लखनऊ: यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की सुरक्षा में तैनात अनफिट पुलिसकर्मियों को हटाया जा रहा है. सूत्रों के मुताबिक सभी पुलिसकर्मी फायरिंग टेस्ट में फेल हुए हैं. ये फैसला सिक्यूरिटी रिव्यु मीटिंग में लिया गया है. सीएम व राज्यपाल के अलावा कई अन्य वीवीआईपी की सुरक्षा घेरे में बदलाव किया जाएगा.
सूत्रों के मुताबिक, बीते दिनों सीएम, राज्यपाल और कुछ अन्य वीवीआईपी की सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मियों का फरवरी से लेकर अप्रैल 2024 के बीच फिटनेस और फायरिंग टेस्ट लिया गया था. इस दौरान बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मी फायरिंग और फिटनेस टेस्ट में फेल हो गए थे. इसके बाद दोबारा टेस्ट के लिए बुलाया गया लेकिन वो नहीं पहुंचे थे. जिसके बाद सुरक्षा मुख्यालय की मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) के अनुरूप गठित कमेटी ने पीएसी समेत अन्य शाखाओं के हेड कांस्टेबल और कांस्टेबल द्वारा किए गये आवेदन के बाद उनका फिटनेस और फायरिंग टेस्ट लिया था.
जानकारी के मुताबिक सीएम सुरक्षा में तैनात कई पुलिसकर्मी टेस्ट देने ही नहीं गए थे, ताकि वो सुकून से सीएम सुरक्षा में तैनात रहें. जिसके बाद सुरक्षा मुख्यालय ने उनके खिलाफ डिसिप्लिनरी एक्शन लेते हुए उन्हें उनके मूल तैनाती में ट्रांसफर कर दिया गया है. वहीं सुरक्षा मुख्यालय ने पीएसी, कमिश्नरेट, जिलों, विशेष सुरक्षा बल और एसडीआरएफ से 102 जवानों के चयन करने की प्रक्रिया तेज कर दी है.
बतादें, सीएम की सुरक्षा में कुल 450 सुरक्षाकर्मी तैनात हैं. ये सुरक्षाकर्मी 5 कालिदास मार्ग स्थित सीएम आवास के अंदर, कार्यालय लोकभवन, एनेक्सी और फ्लीट में मौजूद रहते हैं. जबकि राज्यपाल की सुरक्षा में 230 सुरक्षाकर्मी तैनात हैं.
यहां बता दें कि वीवीआईपी सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों को अतिरिक्त भत्ता भी मिलता है. यही कारण है कि इस तैनाती से जल्दी कोई जाना नहीं चाहता. पुलिसकर्मियों को फिलहाल 25,000 रुपये अतिरिक्त भत्ता दिया जा रहा है.