शिमला: राजधानी शिमला स्थित प्रसिद्ध जाखू मंदिर में भगवान हनुमान जी के दर्शन करने के लिए अब भक्तों को सीढ़ियां नहीं चढ़नी पड़ेगी. सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज प्रदेश की पहली आउटडोर एस्कलेटर्स का लोकार्पण किया है. इस एस्कलेटर्स की मदद से श्रद्धालु अब आसानी से मंदिर तक जा सकेंगे. 46.46 मीटर लंबा यह एस्कलेटर्स ₹7.94 करोड़ की लागत से स्मार्ट सिटी योजना के तहत तैयार किया गया है. एस्कलेटर्स से बाबा बालक नाथ मंदिर से लोग सीधे हनुमान जी की प्रतिमा के पास पहुंचेंगे.
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सूक्खु कहा इस एस्कलेटर्स के लगने से लोगों को मंदिर में पहुंचने के लिए आसानी होगी. एस्कलेटर्स से जाने के लिए टिकट का प्रावधान करना चाहिए या नहीं इस पर विचार किया जाएगा. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुख में जैसे ही एस्कलेटर्स का उद्घाटन किया तो काफी तादाद में लोग उनके साथ एस्कलेटर्स में चढ़ गए और बीच में पहुंचकर एस्कलेटर अचानक बंद हो गया. इसको लेकर सवाल भी उठने लगे हैं कि पहले ही दिन एस्कलेटर आखिर कैसे बीच में ही अटक गया. क्या इससे पहले कंपनी द्वारा इसकी सही से टेस्टिंग नहीं की गई थी. इस दौरान डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री और कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य सिंह भी मौजूद रहे.
बता दें कि अभी तक लोगों को मुख्य गेट से मंदिर परिसर तक पहुंचने के लिए सौ से ज्यादा सीढ़ियां चढ़नी पड़ती थी. शहरवासियों के अलावा शिमला आने वाले हजारों सैलानी भी जाखू मंदिर जाते हैं. अब इन्हें एस्कलेटर्स की सुविधा मिलेगी. मंदिर के लिए पैदल कवर्ड फुटपाथ की भी नगर निगम ने पिछले साल सुविधा दी है. एस्कलेटर्स के भीतर जाखू के उत्पाती बंदर भी लोगों को परेशान नहीं कर पाएंगे. इसे पूरी तरह से कवर किया गया है, ताकि बंदर अंदर न आ सके. दो चरणों में बने 46.46 मीटर लंबे और 1.65 मीटर चौड़े इस एस्कलेटर की रफ्तार 0.5 मीटर प्रति सेकंड रहेगी. इस तरह लोग डेढ़ से दो मिनट के भीतर मंदिर परिसर पहुंच जाएंगे.
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