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बांके बिहारी के दर्शन होंगे आसान, सीएम ने 16.75 किमी लंबे वृंदावन बाईपास को दी मंजूरी

राष्ट्रीय राजमार्ग-44 को यमुना एक्सप्रेसवे जुड़ेगा, श्रद्धालुओं के लिए बांके बिहारी के दर्शन होंगे आसान, जाम से मिलेगी निजात और व्यापार को मिलेगा बढ़ावा

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उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद की बैठक. (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Oct 11, 2024, 10:20 PM IST

मथुरा: उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद की 120 करोड़ रुपये की योजनाओं पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुहर लगा दी है. शुक्रवार को मथुरा उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद के सभागार में उपाध्यक्ष शैलजाकांत मिश्र, गन्ना मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण, विधायकों और नगर पंचायत अध्यक्ष की बैठक में सीएम योगी ऑनलाइन जुड़े थे. इसके साथ बैठक में वृंदावन बाईपास को भी मंजूरी दे दी गई है.

बुनियादी ढांचे में तेजी से विकास
तीर्थ विकास उपाध्यक्ष ने बताया कि ग्रीनफील्ड परियोजना में 16.75 किलोमीटर लंबे वृंदावन बाईपास का निर्माण से बांके बिहारी के दर्शन आसानी से हो सकेंगे. इसके साथ ही व्यापार और उद्योग को बढ़ावा मिलेगा. ब्रज के मंदिरों में श्रद्धालु और पर्यटकों की संख्या भी बढ़ेगी. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहरों के विकास को लेकर विशेष रूप से सक्रिय हैं. उनके नेतृत्व में राज्य के प्रमुख धार्मिक स्थलों का नवीनीकरण और विकास तेजी से हो रहा है. योगी सरकार की इस दिशा में की गई पहल से न केवल श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं मिल रही हैं, बल्कि इन स्थलों के आसपास के क्षेत्रों में भी व्यापार, पर्यटन और रोजगार के नए अवसर उत्पन्न हो रहे हैं. प्रदेश में बुनियादी ढांचे का विस्तार तीव्र गति से हो रहा है. पिछले सात सालों में योगी सरकार की नीतियों और विकास योजनाओं ने उत्तर प्रदेश को आर्थिक रूप से मजबूत किया है.

श्रद्धालुओं को मिलेगी सहूलियत
तीर्थ विकास उपाध्यक्ष बताया कि बांके बिहारी के दर्शन के लिए हर साल देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु वृंदावन पहुंचते हैं. लेकिन हाल के वर्षों में गाड़ियों की संख्या में बढ़ोतरी के कारण वृंदावन में जाम की समस्या विकराल हो गई है. प्रस्तावित वृंदावन बाईपास का निर्माण इस समस्या का समाधान करेगा. इसके चलते श्रद्धालुओं को बांके बिहारी के दर्शन करने में आसानी होगी और यात्रा का समय भी कम होगा.

वृंदावन बाईपास से बढ़ेगी कनेक्टिविटी
उन्होंने बताया कि वृंदावन बाईपास राष्ट्रीय राजमार्ग-44 को यमुना एक्सप्रेसवे से जोड़ते हुए क्षेत्र की कनेक्टिविटी को और मजबूत करेगा. इस बाईपास के माध्यम से यात्रा का समय, जो पहले डेढ़ घंटे का था सिर्फ 15 मिनट रह जाएगा. इसके साथ ही यह परियोजना वृंदावन में यातायात दबाव को कम करेगी, जिससे पर्यटन और औद्योगिक विकास को गति मिलेगी.

सामाजिक-आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका
तीर्थ विकास उपाध्यक्ष ने बताया कि वृंदावन बाईपास परियोजना का मुख्य उद्देश्य कनेक्टिविटी को बढ़ाना और क्षेत्रीय विकास को गति देना है. इससे परिवहन चुनौतियों में कमी आएगी और सामाजिक-आर्थिक विकास को भी बढ़ावा मिलेगा. बाईपास से पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होने की उम्मीद है, जिससे स्थानीय व्यापार में तेजी आएगी. इसके साथ ही क्षेत्रीय विकास और औद्योगिक गतिविधियों को भी नया बल मिलेगा. वृंदावन बाईपास से वृंदावन में पर्यटकों और श्रद्धालुओं की संख्या में बढ़ोतरी होगी, साथ ही व्यापार और उद्योग को भी नई दिशा मिलेगी. यह परियोजना प्रदेश के विकास के नए आयाम स्थापित करेगी और उत्तर प्रदेश को समृद्धि और प्रगति की ओर ले जाएगी.

