शिमला: हिमाचल विधानसभा के मानसून सत्र के चौथे दिन सदन में नेता प्रतिपक्ष ने सरकार और एसपी शिमला पर आरोप लगाया कि उनके घर पर ड्रोन द्वारा नजर रखी जा रही है और उनकी निजता का हनन किया जा रहा है. जिसपर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह ने ड्रोन प्रकरण में सरकार और पुलिस का हाथ होने से साफ इनकार किया है. हालांकि सीएम सुक्खू ने आश्वासन दिया है कि ड्रोन से जासूसी मामले की जांच करवाई जाएगी.
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने प्रश्नकाल समाप्त होने के बाद ड्रोन जासूसी मामले पर नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर के आरोपों पर जवाब दिया. सीएम ने कहा, "जयराम ठाकुर को सनसनी फैलाने की आदत पड़ गई है. प्रदेश सरकार नेता प्रतिपक्ष की ड्रोन से जासूसी नहीं करा रही है. ये जांच का विषय है कि कहीं ईडी या सीबीआई तो इस तरह की जांच तो नहीं करा रही है. नेता प्रतिपक्ष के घर के ऊपर ड्रोन उड़ना व खिड़कियों के पास आना गंभीर विषय है. इसकी जांच कराएंगे व ईडी-सीबीआई को पत्र लिखेंगे."
सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा, "कांग्रेस सरकार 68 विधायकों में से किसी की जासूसी नहीं करा रही है. पुलिस का कोई अधिकारी इसमें सम्मिलित नहीं है. नेता प्रतिपक्ष को अपना आपा नहीं खोना चाहिए, वे वह संयम रखें मामले की पूरी जांच होगी."
प्वाइंट ऑफ ऑर्डर के तहत जयराम ने लगाया आरोप
हिमाचल विधानसभा मानसून सत्र के चौथे दिन प्रश्नकाल शुरू होते ही प्वाइंट ऑफ ऑर्डर के तहत नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सदन में सरकार पर ड्रोन से जासूसी करने के आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि ड्रोन से उनके सरकारी आवास की निगरानी की जा रही है. पिछले कई दिनों से उनके रामचंद्र चौक स्थित सरकारी आवास के बाहर एक ड्रोन उड़ रहा है. जो खिड़की व दरवाजे के आगे आ कर की निगरानी कर रहा है. ड्रोन से ये निगरानी एसपी रेजिडेंस से हो रही है. एसपी शिमला का रेजिडेंस उनके सरकारी आवास के साथ ही लगता है. ड्रोन से जासूसी कर निजता का हनन किया जा रहा है. जयराम ठाकुर ने कहा कि अधिकारी अपनी सीमा को लांघ रहे हैं, लेकिन समय हमेशा एक सा नहीं रहता है. उन्होंने अधिकारियों को अपनी सीमाओं में रहने की चेतावनी दी है.