नई दिल्ली: दिल्ली शराब घोटाले से जुड़े ED और CBI केस में गिरफ्तार मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल तिहाड़ जेल में है. 21 मार्च को ईडी ने उन्हें गिरफ्तार किया था और गत माह शराब घोटाले से जुड़े मामले में ही सीबीआई ने उन्हें गिरफ्तार किया है. तब से केजरीवाल अपनी जमानत के लिए कई बार कोर्ट में याचिका लगा चुके हैं, लेकिन उन्हें जमानत नहीं मिली है.
गुरुवार को राउज एवेन्यू कोर्ट ने शराब घोटाला मामले के सीबीआई से जुड़े मामले में केजरीवाल की न्यायिक हिरासत 20 अगस्त तक बढ़ा दिया. केजरीवाल को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट में पेश किया गया था. ऐसे में अब यह तय है कि इस बार केजरीवाल अपना जन्मदिन अपनों के साथ नहीं मना पाएंगे. आमतौर पर पारिवारिक जीवन में परिजनों के बीच जन्मदिन मनाते रहे अरविंद केजरीवाल का जब सियासी सफर शुरू हुआ तब से शुभकामनाएं संदेश हो या इस खास दिन पर मिलने वाले लोगों की संख्या बहुतायत में रहती है.
जन्मदिन के मौके पर जेल में ही रहेंगे केजरीवाल: यह पहला अवसर होगा जब केजरीवाल जन्मदिन के मौके पर जेल में रहेंगे. अगस्त अरविंद केजरीवाल के लिए खास रहा है. क्योंकि इसी महीने में भ्रष्टाचार के खिलाफ अन्ना हजारे के साथ उन्होंने दिल्ली के ऐतिहासिक रामलीला मैदान में आंदोलन शुरू किया था, और वह आंदोलन इतना सफल रहा कि केजरीवाल अपने नेतृत्व में आम आदमी पार्टी के नाम से राजनीतिक दल का गठन करने में सफल रहे.
आम आदमी पार्टी देश की पहली पार्टी बन गई जिसे पार्टी गठन के एक साल बाद ही चुनाव जीतकर सरकार बनाने का अवसर मिला. दिल्ली शराब घोटाले में ईडी द्वारा दर्ज मामले में केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट ने अंतरिम जमानत दे दी है, लेकिन सीबीआई के मामले में उन्हें जमानत नहीं मिली, जिस वजह से वे जेल में हैं.
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अरविंद केजरीवाल का राजनीतिक सफर: अरविंद केजरीवाल का जन्म 16 अगस्त 1968 को सुबह 7:30 बजे हरियाणा के सिवानी में हुआ था जो भिवानी जिला के अंतर्गत आता है. उस दिन कृष्ण जन्माष्टमी की वजह से जन्माष्टमी को भी केजरीवाल के परिजन उन्हें जन्मदिन की शुभकामनाएं देते हैं. लेकिन तारीख के हिसाब से उनका जन्मदिन 16 अगस्त को है. स्कूली शिक्षा के बाद केजरीवाल ने 1985 की शुरुआत में आईआईटी जेईई परीक्षा पास की और 1989 में आईआईटी खड़गपुर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री ली.
पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्हें टाटा स्टील में नौकरी लगी, लेकिन 1993 में ही नौकरी छोड़कर उन्होंने यूपीएससी परीक्षा की तैयारी की. वर्ष 1995 में केजरीवाल आईआरएस के लिए चयनित हुए. कुछ समय बाद उन्होंने वह नौकरी छोड़ दी और वर्ष 2000 में इन्होंने परिवर्तन नाम की संस्था की स्थापना की. नौकरी से छुट्टी लेकर वे संस्था चलाने लगे.
इसी संस्था के लिए काम करते-करते 2011 में अन्ना हजारे के साथ इन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ देशव्यापी आंदोलन शुरू किया था. फिर राजनीतिक पार्टी बनाई. उसे आम आदमी पार्टी का नाम दिया. दिल्ली की सत्ता में काबिज होने के बाद पार्टी ने पंजाब में सरकार बनाई और उसके बाद फिर अन्य राज्यों में पर्याप्त संख्या में वोट हासिल करने के नतीजा रहा की आम आदमी पार्टी और राष्ट्रीय पार्टी बन चुकी है.