रांची: चंपाई सोरेन को लेकर बीते दो दिनों से चल रहा सियासी चर्चा पर फिलहाल विराम लगता हुआ दिख रहा है. मंगलवार को दिल्ली से अपने विधानसभा क्षेत्र सरायकेला खरसावां लौटने वाले हैं. इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन की नाराजगी को काफी हद तक दूर करने में जेएमएम सफल दिख रही है. शायद यही वजह है कि उन अटकलों पर विराम लगा है जिसमें ये कहा जा रहा था कि चंपाई सोरेन बीजेपी में शामिल होने वाले हैं.
राजनीति में हमेशा शुरुआत होती: सीपी सिंह
दरअसल, चंपाई सोरेन की नाराजगी एक्स के माध्यम से सार्वजनिक होते ही सोरेन परिवार और झारखंड मुक्ति मोर्चा के कई नेता लगातार उन्हें मनाने में जुट गए, जो फिलहाल के लिए कारगर साबित होता दिख रहा है. हालांकि पूर्व स्पीकर और रांची के भाजपा विधायक सीपी सिंह का मानना है कि इसका पटाक्षेप नहीं हुआ है बल्कि शुरुआत हुई है, क्योंकि राजनीति में हमेशा शुरुआत होती है.
कोल्हान के चार विधायक के साथ सीएम की बैठक
इन सबके बीच मंगलवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन डैमेज कंट्रोल करने में जुटे रहे. मुख्यमंत्री मंगलवार को अपने आवास पर कोल्हान के झामुमो विधायकों के साथ बैठक की, जिसमें जेएमएम विधायक में रामदास सोरेन, संजीव सरदार, समीर मोहंती, मंगल कालिंदी शामिल थे. हालांकि इस दौरान कांग्रेस विधायक उमाशंकर अकेले मुख्यमंत्री से मिलने उनके आवास पर पहुंचे. करीब 3 घंटे तक चली इस बैठक में मुख्यमंत्री बारी-बारी से सभी विधायकों से मुलाकात की और राजनीतिक चर्चा के साथ-साथ क्षेत्र में चल रहे विकास योजनाओं के बारे में भी बात हुई.
बैठक के बाद बाहर निकले पार्टी के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि यह सभी विधायक मुख्यमंत्री से मिलकर अपने क्षेत्र के विकास योजनाओं के बारे में चर्चा की है. चंपाई सोरेन की नाराजगी और विधायकों के टूट की संभावना से इनकार करते हुए सुप्रियो ने कहा कि इस तरह की कोई बात नहीं है. इधर, मुख्यमंत्री से मिलकर बाहर निकले झामुमो विधायक ने मीडिया कर्मियों के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि हमारी प्रतिबद्धता झारखंड मुक्ति मोर्चा के साथ है और हम कहीं जाने वाले नहीं हैं.
चुनाव के पहले असर या बेअसर नतीजा
उम्मीद जताई जा रही है कि महाराष्ट्र के साथ ही झारखंड विधानसभा चुनाव के भी तारीख का एलान होने वाला है. अब से विधानसभा चुनाव होने तक के समय में कुछ भी बदलाव होने की संभावना बन सकती है. फिलहाल के लिए इन सभी अटकलों पर मरहम लगा दिया गया है. हालांकि अब देखने वाली बात होगी क्या चंपाई सोरेन के जख्म पर जेएमएम का मरहम काम करेगा या भाजपा का.
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