शिमला: हिमाचल की सुक्खू सरकार हरित राज्य की दिशा में कदम बढ़ा रही है. इसके लिए मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने अधिकारियों को जिला शिमला के उप-मंडल कुपवी की विभिन्न ग्राम पंचायतों में खाली पहाड़ियों पर सौर ऊर्जा संयंत्र लगाने की संभावना तलाशने के निर्देश दिए हैं. यहां 13 दिसंबर को कुपवी उपमंडल के गांव टिक्कर में ‘सरकार गांव के द्वार’ कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से क्षेत्र की विकासात्मक आवश्यकताओं पर विस्तृत चर्चा की.
इस मौके पर सीएम सुक्खू ने कहा कि क्षेत्र में सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने से स्वरोजगार के अवसर भी सृजित होंगे. इससे पहले, आज सुबह मुख्यमंत्री टिक्कर गांव में बच्चों के साथ खेतों में टहलने निकले. उन्होंने बच्चों के साथ समय व्यतीत किया और उनसे पढ़ाई व खेल इत्यादि के बारे में बातचीत की. मुख्यमंत्री ने बच्चों से स्थानीय स्कूलों में उपलब्ध संसाधनों के बारे में भी बात भी की.
यह मासूम चेहरे हिमाचल की उम्मीदों का सवेरा हैं।
— Sukhvinder Singh Sukhu (@SukhuSukhvinder) December 14, 2024
इन नन्हें हाथों में वह ताकत है, जो हिमालय की ऊंचाइयों को छू सकते हैं। जब ये हंसते हैं तो हिमाचल मुस्कुराता है। pic.twitter.com/VswWRw3bLo
टिक्कर गांव में मुख्यमंत्री ने वृद्धजनों से भी मुलाकात की. सीएम ने वरिष्ठ नागरिकों से उनके समय में प्रचलित पठन-पाठन के तरीकों व वर्तमान में शिक्षा के बारे में विस्तार से चर्चा की. वहीं, मुख्यमंत्री ने वरिष्ठ नागरिकों के साथ सरकार की ओर से ग्रामीण आर्थिकी को सशक्त करने के विभिन्न उपायों पर भी चर्चा की. इस दौरान वरिष्ठ नागरिकों ने गाय के दूध पर समर्थन मूल्य 32 से बढ़ाकर 45 रुपये एवं भैंस के दूध पर 47 रुपये से बढ़ाकर 55 रुपये प्रति किलो करने के लिए मुख्यमंत्री की सराहना की.
वरिष्ठ नागरिकों ने कहा कि प्राकृतिक रूप से उत्पादित मक्की की खरीद 30 रुपये प्रति किलो और 40 रुपये प्रति किलो की दर से गेहूं की खरीद करने से ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को लाभ प्राप्त होगा. ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए अच्छा कार्य किया है. इससे युवाओं का शहर की तरफ हो रहा पलायन भी रुकेगा.
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