शिमला: नई दिल्ली में नीति आयोग के उपाध्यक्ष सुमन बेरी, आयोग के सदस्य वीके पाल और विशेषज्ञों के पैनल के साथ विशेष बैठक में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह भी शामिल हुए. इस दौरान सीएम ने नीति आयोग से हिमाचल प्रदेश की विशेष जरूरतों का अध्ययन करने और वित्तपोषण एजेंसियों तथा वित्त आयोग के समक्ष हिमाचल का पक्ष मजबूती से रखने का आग्रह किया.
मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा, "हर राज्यों की अलग-अलग जरूरत होती है. उसी के हिसाब से राज्यों को सहायता दी जानी चाहिए. अन्य राज्यों की तुलना में आवश्यकताएं अलग होने के कारण नीति आयोग को हिमाचल जैसे पहाड़ी राज्य के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करने में अलग मापदंड निर्धारित करने पर विचार करना चाहिए. हिमाचल समूचे उत्तरी भारत के लिए फेफड़ों का काम कर रहा है. इसलिए वन क्षेत्र और प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण के लिए प्रदेश को ग्रीन बोनस मिलना चाहिए".
आज नई दिल्ली में नीति आयोग के उपाध्यक्ष सुमन बेरी जी, आयोग के सदस्य वीके. पाल जी और अन्य विशेषज्ञों के पैनल के साथ एक विशेष बैठक की।
— Sukhvinder Singh Sukhu (@SukhuSukhvinder) October 24, 2024
हिमाचल का पक्ष मजबूती से रखते हुए वित्त पोषण एजेंसियों और वित्त आयोग के समक्ष आवश्यक रणनीति तैयार करने पर जोर दिया।
हिमाचल समूचे उत्तरी भारत के… pic.twitter.com/8oADgZib1E
नीति आयोग करेगा मामलों का अध्ययन: सीएम सुक्खू ने केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों द्वारा क्रियान्वित की जा रहीं जल विद्युत परियोजनाओं की रॉयलटी में प्रदेश के उचित हिस्से की आवश्यकता पर भी बल दिया. मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर ग्रीन हिमाचल के विजन पर भी विस्तार पूर्वक जानकारी दी. सीएम ने राज्य के लिए बेहतर हवाई और रेल संपर्क की आवश्यकता पर भी बल दिया. उन्होंने राज्य में प्राकृतिक आपदाओं और कैंसर के बढ़ते मामलों की चुनौतियों पर भी चर्चा की और इसके समाधान के लिए कारणों पर विस्तृत अध्ययन करवाने का आग्रह किया.
वहीं, नीति आयोग के उपाध्यक्ष ने कहा, "विशेषज्ञों का एक पैनल हिमाचल प्रदेश की ओर से प्रस्तुत मामलों का अध्ययन करेगा".
नीति आयोग की बैठक में सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू के साथ मुख्य संसदीय सचिव सुंदर सिंह ठाकुर, मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार राम सुभग सिंह और प्रदेश सरकार के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे.
ये भी पढ़ें: तारादेवी-शिमला रोपवे प्रोजेक्ट: एनवायरमेंट क्लियरेंस के लिए सरकार ने जारी किए इतने करोड़