मथुरा: उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद की 120 करोड़ रुपये की योजनाओं पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुहर लगा दी है. शुक्रवार को मथुरा उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद के सभागार में उपाध्यक्ष शैलजाकांत मिश्र, गन्ना मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण, विधायकों और नगर पंचायत अध्यक्ष की बैठक में सीएम योगी ऑनलाइन जुड़े थे. इसके साथ बैठक में वृंदावन बाईपास को भी मंजूरी दे दी गई है.

बुनियादी ढांचे में तेजी से विकास
तीर्थ विकास उपाध्यक्ष ने बताया कि ग्रीनफील्ड परियोजना में 16.75 किलोमीटर लंबे वृंदावन बाईपास का निर्माण से बांके बिहारी के दर्शन आसानी से हो सकेंगे. इसके साथ ही व्यापार और उद्योग को बढ़ावा मिलेगा. ब्रज के मंदिरों में श्रद्धालु और पर्यटकों की संख्या भी बढ़ेगी. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहरों के विकास को लेकर विशेष रूप से सक्रिय हैं. उनके नेतृत्व में राज्य के प्रमुख धार्मिक स्थलों का नवीनीकरण और विकास तेजी से हो रहा है. योगी सरकार की इस दिशा में की गई पहल से न केवल श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं मिल रही हैं, बल्कि इन स्थलों के आसपास के क्षेत्रों में भी व्यापार, पर्यटन और रोजगार के नए अवसर उत्पन्न हो रहे हैं. प्रदेश में बुनियादी ढांचे का विस्तार तीव्र गति से हो रहा है. पिछले सात सालों में योगी सरकार की नीतियों और विकास योजनाओं ने उत्तर प्रदेश को आर्थिक रूप से मजबूत किया है.

श्रद्धालुओं को मिलेगी सहूलियत
तीर्थ विकास उपाध्यक्ष बताया कि बांके बिहारी के दर्शन के लिए हर साल देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु वृंदावन पहुंचते हैं. लेकिन हाल के वर्षों में गाड़ियों की संख्या में बढ़ोतरी के कारण वृंदावन में जाम की समस्या विकराल हो गई है. प्रस्तावित वृंदावन बाईपास का निर्माण इस समस्या का समाधान करेगा. इसके चलते श्रद्धालुओं को बांके बिहारी के दर्शन करने में आसानी होगी और यात्रा का समय भी कम होगा.

वृंदावन बाईपास से बढ़ेगी कनेक्टिविटी
उन्होंने बताया कि वृंदावन बाईपास राष्ट्रीय राजमार्ग-44 को यमुना एक्सप्रेसवे से जोड़ते हुए क्षेत्र की कनेक्टिविटी को और मजबूत करेगा. इस बाईपास के माध्यम से यात्रा का समय, जो पहले डेढ़ घंटे का था सिर्फ 15 मिनट रह जाएगा. इसके साथ ही यह परियोजना वृंदावन में यातायात दबाव को कम करेगी, जिससे पर्यटन और औद्योगिक विकास को गति मिलेगी.

सामाजिक-आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका
तीर्थ विकास उपाध्यक्ष ने बताया कि वृंदावन बाईपास परियोजना का मुख्य उद्देश्य कनेक्टिविटी को बढ़ाना और क्षेत्रीय विकास को गति देना है. इससे परिवहन चुनौतियों में कमी आएगी और सामाजिक-आर्थिक विकास को भी बढ़ावा मिलेगा. बाईपास से पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होने की उम्मीद है, जिससे स्थानीय व्यापार में तेजी आएगी. इसके साथ ही क्षेत्रीय विकास और औद्योगिक गतिविधियों को भी नया बल मिलेगा. वृंदावन बाईपास से वृंदावन में पर्यटकों और श्रद्धालुओं की संख्या में बढ़ोतरी होगी, साथ ही व्यापार और उद्योग को भी नई दिशा मिलेगी. यह परियोजना प्रदेश के विकास के नए आयाम स्थापित करेगी और उत्तर प्रदेश को समृद्धि और प्रगति की ओर ले जाएगी.

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