देहरादून/अल्मोड़ा: मणिपुर में हुए नक्सली हमले में 16 कुमाऊं रेजीमेंट में तैनात कमल सिंह शहीद हो गए हैं. शहीद कमल सिंह अल्मोड़ा जिले के सोमेश्वर तहसील के चनौदा, बूंगा के रहने वाले हैं. कमल सिंह के शहीद होने की खबर जैसे ही गांव पहुंची, वैसे ही पूरा गांव सदमे में डूब गया. वहीं कम उम्र में कमल सिंह के चले जाना पूरे उत्तराखंड के लिए बड़ी क्षति है.बताया जा रहा है कि नक्शलियों से मुठभेड़ में उन्हें गोली लगी थी. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कमल सिंह भाकुनी के बलिदान पर दुख व्यक्त किया है.
मणिपुर में तैनात था शहीद कमल सिंह: सीएम पुष्कर सिंह धामी ने शहीद कमल सिंह को पर दुख व्यक्त करते हुए अपने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि मणिपुर में मां भारती की सेवा करते हुए नक्सली मुठभेड़ में शहीद हुए सैन्यभूमि उत्तराखंड के लाल एवं 16 कुमाऊं रेजीमेंट में तैनात कमल सिंह भाकुनी की शहादत को शत्-शत् नमन. ईश्वर, दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें और शोकाकुल परिजनों को यह दुःख सहने की असीम शक्ति प्रदान करें. गौर हो कि कमल सिंह शहीद की खबर से पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ पड़ी.
घटना की सूचना पर शहीद के घर में छाया मातम: कुमाऊं रेजीमेंट के सैनिक 24 वर्षीय कमल सिंह भाकुनी चार वर्ष पूर्व सेना में भर्ती हुए थे और वर्तमान में वह मणिपुर में तैनात थे. वह पिछले महीने अपने गांव आए थे. तीन सप्ताह पूर्व वह ड्यूटी पर वापस लौटे गए थे. ड्यूटी के दौरान ही उन्हें गोली लगने से वह शहीद हो गए. बेटे के शहीद होने की खबर मिलने के बाद उनके घर में कोहराम मचा हुआ है. वह अपने दो भाईयों में सबसे छोटे थे. उनका बड़ा भाई प्रदीप भाकुनी भी सेना में है. शहीद के पिता चंदन सिंह भाकुनी गांव में खेती-बाड़ी करते हैं जबकि माता दीपा भाकुनी गृहणी हैं.
शहीद का भाई भी सेना में है तैनात: उनकी एक बहन है जिसका विवाह हो चुका है. गांव के ग्राम प्रधान रमेश भाकुनी ने बताया कि कमल के शहीद होने की खबर मिलने के बाद से पूरे गांव में शोक छाया हुआ है. उसके पार्थिव शरीर गुरुवार की सुबह तक गांव में पहुंचेगा. बताया कि बुधवार की शाम को उनका पार्थिव शरीर दिल्ली लाया जा रहा है. जहां से उन्हें वाहन से सोमेश्वर बूंगा गांव लाया जाएगा. इस घटना की सूचना मिलने के बाद उनके घर पर गांव के लोगों की भीड़ लगी हुई है. वह उनके परिजनों को सांत्वना देने पहुंच रहे हैं. इधर उप जिलाधिकारी जयवर्धन शर्मा ने बताया कि मीडिया से घटना की सूचना मिली है, अभी इसकी अधिकारिक सूचना जो सेना द्वारा दी जाती है वह प्राप्त नहीं हुई है.
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