श्रीनगर: देश से लेकर पूरी दुनिया में जैन संप्रदाय का परचम फैलाने वाले मुनियों को उत्तराखंड की पवित्र धरती पर अपमान झेलना पड़ा है. इसकी वजह एक कथित यूट्यूबर युवक है. जिसने कुछ दिगंबर संतों के साथ अभद्रता कर दी है. जिस पर दिगंबर जैन संप्रदाय ने भारी नाराजगी जताई है. उधर, मामले ने तूल पकड़ा को खुद सूबे के मुख्यमंत्री समेत डीजीपी को पूरे मामले में सफाई देनी पड़ी है. अब आनन-फानन में मामले में एसटीएफ को जांच सौंपी गई है. साथ ही यूट्यूबर के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है.
दरअसल, एक कथित यूट्यूबर युवक ने दिगंबर जैन संप्रदाय के कुछ संतों को रास्ते में रोक कर उन पर टिप्पणी की थी. साथ ही उनके साथ अभद्रता भी की. जिसका युवक ने वीडियो भी बनाया और सोशल मीडिया पर वायरल भी कर दिया. जिससे जैन संप्रदाय के भावनाओं को आहत पहुंची. वीडियो सामने आने के बाद योजना ग्रुप (Youth Of Jainism Now Active) ने एक्स पर वीडियो साझा कर मुख्यमंत्री पुष्कर धामी, डीजीपी अभिनव कुमार समेत तमाम अधिकारियों को टैग कर शिकायत की. जिसका संज्ञान उत्तराखंड पुलिस ने लिया और चमोली पुलिस को मामले में कार्रवाई करने के लिए निर्देशित किया.
उधर, वीडियो का उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी संज्ञान लेकर डीजीपी अभिनव कुमार को कार्रवाई करने के निर्देश दिए. सीएम धामी के कार्यालय (Office Of Pushkar Singh Dhami) से जारी निर्देश में कहा गया है कि 'मुख्यमंत्री जैन मुनियों के साथ किए जा रहे दुर्व्यवहार का एक वीडियो सोशल मीडिया पर प्रचारित हो रहा है, जिसका संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने उत्तराखंड पुलिस महानिदेशक को सभी तथ्यों की भली-भांति जांच कर उचित कार्रवाई के निर्देश दिए हैं.'
चमोली के युवक के खिलाफ केस दर्ज: वहीं, दिगंबर संतों के साथ अभद्रता का संज्ञान लेकर पुलिस ने टिहरी जिले के देवप्रयाग थाने में सूरज सिंह फर्स्वाण पुत्र पृथ्वी सिंह निवासी रतगांव, थराली (चमोली) हाल निवासी देहरादून के खिलाफ धारा 153A, 295A आईपीसी और 67A आईटी एक्ट में मुकदमा दर्ज कर लिया है. बताया जा रहा है कि युवक ने यह वीडियो ऋषिकेश बदरीनाथ हाईवे पर तोता घाटी के आसपास बनाया था.
क्या बोले डीजीपी अभिनव कुमार? मामले में उत्तराखंड के डीजीपी अभिनव कुमार का कहना है कि 'मेरे संज्ञान में आया है कि सोशल मीडिया पर वीडियो के जरिए दिगंबर जैन संप्रदाय के बारे में कई आपत्तिजनक बातें कही गई हैं. जिससे जैन समुदाय के लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं. जैसे ही ये वीडियो हमारे संज्ञान में आए, वैसे ही तत्काल जांच के लिए एक एसटीएफ टीम गठित कर दी गई.
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