पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पहली बार समस्तीपुर लोकसभा सीट के लिए आज प्रचार करने वाले हैं. समस्तीपुर में लड़ाई दिलचस्प हो गई है, क्योंकि जेडीयू के दो दलित मंत्री आमने-सामने है. जहां ग्रामीण कार्य मंत्री अशोक चौधरी की बेटी शांभवी चौधरी लोजपा रामविलास के टिकट पर चुनावी मैदान में हैं तो वही सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री महेश्वर हजारी के बेटे सन्नी हजारी कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं. दोनों मंत्रियों ने मोर्चा संभाल रखा है. हालांकि महेश्वर हजारी खुलकर जरूर सामने नहीं आ रहे हैं लेकिन चुनाव प्रचार की पूरी कमान अपने पास रखी है.
अशोक चौधरी और महेश्वर हजारी आमने-सामने: महेश्वर हजारी समस्तीपुर से 2009 में सांसद भी रह चुके हैं और लगातार समस्तीपुर से विधायक भी बनते रहे हैं. इसलिए समस्तीपुर में महेश्वर हजारी का दबदबा है. समस्तीपुर में सबसे अधिक पासवान वोट है और पासवान वर्ग से ही महेश्वर हजारी आते हैं. उनके बेटे सन्नी हजारी की नजर 4 लाख पासवान वोट के साथ 2 लाख यादव और 2 लाख मुस्लिम वोट बैंक पर है, जबकि दूसरी तरफ अशोक चौधरी पासी समाज से आते हैं जिसकी वोट समस्तीपुर में बहुत ज्यादा नहीं है लेकिन एनडीए के उम्मीदवार होने के कारण शांभवी चौधरी की भी मजबूत स्थिति है.
शांभवी के पक्ष में सीएम की सभा: इसके अलावा बाहरी और स्थानीय के मुद्दे पर भी लड़ाई हो रही है. महेश्वर हजारी का बेटा सन्नी हजारी समस्तीपुर में प्रखंड प्रमुख भी हैं. दावा दोनों तरफ से जीत की हो रही है. ऐसे में आज मुख्यमंत्री एनडीए उम्मीदवार शांभवी चौधरी के लिए प्रचार की शुरुआत करेंगे. समस्तीपुर के कल्याणपुर में मुख्यमंत्री की जनसभा है.
पीएम के मंच पर दिखीं शांभवी: शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दरभंगा में 4 मई को जनसभा की थी. उस मंच पर शांभवी चौधरी भी मौजूद थीं. दूसरी तरफ कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे महेश्वर हजारी के बेटे सन्नी हजारी को महागठबंधन के वोट बैंक के साथ ही महेश्वर हजारी के प्रभाव के बूते भी वोट मिलने की उम्मीद है. इसलिए लड़ाई यहां जबरदस्त होने वाली है. दोनों मंत्री की प्रतिष्ठा ऐसे में दांव पर लगी है.
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