सरायकेला: मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने शनिवार को सरायकेला के लिए 334 करोड़ 12 लाख 36 हजार की 220 योजनाओं की सौगात दी है. मुख्यमंत्री शनिवार को सरायकेला जिला मुख्यालय स्थित टाउन हॉल रिनोवेशन उद्घाटन समारोह सह परिसंपत्ति वितरण कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे.
मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने सरायकेला टाउन हॉल के उद्घाटन के बाद इसे उत्कलमणि गोपबंधु भवन नाम दिया. इस मौके पर आयोजित शिलान्यास एवं परिसंपत्ति वितरण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कलानगरी सरायकेला छऊ नृत्य के लिए विश्व प्रसिद्ध है, इसकी मिट्टी में कला बसती है, इस कला को और आगे ले जाने सरकार संकल्पित है. सरायकेला में जल्द ही छऊ नृत्य कला अकादमी की स्थापना होगी, जिसका लाभ यहां के कलाकारों को मिलने लगेगा.
मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने कहा कि छऊ नृत्य को एक अलग पहचान देने के लिए छऊ पार्क का भी निर्माण होगा. मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि सरायकेला के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल मां पाउड़ी, झुमकेश्वरी देवी को भी विश्व स्तर के पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा. इसके साथ ही मरीन ड्राइव का निर्माण कर विश्व स्तर की पहचान सरायकेला जिला को दी जाएगी. सीएम ने कहा कि आदिवासी-मूलवासियों के विकास को लेकर सरकार लगातार प्रयासरत है, विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं चलाकर लोगों को इसका सीधा लाभ दिलाया जा रहा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंडी महिलाएं जीवन यापन करने के लिए हड़िया बेचती हैं. उन्हें अब 50 हजार का स्वरोजगार ऋण उपलब्ध कराया जाएगा, आधुनिक टाउन हॉल निर्माण पूरा होने के बाद प्रस्तावित 100 बेड का अस्पताल भी मॉडल अस्पताल में शामिल होगा.
पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा पर कसा तंजः
इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने कहा कि इस जिला से पहले अर्जुन मुंडा भी मुख्यमंत्री हुए हैं, जबकि दूसरे मुख्यमंत्री के रूप में इन्हें अवसर मिला है. सत्ता में रहते हुए भी पूर्व के मुख्यमंत्री ने जिले के विकास को लेकर एक ईंट जोड़ने का भी काम नहीं किया. झारखंड पर सर्वाधिक शासन करने वाले इन लोगों ने 5 हजार से अधिक प्राथमिक स्कूलों को बंद कर दिया. इसके पीछे मंशा थी कि आदिवासी मूलवासी के बच्चे शिक्षा से वंचित रहे. इसी प्रकार पीएम आवास योजना के आठ लाख लोगों को छांट दिया गया, इसके बाद सरकार ने अबुआ आवास योजना की शुरुआत की है.
सीएम चंपई सोरेन ने कहा कि झारखंड की धरती सोना उगलती है और यहां के लोग बिना छत के रहने को मजबूत थे. झामुमो की सत्ता में वापसी करने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना, गुरुजी क्रेडिट कार्ड जैसे कल्याणकारी योजनाएं झारखंड के आदिवासी बच्चों को पढ़ लिखकर आगे बढ़ने का अवसर दिया गया. मुख्यमंत्री ने कहा कि कोल्हान क्षेत्र के सभी नदियों से पाइपलाइन के माध्यम से सालों भर किसानों को सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध कराए जाएंगे, इसकी योजना सरकार ने तैयार की है.
इस कार्यक्रम के अंत में मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने विभिन्न योजनाओं के चयनित लाभुकों के बीच परिसंपत्ति का भी वितरण किया. इस कार्यक्रम को विधायक सविता महतो, दशरथ गागराई, नगर विकास एवं आवास विभाग के सचिव अरवा राजकमल, उपायुक्त रविशंकर शुक्ल ने भी संबोधित किया.
आदित्यपुर नगर निगम भवन शिलान्यास का कार्यक्रम टलाः
मुख्यमंत्री चंपई सोरेन शनिवार को सरायकेला में आयोजित कार्यक्रम के बाद आदित्यपुर नगर निगम के नए प्रस्तावित भवन निर्माण योजना की आधारशिला रखने वाले थे. लेकिन प्रस्तावित योजना स्थल पर जमीन मामले में अड़चन आने के बाद इस कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया. वहीं शुक्रवार शाम गम्हरिया अंचल अधिकारी गिरेंद्र टूटी का भी तबादला कर दिया गया.
इसे भी पढ़ें- सीएम चंपई सोरेन पहुंचे अपने गांव झिलिंगगोड़ा, स्वागत में उमड़े गांववासी, कहा- हेमंत के काम को आगे बढ़ाना है
इसे भी पढे़ं- सरायकेला से सीएम चंपई सोरेन रांची लौटे, एक दिन के प्रवास में लोगों की समस्याओं से हुए अवगत
इसे भी पढे़ं- चंपई कैबिनेट ने 29 प्रस्तावों पर लगाई मुहर, उपभोक्ताओं को अब 125 यूनिट मिली मुफ्त बिजली