रांचीः प्रकृति पर्व सरहुल को लेकर गुरुवार सुबह से ही सरना स्थलों में पारंपरिक रीति-रिवाज से पूजा अर्चना कर इस पर्व को मनाया जा रहा है. केंद्रीय सरना समिति प्रांगण में पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के पुत्र पारंपरिक रुप से पूजा अर्चना करते देखे गए. इस स्थल पर कभी अपने पिता हेमंत सोरेन के साथ आने वाले नितिन शांत और बड़ी तन्मयता के साथ पूजा करते नजर आए.
लोकसभा चुनाव को लेकर आदर्श आचार संहिता को देखते हुए कोई खास कार्यक्रम आयोजित नहीं किए जा रहे हैं. इन सबके बीच मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन सरहुल के मौके पर राजधानी रांची के हतमा, करमटोली और सिरम टोली सरना स्थल पहुंचकर पूजा अर्चना की. इस मौके पर केंद्रीय सरना समिति सिरमटोली में मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि इस बार यह बेहद ही सुखद संयोग है कि ईद के अलावा चैत्र नवरात्र और सरहुल को हमलोग एक ही दिन एक साथ मना रहे हैं.
सीएम चंपाई सोरेन ने इस मौके पर राज्यवासियों को ढेर सारी बधाई दी. वहीं इस मौके पर पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने लोगों को बधाई देते हुए कहा कि प्रकृति पर्व सरहुल हमें जहां संदेश देता है. वहीं ईद और चैत्र नवरात्र समाज की भाईचारगी को बढ़ाता है.
पहली बार उत्कृष्ट सरहुल शोभा यात्रा की झांकी को मिलेगा एक लाख का पुरस्कार
केंद्रीय सरना समिति सिरमटोली के द्वारा पहली बार सरहुल के मौके पर निकलने वाली शोभा यात्रा की झांकी को पुरस्कार देने की घोषणा की गई है. केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष अजय तिर्की ने कहा कि उत्कृष्ट सरहुल शोभा यात्रा की झांकी को एक लाख और दूसरे को 50 हजार और तीसरे को 25 हजार रुपए की राशि पुरस्कार स्वरूप प्रदान की जाएगी. इसके अलावा केंद्रीय सरना समिति के द्वारा इस सरना स्थल पर आने वाली पहली शोभायात्रा झांकी को पांच हजार का पुरस्कार दिया जाएगा.
पुरस्कार वितरण का कार्यक्रम 15 अप्रैल को मोरहाबादी संगम गार्डन में किया जाएगा. केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष अजय तिर्की ने कहा कि एक साथ ईद, सरहुल और चैत्र नवरात्र जैसे पर्व को मनाए जाने पर काफी खुशी. इस अवसर उन्होंने प्रदेश की जनता को बधाई दी है.
इसे भी पढ़ें- झारखंड में सरहुल और ईद की धूम, राज्यपाल और सीएम के साथ नेता-मंत्री दे रहे शुभकामनाएं और मुबारकबाद - Sarhul and Eid 2024
इसे भी पढ़ें- प्रकृति पर्व सरहुल की शोभा यात्रा आज, केकड़ा और मछली पकड़ने की विधि हुई पूरी - Sarhul 2024