शिमला: हिमाचल में अगर आम लोगों को मुख्यमंत्री से कोई काम है तो वे सचिवालय आने के कार्यक्रम को स्थगित कर दें. सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू आधिकारिक व्यस्तताओं के कारण आज आम जनता की समस्याएं नहीं सुन पाएंगे. ये जानकारी मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी की गई है. सीएम सुक्खू हर शुक्रवार को आम से मिलकर उनकी समस्याओं को सुनते हैं. ऐसे में इस दिन प्रदेश भर के लोग अपनी समस्याओं के समाधान के लिए मुख्यमंत्री से मिलने के लिए सचिवालय आते हैं.
बता दें कि सीएम कार्यालय में सप्ताह भर लोगों की भीड़ न जुटे, इसलिए लोगों की सुविधा के लिए सचिवालय में बुधवार और शुक्रवार को खुला दरबार लगाने की व्यवस्था की गई है. इस दौरान बुधवार को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू कांग्रेस संगठन से जुड़े लोगों से मिलते हैं और शुक्रवार को सीएम आम जनता से मिलकर उनकी समस्याओं को सुनते हैं.
सचिवालय में मंत्रियों से मिलने के बदले नियम
हिमाचल प्रदेश सचिवालय में आम जनता के प्रवेश के नियम बदल गए हैं. सचिवालय में रोजाना जुटने वाली अत्याधिक भीड़ को देखते हुए अब मंत्रियों और मुख्य संसदीय सचिवों से कार्यालयों में मिलने के लोगों को पहले अनुमति लेनी होगी. इसके लिए मिलने आने वाले लोगों को पहले रिसेप्शन से संबंधित मंत्री या सीपीएस व अन्य अधिकारियों की शाखा को फोन करना होगा. इस दौरान अगर किसी से मिलना जरूरी होगा तो प्रवेश के लिए संबंधित कार्यालय से ईमेल भेजी जाएगी. इस औपचारिकता को पूरा करने के बाद ही सचिवालय में प्रवेश के लिए पास जारी किया जाएगा. ये व्यवस्था सुबह 10 से दोपहर बाद 1 बजे तक लागू रहेगी. इसके बाद मिलने वाले लोगों के लिए पहले की तरह ही पास बनेंगे.
सचिवालय में जुटती है सबसे ज्यादा भीड़
प्रदेश सचिवालय में लोगों की रोजाना अत्यधिक भीड़ जुटती है. इसमें बहुत से लोग तो मंत्रियों और सीपीएस से जरूरी काम होने पर ही सचिवालय आते हैं, लेकिन ऐसे भी कई लोग हैं जो रोजाना अनावश्यक ही सचिवालय के अंदर और बाहर चक्कर काटते हैं. ऐसे में बेकार ही सचिवालय की शाखाओं में घूमने से काम प्रभावित होता है. इसको देखते हुए सचिवालय प्रशासन विभाग ने नई व्यवस्था को लागू किया है. जिसमें रिसेप्शन से फोन कर पहले प्रवेश के लिए मंजूरी लेना जरूरी है. मुख्यमंत्री के सलाहकारों, ओएसडी से भी मुलाकात के लिए भी नई व्यवस्था के अंतर्गत प्रवेश दिया जाएगा.