जयपुर. गुजरात में केंद्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला के बयान के बाद राजपूत समाज की नाराजगी की आग राजस्थान में भी तेजी से फैल रही है. प्रदेश के कई जिलों में अलग-अलग राजपूत संगठनों की ओर से विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. राजपूत समाज की ओर से रुपाला के टिकट नहीं काटने की स्थिति में भाजपा के खिलाफ चुनाव में मोर्चा खोलने का संदेश दिया जा रहा है. राजपूत समाज की ओर से उठ रहे इस विरोध को साधने के लिए बीजेपी के तमाम बड़े नेता कोशिश कर रहे हैं. इस कड़ी में बुधवार को राजपूत समाज के सामूहिक विवाह कार्यक्रम में खुद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी भी पहुंची. इस दौरान उन्होंने सीधे तौर पर तो नहीं, लेकिन अपने भाषण में समाज से आग्रह किया कि जो भी फैसला लें, वह इस बात को सोच कर लें कि देश का भविष्य किस हाथ में देना है. राष्ट्रहित में फैसला लें.
मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने कहा कि चुनाव का समय चल रहा है. इस समय इतना ही आग्रह है कि राष्ट्र को मजबूत कौन कर सकता है? यह सोचना होगा. समाज को मजबूती प्रदान कौन कर सकता है? हमारे प्रदेश को मजबूती कौन प्रदान कर सकता है? उसके बारे में जरूर सोचें. हमें जो भी काम करना है, जो भी फैसला करना है, उसको सोच समझ कर करना है. आगे हमारी पीढ़ी को क्या लाभ हो सकता है. युवाओं को कैसे लाभ हो सकता है. माता बहनों को कैसे उनकी सुविधाओं का लाभ मिल सकता है. हमारा देश कैसे आगे बढ़ सकता है. प्रदेश कैसे आगे बढ़ सकता है?. इस पर सोचने के बाद कोई फैसला लें.
सीएम भजन लाल ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश आगे बढ़ रहा है. 2014 के बाद से आपने भी परिवर्तन देखा होगा. 'हमें राजस्थान को भी विकसित बनाना है. उसमें आप सभी का योगदान रहे, ऐसा मेरा आप सभी से आग्रह है'.
भविष्य को देख कर फैसला करें: उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी ने कहा कि बहुत सारे प्रधानमंत्री आए, बहुत सारे लीडर आए, जो सम्मान हमारे देश को मिलना चाहिए था वो नहीं मिला. आगे देश को वो सम्मान मिले यह सब देखते हुए सभी लोग साथ दें. हालांकि आप लोग जो फैसला लेंगे वह तो आपको लेना है, उस पर ज्यादा कुछ नहीं कहना, लेकिन इतना ही कहूंगी कि जो भी फैसला लें, भविष्य देखकर फैसला लें. देश को विकसित राष्ट्र बनाने की हमें चिंता करनी चाहिए. एक व्यक्ति चिंता कर रहा है तो हमें भी उसी तरह से देश के हित में सोचना चाहिए.
आपको बता दें कि केंद्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला के बयान के बाद गुजरात से शुरू हुआ विरोध देश के कई राज्यों में फैल गया है. राजस्थान में भी कई राजपूत संगठनों ने खुले रूप से भाजपा को चेतावनी दिए कि अगर रुपाला का टिकट नहीं काटा गया तो भाजपा को राजपूत समाज समर्थन नहीं करेगा. इतना ही नहीं राजपूत समाज के सोशल ग्रुपों में 'हमारी भूल कमल का फूल' का नारा लगातार ट्रेंड कर रहा है.