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सीएम हेमंत ने चलंत पशु चिकित्सालय वाहन को दिखायी हरी झंडी, कहा-खेत-खलिहान किसानों के एटीएम - Mobile Veterinary Hospital Vehicle

Treatment of animals in Jharkhand.पशुओं के बीमार होने पर अब झारखंड के पशुपालकों को चिंता करने की जरूरत नहीं है. बस एक नंबर डायल करने पर चलंत पशु चिकित्सालय घर तक पहुंच जाएगा और बीमार पशु का इलाज करेगा.

Mobile Veterinary Hospital Vehicle
चलंत पशु चिकित्सालय वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना करते सीएम हेमंत सोरेन. (फोटो-ईटीवी भारत)
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Sep 10, 2024, 7:31 PM IST

रांचीः झारखंड के पशुपालकों के लिए अच्छी खबर है. अब उनके घर पर ही बीमार पशुओं का इलाज संभव हो पाएगा. मंगलवार को सीएम हेमंत सोरेन ने चलंत पशु चिकित्सालय वाहन यानी मोबाइल वेटनरी क्लिनिक वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. अब पूरे राज्य में 236 ऐसे वैन चलेंगे. रांची के डिबडीह में आयोजित प्रमंडल स्तरीय सहकारिता महासम्मेलन में सीएम हेमंत सोरेन ने अपनी सरकार की उपलब्धियां भी गिनाई. किसानों के 2 लाख रुपये तक की ऋण माफी की चर्चा की.

Mobile Veterinary Hospital Vehicle
संबोधित करते सीएम हेमंत सोरेन. (फोटो-ईटीवी भारत)

किसानों के लिए बनाई गई नीतियां कारगर नहीं

मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि प्रधान हमारे देश में किसान वर्ग के लिए जो नीतियां बनाई गई हैं उसका फलाफल बहुत कारगर साबित नहीं हुआ है. बड़े पैमाने पर किसान वर्ग के लोग अब खेतीहर मजदूर के रूप में गिने जा रहे हैं. भौतिकवादी युग में विकास के विभिन्न मापदंड, सही नीति निर्धारण की कमी और जलवायु परिवर्तन किसानों को मजदूर बनने पर मजबूर कर रही हैं. यह एक बहुत गंभीर और चिंतनीय विषय है.

Mobile Veterinary Hospital Vehicle
कार्यक्रम में सीएम हेमंत सोरेन. (फोटो-ईटीवी भारत)

खेती की वैकल्पिक व्यवस्था पर जोर

मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने राज्य में किसान वर्ग के लिए खेती की वैकल्पिक व्यवस्था पर विशेष बल दिया है. राज्य सरकार का प्रयास है कि किसान बंधुओं को कृषि के साथ-साथ पारंपरिक व्यवस्थाओं से जोड़कर आगे बढ़ाया जाए. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा मछली पालन, गाय पालन, मुर्गी पालन, दुग्ध उत्पादन सहित विभिन्न पशुपालन के माध्यम से जोड़कर कृषकों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए निरंतर योजनाएं संचालित की जा रही हैं. मुख्यमंत्री ने कृषकों से अपील की कि वे पशुपालन से संबंधित विभिन्न योजनाओं का लाभ जरूर लें.

पशुओं का भी इंश्योरेंस करा रही सरकार

सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि राज्य सरकार ने पहली बार ऐसी नीति बनाई जिसमें कृषकों को प्रदान किए जाने वाले सभी पशुओं का इंश्योरेंस किया जाता है, ताकि पशुओं के मरने पर उन्हें बीमा की राशि उपलब्ध करायी जा सके. मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीणों का मूलधन खेत-खलिहान और पशुधन होता है. आप इसे यह कह सकते हैं कि किसानों का बैंक और एटीएम कार्ड खेत-खलिहान और पशुधन ही हैं.

