देहरादून: विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर देहरादून के सहस्त्रधारा हेलीपैड के समीप बन रहे सिटी पार्क में वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. आयोजित इस कार्यक्रम में पहुंचे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वृक्षारोपण कर प्रदेश की जनता को संदेश दिया. सीएम धामी ने कहा हम सभी को पर्यावरण संरक्षण के लिए वृक्षारोपण का संकल्प लेना चाहिए. सीएम धामी ने कहा उत्तराखंड राज्य हिमालयी राज्य होने की वजह से हमारी जिम्मेदारी और अधिक बढ़ जाती है, ऐसे में जनता को न सिर्फ वृक्षारोपण करना चाहिए बल्कि जल संरक्षण की दिशा में भी काम करना चाहिए. जिससे पर्यावरण संरक्षण किया जा सके.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर सभी को शुभकामनाएं दी. सीएम धामी ने कहा यह दिवस हमारे लिए बहुत विशेष है. इस दिवस पर हम सभी संकल्प लेते हैं कि पर्यावरण के प्रति हम सब का जो दायित्व है उसका निर्वहन करेंगे. सीएम धामी ने कहा हम सभी की जिम्मेदारी बनती है कि वृक्षारोपण करें. जल का संचय करें. साथ ही प्रदेश के पारंपरिक जल स्रोत पर विशेष ध्यान दें.
सीएम धामी ने कहा हमारे पारंपरिक स्रोत जीवंत रहे, इसमें वृक्षारोपण का भी एक बड़ा योगदान है. ऐसे में हम सभी को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर वृक्षारोपण का संकल्प लेने के साथ ही जल संचय का भी संकल्प लेना चाहिए. ऐसे में उत्तराखंड सरकार भी जुलाई महीने में एक दिन पेड़ सेवा भी करेगी. जिसमें सभी लोगों को शामिल किया जाएगा. सीएम धामी ने कहा उत्तराखंड सरकार जल संरक्षण के लिए बोर्ड बना रही है.वहीं, एमडीडीए के वीसी बंसीधर तिवारी ने बताया एमडीडीए के तहत एक लाख पेड़ लगाए जाने का लक्ष्य रखा गया है. जिसका मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को शुभारंभ कर दिया है. ऐसे में हरेला पर्व तक एक लाख वृक्ष लगाए जाएंगे.
मसूरी में स्वच्छता अभियान: मसूरी में विश्व पर्यावरण दिवस पर संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन ने स्वच्छता अभियान चलाया. फाउंडेशन के लोगों ने प्लास्टिक बैग का प्रयोग ना करने अपील की. इस मौके पर सभी को कपड़े के बैग वितरित किये गए. मिशन के युवा स्वयंसेवक बीट प्लास्टिक पोल्युशन की थीम पर नुक्कड़ नाटिकाओं की सुंदर प्रस्तुति देकर लोगों को पर्यावरण संकट के प्रति जागरूक करते नजर आये. हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी निरंकारी मिशन ने भारतवर्ष के 18 पर्वतीय एवं पर्यटक स्थलों, जिनमें मुख्यत उत्तराखंड से मसूरी, ऋषिकेश, लैंसडाउन, नैनीताल, चकराता, भवाली, हिमाचल प्रदेश का शिमला, मनाली, धर्मशाला, गुजरात के सापुतारा, महाराष्ट्र के महाबलेश्वर, पंचमनी, खंडाला, लोनावाला, पन्हाला, सोमेश्वर, सिक्किम के गीजिंग शहर और कर्नाटक की नंदी हिल्स जैसे पर्वतीय स्थलों पर ये कार्यक्रम किया.
सेना के जवानों से रोपे पौधे: पर्यावरण सुरक्षा बल गढ़वाल राइफल के 127 टीए बटालियन जौनसार बावर क्षेत्र में पर्यावरण को लेकर लगातार हर साल चार लाख पौधारोपण करता आ रहा है. समय समय पर स्कूल कॉलेज, स्वास्थ्य केंद्रों में पौधरोपण कर और पर्यावरण के प्रति जनजागरूक करते रहे हैं. विश्व पर्यावरण दिवस पर सेना के जवानों और अधिकारियों सहित ग्राम टिपऊ की महिलाओं, युवाओं बच्चों और बुर्जुगों ने पौध रोपण मे हिस्सेदारी हजारों फलदार, चारापत्ती के पौधे गांव के क्षेत्र मे रोपे गए. सेना और ग्रामीणों ने पर्यावरण दिवस पर एक शपथ भी ली गई. जिसमें सभी उपस्थित लोगों ने सुनिश्चित किया.