धर्मशाला/ऊना: संसद में कांग्रेस नेता राहुल गांधी को जाने से रोकने और कांग्रेस अध्यक्ष समेत अन्य नेताओं के साथ हुई धक्का-मुक्की पर उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने भाजपा पर निशाना साधा. उन्होंने राहुल गांधी और अन्य नेताओं के साथ हुई घटना की निंदा की. साथ ही इसे अस्वीकार्य और लोकतांत्रिक परंपराओं के खिलाफ बताया.
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा, "राहुल गांधी को संसद में जाने से रोकना और कांग्रेस नेताओं के साथ धक्का-मुक्की करना न केवल लोकतंत्र का अपमान है, बल्कि यह दिखाता है कि केंद्र सरकार विपक्ष की आवाज को दबाना चाहती है."
डिप्टी सीएम ने कहा कि संसद जनता की आवाज का प्रतीक है और इसमें हर नेता को अपनी बात रखने का अधिकार है. कांग्रेस पार्टी जनता की समस्याओं को उठाने और उनके हक के लिए लड़ने से पीछे नहीं हटेगी. यह घटनाएं सरकार की तानाशाही मानसिकता को उजागर करती हैं. विपक्ष की आवाज दबाने के प्रयास सफल नहीं होंगे. कांग्रेस इस मुद्दे को हर स्तर पर उठाएगी और जनता के सामने सच्चाई लाएगी.
मुकेश अग्निहोत्री ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि ऐसी घटनाएं यह साबित करती हैं कि सरकार लोकतांत्रिक मूल्यों को भूल चुकी है, लेकिन कांग्रेस अपने नेता राहुल गांधी और देश के नागरिकों के लिए हर संभव लड़ाई लड़ेगी.
वहीं, सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने राहुल गांधी की निस्वार्थ सेवा और उनकी कन्याकुमारी से कश्मीर तक की भारत जोड़ो यात्रा की प्रशंसा. सीएम ने कहा, "गांधी परिवार ने हमेशा देश के हितों और जनता की समस्याओं के लिए आवाज उठाई है. राहुल गांधी ने अपनी यात्रा के माध्यम से लोगों के बीच एकता और भाईचारे का संदेश दिया है."
वहीं, एक ओर जहां सीएम सुक्खू और डिप्टी सीएम ने राहुल गांधी के साथ हुई धक्का-मुक्की को लेकर भाजपा पर निशाना साधा. वहीं, दूसरी ओर ऊना में हिमाचल भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष और पूर्व मंत्री वीरेंद्र कंवर ने संसद भवन में हुए प्रकरण को लेकर राहुल गांधी और कांग्रेस पर जमकर हमला बोला.
वीरेंद्र कंवर ने कहा, "राहुल गांधी का आचरण साबित करता है कि वह मोहब्बत की दुकान की आड़ में नफरत की दुकान चला रहे हैं. कांग्रेस ने संविधान निर्माता डॉ. भीमराव आंबेडकर का केवल मात्र अपने वोट बैंक के लिए दोहन किया, लेकिन कांग्रेस ने कभी भी बाबा साहब को भारत रत्न जैसा सम्मान देने की सिफारिश नहीं की. कांग्रेस ने खुद ही डॉक्टर बीआर आंबेडकर को चुनाव में हरवा कर उन्हें अपमानित किया था. जबकि यही काम बाबा साहब के बाद कांग्रेस देशभर के दलित वर्ग के साथ करती आ रही है. उनके लिए दलित वर्ग केवल मात्र वोट बैंक है. इसके अतिरिक्त कांग्रेस ने कभी भी दलित वर्ग के उत्थान को लेकर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की".
उन्होंने कहा कि संविधान का हवाला देकर चीखने चिल्लाने वाले कांग्रेस के नेता असल में संविधान को जानते ही नहीं है. देशभर में सबसे ज्यादा संविधान संशोधन कांग्रेस के शासनकाल में हुए, लेकिन अब उन संविधान संशोधनों से जनता का ध्यान हटाने के लिए राहुल गांधी जैसे नेता संसद में निम्न स्तर के आचरण पर उतर आए हैं. जनता नेता प्रतिपक्ष का असली चेहरा पहचान चुकी है.
ये भी पढ़ें: हिमाचल लैंड सीलिंग एक्ट संशोधन बिल पास, विपक्ष ने की थी सिलेक्ट कमेटी को भेजने की मांग