CM Hemant Soren
कार्यक्रम में मौजूद लोगों को संबोधित करते सीएम हेमंत सोरेन. (फोटो-ईटीवी भारत)

कार्यक्रम में ये भी थे मौजूद

कार्यक्रम में कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री दीपिका पांडेय सिंह, सांसद सुखदेव भगत, राज्यसभा सांसद महुआ माजी, विधायक कल्पना सोरेन, झारखंड गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद आदि मौजूद थे.

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सीएम ने किया टीकाकरण अभियान का शुभारंभ, पशुओं में खुरहा-चपका और ब्रुसोलोसिस बीमारियों की होगी रोकथाम

रांचीः झारखंड के पशुपालकों के लिए अच्छी खबर है. अब उनके घर पर ही बीमार पशुओं का इलाज संभव हो पाएगा. मंगलवार को सीएम हेमंत सोरेन ने चलंत पशु चिकित्सालय वाहन यानी मोबाइल वेटनरी क्लिनिक वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. अब पूरे राज्य में 236 ऐसे वैन चलेंगे. रांची के डिबडीह में आयोजित प्रमंडल स्तरीय सहकारिता महासम्मेलन में सीएम हेमंत सोरेन ने अपनी सरकार की उपलब्धियां भी गिनाई. किसानों के 2 लाख रुपये तक की ऋण माफी की चर्चा की.

Mobile Veterinary Hospital Vehicle
संबोधित करते सीएम हेमंत सोरेन. (फोटो-ईटीवी भारत)

किसानों के लिए बनाई गई नीतियां कारगर नहीं

मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि प्रधान हमारे देश में किसान वर्ग के लिए जो नीतियां बनाई गई हैं उसका फलाफल बहुत कारगर साबित नहीं हुआ है. बड़े पैमाने पर किसान वर्ग के लोग अब खेतीहर मजदूर के रूप में गिने जा रहे हैं. भौतिकवादी युग में विकास के विभिन्न मापदंड, सही नीति निर्धारण की कमी और जलवायु परिवर्तन किसानों को मजदूर बनने पर मजबूर कर रही हैं. यह एक बहुत गंभीर और चिंतनीय विषय है.

Mobile Veterinary Hospital Vehicle
कार्यक्रम में सीएम हेमंत सोरेन. (फोटो-ईटीवी भारत)

खेती की वैकल्पिक व्यवस्था पर जोर

मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने राज्य में किसान वर्ग के लिए खेती की वैकल्पिक व्यवस्था पर विशेष बल दिया है. राज्य सरकार का प्रयास है कि किसान बंधुओं को कृषि के साथ-साथ पारंपरिक व्यवस्थाओं से जोड़कर आगे बढ़ाया जाए. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा मछली पालन, गाय पालन, मुर्गी पालन, दुग्ध उत्पादन सहित विभिन्न पशुपालन के माध्यम से जोड़कर कृषकों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए निरंतर योजनाएं संचालित की जा रही हैं. मुख्यमंत्री ने कृषकों से अपील की कि वे पशुपालन से संबंधित विभिन्न योजनाओं का लाभ जरूर लें.

पशुओं का भी इंश्योरेंस करा रही सरकार

सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि राज्य सरकार ने पहली बार ऐसी नीति बनाई जिसमें कृषकों को प्रदान किए जाने वाले सभी पशुओं का इंश्योरेंस किया जाता है, ताकि पशुओं के मरने पर उन्हें बीमा की राशि उपलब्ध करायी जा सके. मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीणों का मूलधन खेत-खलिहान और पशुधन होता है. आप इसे यह कह सकते हैं कि किसानों का बैंक और एटीएम कार्ड खेत-खलिहान और पशुधन ही हैं.

CM Hemant Soren
कार्यक्रम में मौजूद लोगों को संबोधित करते सीएम हेमंत सोरेन. (फोटो-ईटीवी भारत)

कार्यक्रम में ये भी थे मौजूद

कार्यक्रम में कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री दीपिका पांडेय सिंह, सांसद सुखदेव भगत, राज्यसभा सांसद महुआ माजी, विधायक कल्पना सोरेन, झारखंड गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद आदि मौजूद थे.

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