहा कि समाज कल्याण विभाग की बहुत बड़ी जिम्मेदारी है. यह 21 लाख विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति दे रहा है. सामूहिक विवाह कार्यक्रम, पेंशन या अन्य वेलफेयर स्कीम अनुसूचित जाति-जनजाति के नौजवानों को नई दिशा देती है. यह कार्यक्रम मजबूती से बढ़ते दिखने चाहिए. सीएम ने कहा कि आज लखीमपुर खीरी के जनजाति समुदाय (थारू) के नौजवान ने भी नियुक्ति पत्र प्राप्त किया है. बड़ी संख्या में बेटियों की उपस्थिति महिला सशक्तिकरण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम को दिखाता है.

कार्यक्रम में ये रहे मौजूदः कार्यक्रम में पंचायती राज मंत्री ओमप्रकाश राजभर, समाज कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) असीम अरुण, समाज कल्याण राज्यमंत्री संजीव कुमार गोंड, मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह, कृषि उत्पादन आयुक्त मोनिका एस. गर्ग, अपर मुख्य सचिव (पंचायती राज) नरेंद्र भूषण, प्रमुख सचिव (समाज कल्याण) डॉ. हरिओम, प्रमुख सचिव (नियुक्ति व कार्मिक) एम. देवराज, अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के प्रभारी अध्यक्ष ओएन सिंह आदि मौजूद रहे.

सीएम के हाथों इन्हें मिला नियुक्ति पत्र
सभी नवचयनितों को मुख्यमंत्री ने नियुक्ति पत्र प्रदान किया. ग्राम पंचायत अधिकारी पद पर चयनित अवनीश तिवारी को बाराबंकी में नियुक्ति मिली है. आमिर अली सिद्दीकी को हरदोई, रूबी मिश्रा को महोबा, नीतेश सिंह को गोरखपुर, अखिलेश सिद्धार्थ को अयोध्या, निधि को गोरखपुर, अरविंद सिंह राणा को अमेठी, दिनेश कुमार मौर्य को वाराणसी में नियुक्ति मिली है. ग्राम विकास अधिकारी पद पर दिव्या को कन्नौज, गोरखपुर में कन्हैया लाल गौतम, सुल्तानपुर में प्राची पाठक नियुक्त की गई हैं.

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