कांगड़ा: सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने निर्दलीय विधायक होशियार सिंह पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा आजाद विधायक होशियार सिंह ने ईमान बेचने के बाद पद से इस्तीफा दिया है. बिना बिके कोई विधायक पद नहीं छोड़ता. इस्तीफा देने वाले बिकाऊ विधायक को जनता को यह बताना चाहिए कि त्याग पत्र मंजूर होने के बाद क्या वह दोबारा चुनाव नहीं लड़ेंगे. वह भाजपा की राजनीतिक मंडी में बिके हैं, खरीदने वाली पार्टी की शर्तें हैं. इसलिए आजाद विधायक को पद छोड़ना पड़ रहा है. लोग कहते हैं कि देहरा कोई नहीं तेरा, मैं कहता हूं देहरा मेरा है.
देहरा के हरिपुर पहुंचे मुख्यमंत्री सुक्खू कांग्रेस उम्मीदवार सतपाल रायजादा के लिए वोट मांगा. इस दौरान उन्होंने कहा देहरा के हरिपुर में उन्होंने जनसभा कर आजाद विधायक की सारी मांगें मानी थी, उन्हें पूरा भी किया. बनखंडी में करोड़ों रुपये की लागत से जूलॉजिकल पार्क बना रहे हैं. करोड़ों रुपये के काम बिकाऊ विधायक के कहने पर किये, लेकिन वह फिर भी बिक गए. इस बार लड़ाई भाजपा के धनबल और जनबल के बीच है. कांग्रेस के पास पैसा नहीं है, जनता की ताकत है. उसी के बूते लोकसभा और विधानसभा चुनाव जीतेंगे.
मुख्यमंत्री ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि 1 जून को कांग्रेस के पक्ष में मतदान करें और बिकाऊ विधायक को सबक सिखाएं. उन्होंने सतपाल रायजादा को देहरा से लीड दिलाने की अपील की. सीएम ने कहा सतपाल मिलनसार हैं, आपके सारे काम करेंगे. आज लड़ाई सत्य और असत्य के बीच है. इसलिए सच का साथ दें.
सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि देहरा मेरा पुराना घर है. यहां के विकास में कोई कमी नहीं छोड़ी जाएगी. देहरा के लिए नई-नई योजनाएं लाई जाएंगी. भाजपा नेता व नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर जितना मर्जी जोर लगा लें. वह सरकार को अस्थिर नहीं कर पाएंगे. उनकी सरकार पूरे पांच साल जनता के लिए काम करेगी विधायकों को खरीदकर जयराम ठाकुर का सपना पूरा होने वाला नहीं है. कांग्रेस सरकार अपने 15 महीने के कामकाज को लेकर जनता की अदालत में जा रहे हैं. भाजपा भी बताए कि उनकी दस साल की केंद्र सरकार की कौन सी उपलब्धि है.
हिमाचल में आई आपदा के समय भाजपा सांसद कहां थे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उस समय हिमाचल की याद क्यों नहीं आई. हिमाचल को भी भुज और उत्तराखंड की तर्ज पर विशेष राहत पैकेज मिलना चाहिए था. लेकिन, प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और केंद्रीय नेताओं ने एक नहीं सुनी व कोई राहत प्रदेश को नहीं दी. भाजपा सांसदों व नेता प्रतिपक्ष को यह जवाब देना होगा कि आपदा में जनता के साथ क्यों खड़े नहीं हुए. भाजपा नेताओं के पास बोलने के लिए कुछ नहीं है, इसलिए झूठ का ढिंढोरा पीट रहे हैं.