ग्वालियर : मुख्यमंत्री ने रविवार को ग्वालियर चंबल अंचल के लिए 1202 करोड़ रु से अधिक के विकास कार्यों का भूमिपूजन और लोकार्पण किया. साथ ही युवा संवाद कार्यक्रम में जीवाजी विश्वविद्यालय के छात्रों से संवाद भी किया. तानसेन समारोह के शुभारंभ अवसर पर शामिल हुए सीएम मोहन यादव ने यहां एक-एक कर विकास कार्यों की झड़ी लगा दी. लगभग 1202 करोड़ रु के 67 विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन किया गया, जो इस क्षेत्र को विकास की नई गति देंगे.
शुरू होगा चंबल पेयजल परियोजना का काम
इन विकास कार्यों के साथ-साथ जिस परियोजना ने सबका ध्यान खींचा वह थी लंबे समय से अधर में लटकी चंबल पेयजल परियोजना. इसके निर्माण कार्य को मुख्यमंत्री ने हरी झंडी दिखा दी है. यह पेयजल योजना ग्वालियर अंचल के लिए बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि आने वाले वर्षों में चंबल से ग्वालियर तक पानी लाकर पेयजल संकट को दूर किया जा सकेगा और अब 459 करोड़ की लागत से चंबल पेयजल परियोजना मूर्तरूप लेने जा रही है.
युवाओं से किया मुख्यमंत्री ने संवाद
मुख्यमंत्री मोहन यादव जीवाजी यूनिवर्सिटी का कार्यक्रम में भी शामिल हुए. यहां के अटल सभागार में आयोजित युवा संवाद कार्यक्रम में उन्होंने विश्वविद्यालय के छात्रों से विभिन्न विषयों पर चर्चा की. इस दौरान मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों से काल गणना की घड़ी के सिद्धांत का भौगोलिक, विज्ञान समेत कई विषयों पर चर्चा की.
'ग्वालियर विरासत से विकास की ओर आगे बढ़ा है'
मीडिया से चर्चा करते हुए CM ने कहा, '' आज का दिन ग्वालियर के लिए कई मायनों में अहम रहा है. संगीत सम्राट तानसेन की जयंती से लेकर महाराज जीवाजी राव सिंधिया की मूर्ति अनावरण और युवाओं से संवाद है. और ग्वालियर चम्बल अंचल के लिए 1200 करोड़ से ज्यादा के विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन हुआ है. इस मौके पर राजपाल मंगू भाई पटेल समेत केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और मध्य प्रदेश सरकार के मंत्रियों के साथ कई कार्यक्रमों में शामिल होने का मौका मिला. ग्वालियर हमेशा विरासत से विकास की ओर आगे बढ़ा है. यहां विविध कार्यक्रमों के लिए सभी को बहुत बधाई और शुभकामनाएं.''
सिंधिया ने कहा- 2050 तक मिलेगा पर्याप्त पानी
इस मौके पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, '' बधाई मुख्यमंत्री मोहन यादव को भी जो ग्वालियर की पेयजल की योजना की शुरुआत भूमि पूजन के साथ 459 करोड़ रु की की है, इससे चम्बल से पानी ग्वालियर तक आएगा और 2050 तक सभी को पर्याप्त पानी मिलेगा.''