रांची: पीएम मोदी के द्वारा धनबाद में झारखंड मुक्ति मोर्चा पर की गई टिप्पणी के बाद जेएमएम ने नाराजगी जताई है. सीएम चंपई सोरेन ने पीएम के उस बयान की आलोचना की है, जिसमें उन्होंने जेएमएम का मतलब जमकर खाओ कहकर तंज कसा है. झारखंड विधानसभा में मीडियाकर्मियों से बात करते हुए सीएम चंपई सोरेन ने कहा कि यह बात सुनकर हमें बहुत आश्चर्य हुआ है. उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि उन्होंने यह तो नहीं कहा है ना कि भूखे रहो. जब सत्ता में रहते हैं या सत्ता का नेतृत्व करते हैं तो उन्हें संस्कार के साथ साथ मुद्दे पर बात करनी चाहिए.मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड की जनता की उम्मीदों पर बात होनी चाहिए थी. यहां की जनता पर बात होनी चाहिए थी. इस तरह का तंज मारना हमारे दृष्टिकोण में उचित नहीं है और हम इसका जवाब भी देना उचित नहीं समझते.
सिंदरी खाद कारखाना का लाभ तब मिलेगा, जब किसानों को सिंचाई की सुविधा मिलेगीः सीएम
सिंदरी खाद कारखाना उद्घाटन पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सीएम चंपई सोरेन ने कहा है कि इस कारखाना का लाभ तब मिलेगा, जब किसानों को सिंचाई की सुविधा मिलेगी. इस कारखाना में किसानों के लिए यूरिया का उत्पादन होगा, लेकिन इस खाद का लाभ तब मिलेगा जब खेतों में पानी होगा. सूखा का सामना किसान करते हैं. ऐसे में यदि सिंचाई की सुविधा नहीं होगी तो खेतों में उपज कैसे होगा.
मजदूरों की समस्या और विस्थापन की समस्या पर काम करना बाकी
झारखंड में असंगठित क्षेत्र के मजदूरों की समस्या बृहद पैमाने पर है. इसके लिए ठोस पहल करनी होगी. कोयलांचल में विस्थापन एक बड़ी समस्या है, जो सभी जानते हैं. इसलिए हेमंत सोरेन के नेतृत्व में बनी सरकार के द्वारा निचले स्तर से विकास के कार्य शुरू किए गए थे. उसी को आगे बढ़ाकर राज्य में बहुत कुछ काम करना है.
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