धनबादः दूसरे चरण के लिए चुनाव प्रचार तेज है. इसी कड़ी में जिला के सिंदरी और बाघमारा विधानसभा में बुधवार को गठबंधन की चुनावी सभा आयोजित की गई. जिसमें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन शामिल हुए. इस दौरान सीएम हेमंत ने राज्य सरकार की उपलब्धियां गिनाईं और भाजपा पर जमकर निशाना साधा. साथ ही गठबंधन प्रत्याशी को जीत दिलाने की अपील की.
सीएम हेमंत ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि सामंती विचारधारा और सांप्रदायिकता फैलाने वाले लोगों को रोकने के लिए महागठबंधन बनाया गया है. उन्होंने कहा कि ये लोग हमारे बीच में जहर घोलने वाले लोग हैं. इनको अब झारखंड से खदेड़ने का हम लोगों ने संकल्प लिया है. उन्होंने कहा कि आदिवासी, दलित, पिछड़ा और किसान विरोधी यह जमात, व्यापारियों की यह फौज अब झारखंड में नहीं चलेगी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस राज्य के अलग होने के बाद 20 सालों तक इन्हीं व्यापारी जमात ने राज्यवासियों को ठगने का काम किया. इन लोगों ने ऐसी दिशा दिखायी कि झारखंड आगे जाने की बजाय कीचड़ में चला गया है. सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि भाजपा का नाम लिए बगैर कहा कि इनके 20 साल के कार्यकाल में लोग भूख से मरे, किसानों ने आत्महत्या की. इनके कार्यकाल में लोग झारखंड से पलायन करने लगे. झारखंड की बात छोड़ो यहां तक कि केंद्र में उनकी सरकार बनने के बाद लोग देश से ही पलायन कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि पहली बार पांच साल तक एनडीए को सत्ता से बेदखल रखने का काम हमने किया है. उनकी छटपटाहट इन चार सालों में जो देखने को मिली, ऐसा दर्द और इतनी तकलीफ शायद इनको कभी नहीं मिली होगी. एक साल से असम का मुख्यमंत्री झारखंड में घूम रहे हैं. चिड़ियों की तरह सुपारी देकर झारखंड की सरकार को गिराने में जुटे हैं. आए दिन षड्यंत्र रचते रहते हैं. सरकार तो गिरा नहीं सके, लेकिन हमको जेल भेजने के षड्यंत्र में यह जरूर सफल रहे.
उन्होंने कहा कि जहां गरीबों, किसानों और महिलाओं का आशीर्वाद हो तो कोई बाल भी बांका नहीं कर सकता है. इन पांच सालों में हमने जो चुनौतियां देखी, 20 सालों में कभी भी किसी सरकार ने ऐसी चुनौतियां नहीं देखी हैं.
कोरोना जैसी महामारी आई एक लंबा समय कोरोना काल में निकल गया. ढाई साल का समय कोरोना हमारा लेकर चला गया. इस ढाई साल में लोगों को बचाने के लिए हमने एड़ी-चोटी एक कर दी. ऐसी महामारी जिसका ना अता था ना पता था. कौन सी दवा लगेगी, कौन सी दवा नहीं, इसका भी पता नहीं था. इस कोरोना से लड़ते-लड़ते हमारे दो मंत्री भी शहीद हो गए. हमें बड़ी कीमत चुकानी पड़ी. भाई जगन्नाथ महतो और हाजी हुसैन अंसारी दोनों कोरोना काल में चल बसे.
स्थानीय विधायक इंद्रजीत महतो को सरकारी खर्चे पर हमने आधा जीवन दे रखा है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि यही भारतीय जनता पार्टी के लोगों ने करोड़ों लोगों को फर्जी दवा दी थी. ऐसी दवा दे दी कि वर्तमान में मृत्यु दर में बढ़ोतरी हो गई है. उन्हीं लोगों को दवा बनाने का काम दिया, जिससे यह चुनाव में चंदा लेते हैं. पूरे देश के साथ इन्होंने धोखा किया है. पैसे के लिए यह कुछ भी कर सकते हैं.
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